My love and life
My love and life
“रास्ते होंगे उलझनों भरे ,
अनजान होगी सफर की मंजिल ,
ऐसे में भी ,
तुम मेरे साथ रहोगी क्या ,
जिंदगी में मेरे साथ चलोगी क्या l
बादल होंगे घने ,
अनजान होगी बरखा की चाल ,
ऐसे में भी ,
मेरा हाथ में हाथ रखोगी क्या ,
मेरा प्यार , मेरा विश्वास ,
मेरा हमसफ़र बनोगी क्या l
कुछ तो चाहा , तुमने भी होगा ,
हंसीं ख्वाब बुने होंगे ,
ऐसे ख्वाबो में ,
जगह मुझे दोगे क्या ,
मुझे अपना बनाओगे क्या l ”
स्वरचित – नीरज कुमार सोनी
“जय श्री महाकाल”