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25 Jun 2020 · 1 min read

गज़ब हो गया

अश्क उनका बहाना गजब हो गया
दर्द दिल का बताना गजब हो गया

प्यार मे चोट खाई बहुत आपने
चोट खा मुस्कुराना गजब हो गया

ख्बाव मे पास आते नही जो कभी
आज उनका बुलाना गजब हो गया

गीत ये प्यार के थे तो बेहद हसीं
आपका गुनगुनाना गजब हो गया

खो गई थी खुशी आपके बिन कहीं
यूँ निगाहे मिलाना गजब हो गया

सुन रहे थे सभी दास्तां प्यार की
दर्द दिल का सुनाना गजब हो गया

है लवों पे थिरकती हँसी इस कदर
आज हँसना हँसाना गजब हो गया

आपके बिन बहारें रही गमजदॉ
आप का पास आना गज़ब हो गया

जिंदगी की डगर थी तो मुश्किल बहुत
साथ चलना चलाना गजब हो गया

था भरोसा बहुत आपके प्यार पर
आपका छोड़ जाना गजब हो गया

चैन आता हमें आपको देख कर
आपका पर सताना गजब हो गया

लाड़ से थी पली जो महल मे कभी
धूप मे तन जलाना गजब हो गया

चाहते थे भुलाना जफ़ा आपकी
याद मे दिल जलाना गजब हो गया

जिंदगी प्यार तकरार का मेल है
रूठना औ मनाना गजब हो गया

था अंधेरा घना बज्म मे जब शरद
उनका महफिल मे आना ग़जब हो गया

©
शरद कश्यप

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