वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
इस जीवन में हम कितनों को समझ गए,
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
प्रेरणा और पराक्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
जो समझ में आ सके ना, वो फसाना ए जहाँ हूँ
*भगवान गणेश जी के जन्म की कथा*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वेद पुराण और ग्रंथ हमारे संस्कृत में है हर कोई पढ़ा नही पाएं
ग़ज़ल (रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ)
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हम समुंदर का है तेज, वह झरनों का निर्मल स्वर है
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
*धोखा नहीं दिया है (गीत)*
*** आशा ही वो जहाज है....!!! ***