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14 Feb 2021 · 1 min read

आखिर क्यों सबको भरमाया

क्यों नहीं समझ अब तक पाया
क्यों नहीं समझ अब तक आया

हर चीज यहाँ पर ठीक बनी
हर चीज में है तेरा फेरा
पर बहुत समझना है मुश्किल
क्या है तेरा क्या है मेरा
मेरा मेरा करते करते
हो जाता भ्रम का है फेरा
तेरा तेरा सब है तेरा
मैं भी तेरा जग भी तेरा
सब कुछ तेरा ही है पाया
क्यों नहीं समझ अब तक आया
आखिर क्यों सबको भरमाया।
सब व्यर्थ यहाँ दुनियांदारी
तेरा है क्या क्या है मेरा
आखिर है सब माटी माटी
सब माटी रैन बसेरा
फिर तेरी ही सब है माया
आखिर है जग तेरा जाया
तू कर दे सब माटी माटी
औ दे दे निज शीतल छाया

आखिर क्यों सबको भरमाया

क्यों नहीं समझ अब तक पाया
क्यों नहीं समझ अब तक आया

अनुराग दीक्षित

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