Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2020 · 1 min read

चाह

कहते हैं…
प्रेम ईश्वर है
शरीर नश्वर है ,
फिर क्यों नश्वरता के पीछे
पागलपन में हो खीचें ,
शरीर को ना गलाओ
चलो अलख जगाओ ,
चाहो ईश्वर को पाना
ना की नश्वर को चाहना ,
क्योंकि प्रेम ईश्वर है
और शरीर नश्वर है ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 10/06/2020 )

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 266 Views
Books from Mamta Singh Devaa
View all

You may also like these posts

संस्कार
संस्कार
Rituraj shivem verma
" तेरा तोहफा"
Dr. Kishan tandon kranti
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
मेरी पुकार
मेरी पुकार
Ahtesham Ahmad
रथ निकला नन्द दुलारे की
रथ निकला नन्द दुलारे की
Bharti Das
कश्मीर
कश्मीर
Rekha Drolia
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
किसी दर्दमंद के घाव पर
किसी दर्दमंद के घाव पर
Satish Srijan
माँ की आँखों में पिता
माँ की आँखों में पिता
Dr MusafiR BaithA
सफर 👣जिंदगी का
सफर 👣जिंदगी का
डॉ० रोहित कौशिक
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डर डर जीना बंद परिंदे..!
डर डर जीना बंद परिंदे..!
पंकज परिंदा
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
वो पत्थर याद आते हैं
वो पत्थर याद आते हैं
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!!
अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!!
Ravi Betulwala
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
हालात हैं सुधरते,,,, गज़ल
Sarla Mehta
4194💐 *पूर्णिका* 💐
4194💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
जागता हूँ क्यों ऐसे मैं रातभर
gurudeenverma198
पागल नहीं है वो इंसान जो आपको खोने से डर से आत्म सम्मान को ख
पागल नहीं है वो इंसान जो आपको खोने से डर से आत्म सम्मान को ख
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
surenderpal vaidya
गंगा
गंगा
ओंकार मिश्र
👍
👍
*प्रणय*
रिश्ते
रिश्ते
Ashwini sharma
कवि और केंकड़ा ( ‌‌घनाक्षरी छंद)
कवि और केंकड़ा ( ‌‌घनाक्षरी छंद)
guru saxena
कल्पना के पृष्ठ नूतन पढ़ रही हूँ।
कल्पना के पृष्ठ नूतन पढ़ रही हूँ।
Pratibha Pandey
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
दर्द दिल का है बता नहीं सकते,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
Priya princess panwar
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
नज़र  से मय मुहब्बत की चलो पीते पिलाते हैं
नज़र से मय मुहब्बत की चलो पीते पिलाते हैं
Dr Archana Gupta
Loading...