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13 Feb 2020 · 1 min read

मीठे मीठे आम

छज्जों पर आने लगे, पत्थर नित्य तमाम ।
शायद फिर से पक गए,..मीठे-मीठे आम ।।

बैठे थे जिस पर स्वयं, वही काट दी डाल ।
मंदबुद्धि की दूसरी, क्या दूँ और मिसाल ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
2 Likes · 715 Views
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