Posts Language: Rajasthani 210 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Dr Meenu Poonia 8 Oct 2022 · 1 min read "बाला किला अलवर" सामण आवै सै आर मीं नै बुलावै सै न्हाण की सोचकीं जाड़ो सो चढ़ जावै सै, गरजण लाग्या बादल अंधेरो भी घिर आयो सै चाल रै मीनू घुमण चालां जी... Rajasthani · कविता 2 227 Share Dr Meenu Poonia 7 Sep 2022 · 2 min read " डीमक रूपी सरकारी अफसर " " डीमक रूपी सरकारी अफसर " आज मैं थामनै राज की बात बताऊं सूं बड़ला अधिकारियां की असल्योड़ी स्यामी ल्याऊं सूं, कोपरेटिव बैंका मैं रोज घोटाला होवैं सैं सारी खबर... Rajasthani · कविता 1 215 Share Dr Meenu Poonia 6 Sep 2022 · 2 min read "पेट को मालिक किसान" थोड़ो सो चांदणो होती एं ये खाट मैं तैं उठज्यां सैं, मीठी प्यारी नींद छोडकीं खेत मैं लिकड़ज्या सै, आंख मसळता चालैं राही मैं पैरां की जहाज बणालीं सै, जांडी... Rajasthani · कविता 2 202 Share लक्की सिंह चौहान 1 Aug 2022 · 1 min read राखडळी सावण री आ पूनम आई, राखड़ळी री खुशीयां लाई। घणी हरख सूं, घणा चाव सूं, बेनड़ ने नूत बुलाई॥ बेनड़ जद बारणे आई, खुशीयां चहुं ओर छाई। बीर ने देख... Rajasthani · कविता 329 Share ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर 12 May 2022 · 1 min read जुदाई! शीर्षक - जुदाई! विधा - राजस्थानी गीत परिचय - ज्ञानीचोर शोधार्थी व कवि साहित्यकार मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज. पिन - 332027 मो. 9001321438 घम्म-घम्म घम्मकै बादळी मारू जी रे!(टेक) थे... Rajasthani · Folk Song 255 Share हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read मन बस्या राम मन बस्या राम राम नाम ने रटता रेवो, मिटजा सगळी पीर। राम करम फल उजळा , राखो मन में धीर।। भली सोच राखो नित, राम बसै घट-घट आस। जुगती रैवे... Rajasthani · Poem 1 1 425 Share हरीश सुवासिया 10 Apr 2022 · 1 min read गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ गाँव री सौरभ रग-रग में समाई, जठै ई देखूँ, देवे पग - पग दिखाई। पीपल-बरगद-नीम री घणेरी छाया, जठै प्यारो बचपन बितायो, बाल सखा सागै खूब पींगां... Rajasthani · Poem 5 2 448 Share लक्की सिंह चौहान 5 Apr 2022 · 6 min read बनेड़ा रै इतिहास री इक झिळक............. बनेड़ा, मन ळुभावण मंगरा चारों कांनी सूं घिर'यो इक कस्बाई नगर। इक कांनी ऐतिहासिक महल, तो दूजी कांनी हरियाळी री सौंदर्य सूं भरियोडो राम सरोवर, अर बीचाळै बस्योडी ह नगरी।... Rajasthani · Article 1 1k Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read थकावट गायब थकावट गायब नितूगेै थक जावै है काळजै अर माथै सहर रै वाहनां री पों-पों सुण'र सागैवाळा री चिक-चिक सुण'र हाकमां री बक-बक सुण'र घरां पूग्या धुरु मौड़ै माथै बैठी चिड़कल्याँ... Rajasthani · Poem 2 531 Share लक्की सिंह चौहान 14 Mar 2022 · 1 min read राजस्थानी भाषा री अरजी सगळा विश्व माही है जिण'री, एक न्यारी ही पहचान, संविधान में क्यूं नही मिल'रयो, इण ने सम्मान। गंर आपणी पगड़ी री, आन ने बचाणी है, तो राजस्थानी ने, संविधान में... Rajasthani · Doha 1 484 Share Previous Page 5