Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2020 · 1 min read

वाचन हारा कौन

लिखने वाले ने लिख दिया वचन हारा कौन। जब उसने खोली पुस्तक की वाचन हारा मोहन। जब जब मैंने लिखा दिलों में लग जाती है आग। गेहूं पानी डालता बढ़ती जाती आप। कह रहा है कि मैं विज्ञान हूं। कंकड़ कह रहा है कि मैं विज्ञान हूं भूल से सीखा नहीं मिट्टी की पहचान हूं। झूठ से जुड़ा कर दी रचना विकास की समझ कर समझ ना सका ताकत प्रयास की

Language: Hindi
2 Comments · 284 Views

You may also like these posts

The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
क्या कहूँ ?
क्या कहूँ ?
Niharika Verma
वयोवृद्ध कवि और उनका फेसबुक पर अबतक संभलता नाड़ा / मुसाफिर बैठा
वयोवृद्ध कवि और उनका फेसबुक पर अबतक संभलता नाड़ा / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
..
..
*प्रणय*
ज्वाला सी जीवन ज्योति
ज्वाला सी जीवन ज्योति
कार्तिक नितिन शर्मा
अच्छा नही लगता
अच्छा नही लगता
Juhi Grover
मोहब्बते
मोहब्बते
डिजेन्द्र कुर्रे
गाँधी हमेशा जिंदा है
गाँधी हमेशा जिंदा है
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नफरत
नफरत
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
*मौका जिस क्षण भी मिले, भर लो विहग उड़ान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अष्टम कन्या पूजन करें,
अष्टम कन्या पूजन करें,
Neelam Sharma
लघुकथा - अनबन
लघुकथा - अनबन
जगदीश शर्मा सहज
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
गर भिन्नता स्वीकार ना हो
गर भिन्नता स्वीकार ना हो
AJAY AMITABH SUMAN
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
"पापा की परी”
Yogendra Chaturwedi
Kisne kaha Maut sirf ek baar aati h
Kisne kaha Maut sirf ek baar aati h
Kumar lalit
मोतियाबिंद
मोतियाबिंद
Surinder blackpen
खुश तो हूं
खुश तो हूं
Taran verma
जब आप जीवन में सफलता  पा लेते  है या
जब आप जीवन में सफलता पा लेते है या
पूर्वार्थ
"YOU ARE GOOD" से शुरू हुई मोहब्बत "YOU
nagarsumit326
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
DrLakshman Jha Parimal
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
Ranjeet kumar patre
"माता-पिता"
Dr. Kishan tandon kranti
हाइब्रिड बच्चा (मुक्तक)
हाइब्रिड बच्चा (मुक्तक)
पंकज कुमार कर्ण
2850.*पूर्णिका*
2850.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
Anis Shah
Loading...