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22 Feb 2021 · 1 min read

“हरि सिमरण”

हरि सिमरण जो भी करे,बढ़ता निस दिन नूर
सीरत शरणी श्याम जो, रहता गम से दूर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा

Language: Hindi
3 Likes · 379 Views

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