Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2020 · 1 min read

हिंदी मेरी जान….

14 सिंतबर जन्मदिवस है, हजार वर्ष है उम्र तुम्हारी,
समझने में जितनी सरल हो, उतनी सुंदर छवि तुम्हारी।
सँस्कृत की तुम पीढ़ी हो, सँस्कृत ही तुम्हारी जननी है,
ठान लिया है मन में अब तो, हिंदी राष्टभाषा बननी है।

कायर है इंसान नहीं, जो अपनी संस्क्रति पे शर्म करे,
इतिहास की पहचान है हिंदी, आओ मिलकर गर्व करें।
हिंदी राष्ट की शान, इससे मानो एकता की पहचान है,
हिंदी के बिना कह नहीं सकोगे, मेरा भारत महान है।

महिला का श्रृंगार अधूरा, है मानो जैसे बिन बिंदी के,
ऐसे ही राष्ट पहचान अधूरी, है जैसे अपनी हिंदी के।

Language: Hindi
512 Views

You may also like these posts

सियासत
सियासत
हिमांशु Kulshrestha
#एक_और_बरसी...!
#एक_और_बरसी...!
*प्रणय*
*धरते मुरली होंठ पर, रचते मधु संसार (कुंडलिया)*
*धरते मुरली होंठ पर, रचते मधु संसार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Spectacular Superman
Spectacular Superman
Chitra Bisht
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
मास्टरजी ज्ञानों का दाता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कौन्तय
कौन्तय
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुहावरे में बुरी औरत
मुहावरे में बुरी औरत
Dr MusafiR BaithA
সত্যের পথ মিথ্যার পথ
সত্যের পথ মিথ্যার পথ
Arghyadeep Chakraborty
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
अश्क तन्हाई उदासी रह गई - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
बंदिश
बंदिश
Rajesh Kumar Kaurav
सख्त बनो
सख्त बनो
Dheerja Sharma
तकनीकी की दुनिया में संवेदना
तकनीकी की दुनिया में संवेदना
Dr. Vaishali Verma
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
करके RJD से हलाला फिर BJP से निकाह कर लिया।
करके RJD से हलाला फिर BJP से निकाह कर लिया।
Rj Anand Prajapati
कुछ हम लड़के भी है  जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने
कुछ हम लड़के भी है जो सिर्फ या तो मां के प्रेम के अधीर इतने
पूर्वार्थ
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है..
Ravi Betulwala
गीत- ग़रीबी में सभी वादे...
गीत- ग़रीबी में सभी वादे...
आर.एस. 'प्रीतम'
सुनो
सुनो
shabina. Naaz
# लोकतंत्र .....
# लोकतंत्र .....
Chinta netam " मन "
భారత దేశ వీరుల్లారా
భారత దేశ వీరుల్లారా
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
निज गौरव, निज मर्यादा का
निज गौरव, निज मर्यादा का
करन ''केसरा''
तुम कहते हो कि ज़माना अच्छा नहीं
तुम कहते हो कि ज़माना अच्छा नहीं
Jyoti Roshni
"गुमान"
Dr. Kishan tandon kranti
वहाँ पहुँचूंगा तो
वहाँ पहुँचूंगा तो
Ritesh Deo
एक चतुर नार
एक चतुर नार
लक्ष्मी सिंह
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
Phool gufran
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
Ajit Kumar "Karn"
फूल भी खिलते हैं।
फूल भी खिलते हैं।
Neeraj Agarwal
Loading...