हौसला न हर हिम्मत से काम ले
चलते रहे थके नहीं कब हौसला था कम
ऊंची इमारतों में रहने वाले
पितामह भीष्म को यदि यह ज्ञात होता
"पनघट की गोरी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
मउगी चला देले कुछउ उठा के
यदि कोई केवल जरूरत पड़ने पर
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
वो गर्म हवाओं में भी यूं बेकरार करते हैं ।