Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2022 · 1 min read

परीक्षा फल

परीक्षा फल की घोषणा,
सुनकर परीक्षार्थी है सन्न,
उथल-पुथल और संसय ,
ऊपज ने लगा अन्तर्मन में,
परीक्षार्थी खोने लगे धैर्य,
सुमिरन करने लगे ईश्वर को,
मुझको मिले अच्छा फल,
ऐसी आशा सब करने लगे,
हे भगवान!लगा दो पार,
परीक्षा फल में दे दो साथ,
विश्वास नहीं होता है अब तो,
परीक्षार्थी को अपने कर्मो से,
नहीं तौला परीक्षा फल को,
अपने किये हुए अच्छे कर्म से,
यदि किये हो सच्ची मेहनत,
गर्व होगा खुद में अब,
सदैव पाओगे उत्तम परीक्षा फल,
जीवन हो या हो परीक्षा का पल,
प्रसन्नता से सफलता का करो स्वागत,
यही होना चाहिए आगाज।

रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 405 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

मेरे हमराज
मेरे हमराज
ललकार भारद्वाज
रोना उचित नहीं रे, संशय रखे हृदय में
रोना उचित नहीं रे, संशय रखे हृदय में
संजय निराला
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
हरिओम 'कोमल'
भाई - बहन के रिश्ते
भाई - बहन के रिश्ते
जय लगन कुमार हैप्पी
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
आँखों की कुछ तो नमी से डरते हैं
आँखों की कुछ तो नमी से डरते हैं
अंसार एटवी
इक टीस जो बाकि है
इक टीस जो बाकि है
डॉ. एकान्त नेगी
वह व्यवहार किसी के साथ न करें जो
वह व्यवहार किसी के साथ न करें जो
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
" लिखना "
Dr. Kishan tandon kranti
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
BK8
BK8
BK8
डरना क्या है?
डरना क्या है?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा..
तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा..
Ravi Betulwala
उर्दू सीखने का शौक
उर्दू सीखने का शौक
Surinder blackpen
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
*रचना सुंदर बन रही, घर-घर बनता चित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
नए पुराने रूटीन के याचक
नए पुराने रूटीन के याचक
Dr MusafiR BaithA
जो पा लिया वह क्या काफी है जिंदगी में
जो पा लिया वह क्या काफी है जिंदगी में
अश्विनी (विप्र)
"क्यूं किसी को कोई सपोर्ट करेगा"
Ajit Kumar "Karn"
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
प्रिय का इंतजार
प्रिय का इंतजार
Vibha Jain
अहाना छंद बुंदेली
अहाना छंद बुंदेली
Subhash Singhai
शर्मसार….
शर्मसार….
sushil sarna
इन सर्द रास्तों पर
इन सर्द रास्तों पर
हिमांशु Kulshrestha
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
अपनों से अपना हक़ मांग कर देख लो भेड़ के अंदर छिपा भेड़िया ख
पूर्वार्थ
भक्ति
भक्ति
Rambali Mishra
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
4613.*पूर्णिका*
4613.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...