Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
16 Jan 2019 · 1 min read

स्वागत गान

बार बार आभार आपका, खोल हृदय के द्वार।
स्वागत अतिथिदेव करें हम, वन्दन बारम्बार।।

मिला आपका दर्श हमें भी, खुल गये भाग हमारे।
हम बच्चों पर बड़ी कृपा की, श्रीमन आप पधारे।
अभिनन्दन का चन्दन लाये, करें इसे स्वीकार।
स्वागत अतिथिदेव करें हम, वन्दन बारम्बार।।

नन्हे नन्हे कर कमलों में, भाव पुष्प की माला।
हृदय थाल में दीप जलाकर, करते ज्ञान उजाला।
मिले अगर आशीष हमें भी, हो हम पर उपकार।
स्वागत अतिथिदेव करें हम, वन्दन बारम्बार।।

पथदर्शन की मनोकामना, चमके यथा दिवाकर।
पदचिन्हों पर चलें आपके, आप ज्ञानगुण सागर।
महकाएं इस हिन्द धरा को, करके ‘तेज’ प्रसार।
स्वागत अतिथिदेव करें हम, वन्दन बारम्बार।।

?तेज✏मथुरा✍?

Loading...