अम्बे भजन [गीत ]
आ माँ आ आये नवरात्रा तुम्हारे
एक झलक को माँ यहाँ तरसते सारे.
तेरे पायल की छम सुनके सारे आये
गणपति आये रिदिः-सिदिः संग लाये.
तेरी चूड़ी खन सुनके प्यारे आये
कांहा रुक्मणी राधा संग लेकर भाए .
तेरी शंख नाद से सब डोले आये
भोले भी आये साथ माँ गौरा को लाये.
तेरी चमक आभा से भक्त सुख पाये
माँ निर्माणी कल्याणी खुशियाँ लाये.
“रेखा” मन चाहे सुंदरपन भी आये
चाहतों का आँगन पूरा भरता पाये.
रेखा मोहन २९./९/१९