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28 Dec 2020 · 1 min read

हम-तुम

सब कुछ खोकर,
हंस कर ,रो कर
तुम में सो कर,
तेरे हो कर ,
मिली हर तरफ….
खाली ठोकर !!
उलझ गया हूं ,
सुलझूंगा भी ,
बिखर गया हूं ,
निखरूंगा भी ,
कसक रहेगी ,
मन में हर दम
की” तेरे ना
हो पाए हम !!

अमरेश मिश्र ‘सरल’

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