Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ankit kourav
2 Followers
Follow
Report this post
22 Aug 2020 · 1 min read
नया दौर
चाहतों का दौर अब ख़तम हो चला है
यहां अब लोग जिस्म से मुहब्बत किया करते है
❣️❣️❣️
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
5 Likes
· 276 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
रामराज्य का आदर्श
Sudhir srivastava
"दीया और तूफान"
Dr. Kishan tandon kranti
कुंडलियां
Rambali Mishra
तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं,
Shreedhar
छाव का एहसास
Akash RC Sharma
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
Ritesh Deo
ऐसी तो कोई जिद न थी
Sumangal Singh Sikarwar
बेनाम रिश्ते
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गंगा काशी सब हैं घरही में.
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
...
*प्रणय*
23/91.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुदीराम बोस की शहादत का अपमान
कवि रमेशराज
What's that solemn voice calling upon me
सुकृति
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
*बारात में पगड़ी बॅंधवाने का आनंद*
Ravi Prakash
FB68 còn nổi bật với hệ thống livestream các sự kiện thể tha
Fb68
दान
Neeraj Agarwal
तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अकेली रही जिन्दगी
surenderpal vaidya
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
हमें खतावार कह दिया है।
Taj Mohammad
रात का रक्स जारी है
हिमांशु Kulshrestha
हरदम की नाराजगी
RAMESH SHARMA
हर क़दम ठोकरें खा के चलते रहे ,
Neelofar Khan
इस संसार में क्या शुभ है और क्या अशुभ है
शेखर सिंह
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
manjula chauhan
ବାଉଁଶ ଜଙ୍ଗଲରେ
Otteri Selvakumar
ज़माने को समझ बैठा, बड़ा ही खूबसूरत है,
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*गीत*
Poonam gupta
Loading...