ईशक @पहले एहसास का बुखार
बात उन दिनों कि जब महा विधालय मे मेरा आगमन हुआ,
स्कूल मे पढाई के अलावा कही ध्यान न था,
अपनी ही सहपाठी का भान न था।
नैन से नैन का टकराव हुआ
पत्थर दिल पर उसकि नजर का घाव हुआ।
Love at first sight नाम का भी किडा होता है
इसका पहली बार आभास हुआ।
ईशक का रोग ऐसा चढा
किताबें कही ओर पडी, जिन्दगी का मकसद कही ओर पडा।
लेकर गया उसके पास दोस्ती के अरमान
खो दिया खुद को ही देखकर उसकी मुस्कान।
आंधी हवा सी जोरो कि दिल मे मेरे आयी,
और संग अपने इशक कि बारीशे भी लायी।
बारिशों से झिलमिल वो मेरी मीत बन गयी
वहीं मेरी हार वही मेरी जीत बन गयी।
पुरा कोलेज तो जैसे उसके इन्तजार मे कट गया
मेरा काम तो जैसे उसको रिझाने मे बट गया।
महीनों गुजरे साल गुजरे वो मुझे मिली नहीं।
शायद वो मेरी किस्मत मे लिखी ही नहीं थी।
,,,,,सोनु सुगंध,,,