Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Arsh M Azeem
29 Followers
Follow
Report this post
28 Jun 2020 · 1 min read
विश्वास
किसी पर विश्वास उतना ही करो कि वो अन्धविश्वास तक ना पहुचे- अर्श
Language:
Hindi
Tag:
तेवरी
Like
Share
1 Like
· 259 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
नववर्ष की शुभकामना
manorath maharaj
-मोहब्बत का रंग लगाए जाओ -
bharat gehlot
सोचो, परखो, तोलो, जॉंचो, फिर अपना मत देना भाई।
श्रीकृष्ण शुक्ल
*आवारा कुत्ते हुए, लोभी नमकहराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
!मुझको इतना भी न सता ऐ जिंदगी!
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
सीरत अच्छी या सूरत
MEENU SHARMA
#लघुकथा-
*प्रणय*
उर्दू सीखने का शौक
Surinder blackpen
कल तो नाम है काल का,
sushil sarna
दस्तूर
Davina Amar Thakral
पात्र
उमेश बैरवा
शिकायत नही किसी से
Kaviraag
ग़ज़ल
Neelofar Khan
हक़ीक़त ये अपनी जगह है
Dr fauzia Naseem shad
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
4866.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चेतावनी
आशा शैली
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
विदा दे मुझे
Shekhar Chandra Mitra
चतुष्पदी
surenderpal vaidya
विचार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
गांव जीवन का मूल आधार
Vivek Sharma Visha
आओ जलाएं
भगवती पारीक 'मनु'
🥀* अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुझे फर्क पड़ता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जिसके पास कोई चारा न हो
Sonam Puneet Dubey
"विदाई की बेला में"
Dr. Kishan tandon kranti
अफ़सोस इतना गहरा नहीं
हिमांशु Kulshrestha
श्री राम का जीवन– संवेदना गीत।
Abhishek Soni
और एक रात! मध्यरात्रि में एकाएक सारे पक्षी चहचहा उठे। गौवें
पूर्वार्थ
Loading...