Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Dec 2020 · 1 min read

विजय

विजय मिले जब काम में, पाता मानस मान
करती किरपा शारदे , बढ़ती मानव शान

सीख सदा इतिहास दे , होती असत्य हार
होकर बेबस सत्य जब ,करता कटु प्रहार

हरण हुई जब जानकी , पाती रावन कैद
करता संहार तीर तब , नाभि लंकेश भेद

लीला यह भगवान की , खेते केवट नाव
पार लगे भगवान तब , पर मुख नाहीं ताव

त्रिलोकी नाथ है वो , करे नाश जो पाप
ले भू पर अवतार जो , दूर करे संताप

मारा रावन राम ने , हो न धर्म की हानि ।
पूरा कुल तर गया , हरेक मुख यह बानि

जीवन का जो मर्म दे , राम चरित का सार
प्रभू नाम स्मरण से , हो भव सागर पार

Language: Hindi
75 Likes · 362 Views
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all

You may also like these posts

जिस स्त्री के पति कार्य के सिलसिले में अगर उनसे दूर रहते है
जिस स्त्री के पति कार्य के सिलसिले में अगर उनसे दूर रहते है
Ritesh Deo
ग़ज़ल पढ़ते हो
ग़ज़ल पढ़ते हो
manjula chauhan
सरकारी दामाद
सरकारी दामाद
पूर्वार्थ
"आओ दीपावली मनाएँ"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
Ravikesh Jha
हर बला से दूर रखता,
हर बला से दूर रखता,
Satish Srijan
" तितलियांँ"
Yogendra Chaturwedi
ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देत
ज्यादा खुशी और ज्यादा गम भी इंसान को सही ढंग से जीने नही देत
Rj Anand Prajapati
दिल चेहरा आईना
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उपहार
उपहार
sheema anmol
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
4168.💐 *पूर्णिका* 💐
4168.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विचलित
विचलित
Mamta Rani
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
किसने कहा पराई होती है बेटियां
किसने कहा पराई होती है बेटियां
Radheshyam Khatik
I'm a basket full of secrets,
I'm a basket full of secrets,
Chaahat
विवशता
विवशता
आशा शैली
*यह दौर गजब का है*
*यह दौर गजब का है*
Harminder Kaur
जरूरी तो नहीं
जरूरी तो नहीं
Awadhesh Singh
उफ़ ये बेटियाँ
उफ़ ये बेटियाँ
SHAMA PARVEEN
ଏହି ମିଛ
ଏହି ମିଛ
Otteri Selvakumar
सौन्दर्य
सौन्दर्य
Ritu Asooja
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
ओनिका सेतिया 'अनु '
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
इस मक़ाम पे बदल ना जाना मेरे दोस्त!
Ajit Kumar "Karn"
सच्ची लगन
सच्ची लगन
Krishna Manshi
#जय_माता_दी
#जय_माता_दी
*प्रणय*
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
Sudhir srivastava
*मेरा चाँद*
*मेरा चाँद*
Vandna Thakur
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
चाय और राय,
चाय और राय,
शेखर सिंह
Loading...