Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
86 Followers
Follow
Report this post
22 Feb 2019 · 1 min read
【13】 बचपन
बचपन धूल भरा था सबका, धूल के हीरे कहलाये
लोट – लोट कर खेले मरु, मात – पिता को हम भाये
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
2 Likes
· 369 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
DrLakshman Jha Parimal
बहार का इंतजार
ओनिका सेतिया 'अनु '
आखिरी मोहब्बत
Shivkumar barman
गर्म हवाएं चल रही, सूरज उगले आग।।
Manoj Mahato
*अध्यात्म ज्योति* : वर्ष 53 अंक 1, जनवरी-जून 2020
Ravi Prakash
- वास्तविकता -
bharat gehlot
#शेर-
*प्रणय*
नन्हा मुन्ना प्यारा बचपन
Sunil Suman
नाकामयाबी
भरत कुमार सोलंकी
घुल से गए हो।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
Basant Bhagawan Roy
जीवन सरल चाहते हो तो
करन ''केसरा''
दोहा 🌹💖
Neelofar Khan
Ranjeet Kumar Shukla - Hajipur
हाजीपुर
करके जो गुनाहों को
Dr fauzia Naseem shad
प्राण-प्रतिष्ठा(अयोध्या राम मन्दिर)
लक्ष्मी सिंह
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
अभी जो माहौल चल रहा है
Sonam Puneet Dubey
"साये"
Dr. Kishan tandon kranti
समझौता
Shyam Sundar Subramanian
न आए तुम
Shekhar Chandra Mitra
अपने-अपने दम्भ की,
sushil sarna
अपना कोई नहीं है इस संसार में....
Jyoti Roshni
उन्हें इल्म हो भी तो कैसे इश्क का,
श्याम सांवरा
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन
पूर्वार्थ
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
Dr Archana Gupta
रंगमंच
Ritu Asooja
#विधना तेरे पूतकपूत
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
चांद पर पहुंचे बधाई,ये बताओ तो।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...