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18 Mar 2020 · 1 min read

दल-बदलू

दल-बदलू

ऐ! हवा
तू भी है
दल-बदलू
नेताओं की तरह
कल गर्म थी
आज ठंडी है
न जाने किस समय
ले आए धूलकण
अपने संग
हर रोज नया रूप

-विनोद सिल्ला

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