दोहे भक्ति भाव & सर्दी की ठिठुरन गयी
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सुप्रभात मित्रों ?❤️?
गौवर्धन महाराज की, बोलें जय जयकार।
गौ माता इस जगत के, जीवन का आधार।।
दूध दही माखन मिले, मिलता जैविक खाद।
औषधीय गुण हैं बहुत,स्वस्थ रहे संसार।।
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सर्दी की ठिठुरन गयी,आया है मधुमास।
रवि रथ पर आरूढ हो,बंधा रहा है आस।
पूरब से निकला सहज, हुआ शुभ्र परभात।(१)
भोर खिली अनुपम छटा,लिए सुनहला गात।।
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विषय: भक्ति भाव
भक्ति भाव से कीजिए,अर्चन प्रभु श्रीराम।
जो हनुमत वंदन करे,बनते बिगड़े काम।।
करें ईश भक्ति सदा,उर में धरकर ध्यान।
कष्ट मिटें तन के सभी,सहज होय कल्यान।।
?अटल मुरादाबादी✍️