Posts Language: Rajasthani 210 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read विरह रस बिछडण थांरो बावळी , मनड़ा मांय कळैह। विरह अगन मं दाझणों, अंतस आग बळैह।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · पुरूष विरह के दोहे 53 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे दैवळ चमकै दीवलां, जगमग जळती जोत। सेवा करै सीसोदिया, गुण गावै गहलोत।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 78 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे उठतां दरसण आपरां, मायड़ राखो लाज। नैड़ी न आवै विपदा, सकल सुधारौ काज।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 104 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read कुण हैं आपणौ कुण हैं आपणौ अर कुण हैं परायौ इण जीयांजूण री भागम दौड मे की ठांह कोनी पड्यो जणै घणी जरुत पड़ी तौ दूंजा भाई सैण कामै आयां आपणां वाळां तौ... Rajasthani · कविता 104 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे मनवौं मस्त मगन भयो, आयौ जद दरबार। भूल्यौ सब भ्रम जाळ नै, मां रो कर दीदार।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 75 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे ऊंच नीच भाळै नही, छोटा बड़ा न भेद। ममता री थ्हूं मूरती , महिमां भाखै वेद।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 82 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे भीड़ पड़ै जद भगत पर, आधै हेलै आय। दयाळु बायण मावड़ी, संकट दै सुळटाय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 87 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे उठतां ध्यावूं आपनै, रसना पर नित नाम। बायण हेलौ सांबळै, सारै सगळां काम।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 79 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां के दोहे सुख करणी दुख हरणी, मोटी थूं महमाय। छत्तर छांया राखजै , नमो नमो सुरराय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 101 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां रा दोहा बायण थ्हांरी कीरती, मम मुख कथी न जाय। च्यांर कूंट नवखंड में, धजा रयी लहराय।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 75 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण माताजी के दोहे चरणै आयो संकरी, अरज करू कर जोड़। अबखी वैळां आवजै, धणीयांणी चितौड़।। जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया...✍️ Rajasthani · बाण माताजी के दोहे 107 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां री महिमां चितौड़ तुरकै घेरियौ, कियौ घणौ अनियांव मावड़ी। निरबळ निरधन लूटतां गेहरा दीधा घाव मावड़ी।। हम्मीर हिमत राखियां, आप दियौ दरसाव मावड़ी। पल में मारग दाखियौ, छत्तर राखी छांव मावड़ी।। जबर... Rajasthani 85 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण माताजी री महिमां चितौड़ तुरकै घेरियौ, कियौ घणौ अनियांव मावड़ी। निरबळ निरधन लूटतां गेहरा दीधा घाव मावड़ी।। हम्मीर हिमत राखियां, आप दियौ दरसाव मावड़ी। पल में मारग दाखियौ, छत्तर राखी छांव मावड़ी।। जबर... Rajasthani 76 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां सू अरदास म्हैं बाळक नादान मावड़ी आयौ चितौड़ थांन मावड़ी बुधि दहिजै बाण मावड़ी धरूं हरदम ध्यान मावड़ी जुग मे हुवै स्यांन मावड़ी अवल राखै आंन मावड़ी मोकळौ हुवै मांन मावड़ी च्यांरु... Rajasthani · देवी की स्तुति 52 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां सूं अरदास चितौड़ राय सदा सिवरूं, थोड़ी दया दाख मावड़ी। अवर नह दीसै आसरौ, छत्तर छायां राख मावड़ी।। अवगुण घणा हैं घट भीतर, सबने बाहरै नांख मावड़ी। अबोध बालक म्हे दुनियां में,... Rajasthani · देवी की स्तुति 72 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read बाण मां सूं अरदास किणनै कहूं कुण सांबळै किणनै सुणावूं पीर मावड़ी। अंतस घणौह अळूझियौ, नैणां झरतौ नीर मावड़ी।। निजर न आवै मारगियौ, धारूं किकर धीर मावड़ी। ममता री थ्हूं मूरती राखै समदां सीर... Rajasthani · देवी की स्तुति 1 100 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read चितौड़ में दरबार डोकरी चितौड़ में दरबार डोकरी बैठी भुजा पसार डोकरी आवै हंस असवार डोकरी भगतां वाळी लार डोकरी छैकी लेजै सार डोकरी वैगी चढ़जै वार डोकरी सुणनै म्हारी पुकार डोकरी करजै मत... Rajasthani · देवी की स्तुति 1 80 Share जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया 2 Aug 2024 · 1 min read जिंदगी रो आफळकुटौ अणहूंतै आफळकुटै मांय उळझियोड़ी जिन्दगांणी मजल रौ मारग सोधती नित री खैचळ करती सुपणां री चादर सामट'र नूवां नूवां पाबड़ा भरती अंतस में आस लियोड़ी जीवण री पावड़ियां चढ़ती कदै'क... Rajasthani · कविता 96 Share Sonit Parjapati 26 May 2024 · 1 min read बारहवीं मैं मेरे धोरे आर्ट थी बारहवीं मैं मेरे धोरे आर्ट थी जिंदगी मेरी मैं एक छोरी मुख्य पार्ट थी। झूठ उसके मुंह पै कदे ना जचा सच्चाई की वाह मूरत छोरी स्मार्ट थी। उसके धोरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 83 Share Dr Meenu Poonia 26 Apr 2024 · 1 min read " सब किमे बदलग्या " " सब किमे बदलग्या " न्यारा होग्या खाणा सैं न्यारा पहराण झोपड़ी की जगहां ईब फ्लैट बणग्या, टाबर होग्या ईब टेम तैं पहलीं बड्डडा म्हारा मां बापू आज मोम डैड... Rajasthani · कविता 1 87 Share लक्की सिंह चौहान 16 Apr 2024 · 1 min read बाजार री चमक धमक बाजार री शोभा देख'र, मनडो बिळमा जावै । जिण री जरुरत कीं कौनी, पण लोगां नै करता देख, चाहणा जगावै। चाहना रै लारै आंधो हुयौ मिनख, बळदां ज्यूं खप जावै... Rajasthani · कविता · मायण भासा 1 134 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read जीवन ज्योति 💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐 बाती मंदी होयगी , बीत्यो सारो तेल । जाणियो ही जाण सकै ,इण बातां रो खेल ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 176 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read मेरी किस्मत 💐💐दोहा निवेदन💐💐 मूंड पचायो मैं घणो , कोना हुयो निहाल । किस्मत ऐसी दोगली , बैठा दी पाताल ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर जयपुर Rajasthani · दोहा 153 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 21 Mar 2024 · 1 min read विदाई राजस्थानी में लिखने का प्रयास 💐💐💐 कुण्डलिया छन्द 💐💐💐 डोली बैठी डावड़ी , कर परदा री ओट । काळजो फाटण हुयो , लगि मोकळी चोट ।। लगि मोकळी चोट ,... Rajasthani · कुण्डलिया 167 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read असल सूँ साबको 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 कोरा लाडू मन गढ़ै , घणेरा लगैं स्वाद । हुयो असल सूँ साबको,आँख्यां खुलण र बाद ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 93 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read बांदरो 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख । पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 122 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read माणुष 💐💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐💐 माणष मोती चावतो , ढूँढ़ै नित नित सींप । सींपी जीवण पाळती ,माणुष पाळै खींप ।। माणुष पाळै खींप , सींप को जीव बिसारै पेट जीव को फाड़... Rajasthani · कुण्डलिया 152 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 20 Mar 2024 · 1 min read आभ 💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐 मन म्हारो हुलस रह्यो , दूणो होगो लाभ । खवाइशां बढ़ती गई , सागै बढ़गी आभ ।। भवानी सिंह 'भूधर' बड़नगर , जयपुर Rajasthani · दोहा 1 1 87 Share भवानी सिंह धानका 'भूधर' 19 Mar 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद 💐💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐💐 राजस्थानी भाषा में एक प्रयास माणष मोती चावतो , ढूँढ़ै नित नित सींप । सींपी जीवण पाळती ,माणुष पाळै खींप ।। माणुष पाळै खींप , सींप को जीव... Rajasthani · कुण्डलिया 1 105 Share लक्की सिंह चौहान 19 Jan 2024 · 1 min read मायड़ भौम रो सुख मायड़ भौम थारो हेत, परदेश मांही रिजावै ह, आज थारै आंचळ मांही आ'र, मनडो घणो सुख पावै ह।। बालपणा री बातडळिया, दैख थनै याद आवै ह। भायळा रै लारै साईकिल... Rajasthani 198 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 Jan 2024 · 1 min read महाराणा प्रताप अणनमिया प्रताप ऊंचो थारो मान है,घणीं जबरकी स्यान। थारी कीरत ही बसै,हिवड़ै राजस्थान।। इक्यासी रो भालवो, कवच बहत्तर भार। पचपन स्यूं बेसी हुई, ढाल और तलवार।। चेतक रै असवार री,बातां... Rajasthani 3 217 Share Rajdeep Singh Inda 8 Sep 2023 · 1 min read दोय चिड़कली बापू सूत्या हा दरवाजै मांय उणां रै मांचै रै पागां पर आसै-पासै बैठ'र दोय चिड़कली चींचाट करै ही बापू री नींद बीडरगी ही बापू गमछै रो फटकारो दियो चिड़कलियां उडगी... Rajasthani · आधुनिक कविता · कविता · चिड़िया · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · राजदीप सिंह इन्दा री रचनावां 1 1 284 Share gurudeenverma198 28 Aug 2023 · 1 min read राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा (शेर)- भूल मत जाजै बीर मारा, थारी बहण री या बात। रखजै थारी बहण री लाज, देकर हमेशा तू साथ।। लग जावै मारी उम्र भी तनै, भगवान सूं यही मांगू... Rajasthani · गीत 214 Share gurudeenverma198 22 Aug 2023 · 1 min read घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो (शेर)- मन नहीं करै मारो, छोड़ जावां नै सासरो। लागे पीहर जस्यो मनैं, सच यो मारो सासरो।। सगळा करै यहाँ प्यार मनैं, झूठ क्यूं मूं बोलूं। स्वर्ग अर मंदिर जस्यो... Rajasthani · गीत 443 Share gurudeenverma198 20 Aug 2023 · 1 min read दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी (शेर)- देखण जावै है सगळा, मेळो मारा भरतार। तैं भी दिखाणै ले चालो,मेळो मनैं भरतार।। रेलगांव रा हाट मांय, मनैं दिलाओ पायल तैं। रेशम री साड़ी मेळा मं, मनैं दिलाओ... Rajasthani · गीत 1 1 374 Share gurudeenverma198 15 Aug 2023 · 1 min read घणो ललचावे मन थारो,मारी तितरड़ी(हाड़ौती भाषा)/राजस्थानी) (शेर)- हो ग्यो आबाद घर वू , जिण घर तू आई है। रोज बणे पकवान वहाँ, तू दिवाळी लाई है।। बदल दी तूने सूरत, उण घर और भरतार री। खुशकिस्मत... Rajasthani · गीत 291 Share Radhakishan R. Mundhra 31 Jul 2023 · 1 min read बिसुणी (घर) बिसुणी (घर) घणों चालणो, पेंडो लाम्बो, तिरस्यां लागै दूणी। थक ज्यांवा जद, बासो लेवण याद आवै बिसुणी।। Rajasthani · Quote Writer · कविता · दोहा · लघु कथा 1 223 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 24 Jul 2023 · 1 min read Ghazals | Famous Rajasthani Ghazal | Anjas ग़ज़लां राजस्थानी ग़ज़ल री परम्परा घणी लांबी है। अठै उणी'ज परम्परा री बानगी सरूप ग़ज़लां रौ संग्रै करियोड़ो है। अतुल कनक अब्दुल समद ‘राही’ आनन्द प्रिय आशा पाण्डेय ओझा कामण... Rajasthani · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा 628 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 24 Jul 2023 · 3 min read Famous Poets from Rajasthan | Anjas जूनौ कोस राजस्थान रो प्राचीन साहित्य संग्रै An archive of Rajasthani literature from c1200 to c1900. Includes Charan, Jain and Sant Sahitya in both Dingal and Pingal and various styles/forms... Rajasthani · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · दोहा 341 Share लक्की सिंह चौहान 23 Jul 2023 · 1 min read बिलमै परदेस थारी चाकरी, असल सुख नै छिनै ह, दादा सा रै हाथ री चाय ने मनडो बिलमै ह। चाय तो अठै भी मिल जावै ह, पण वो मनुवार कठै, सुता... Rajasthani 1 244 Share रंगीलो राजस्थानी कविता | Anjas 10 Jul 2023 · 1 min read Rajasthani Kavita A collection of genres included in the Rajasthani poetry tradition. मां अर म्हैं अंकिता पुरोहित favorites Share मां कद झलाया सगळा बरत ठाह नीं पण करूं म्हैं नेम सूं, बरत... Rajasthani · कविता · कहानी · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 1 260 Share राजेश 'ललित' 8 Jun 2023 · 1 min read राम भजन कर लै रै प्राणी ! राम भजन कर लै रै प्राणी ! -------------- राम भजन कर लै रै प्राणी राम मजन कर लै रै यो जिंदगी वापिस नहीं आणी राम भजन कर लै रे प्राणी... Poetry Writing Challenge · गीत 3 167 Share gurudeenverma198 28 May 2023 · 1 min read मारुति मं बालम जी मनैं (शेर)- देखो सगली दुनिया आज,जावै हैं देखण मेलों। मारुति मं बालम मनैं भी, ले चालो दिखाणे मेलों।। ---------------------------------------------------------------- मारुति मं बालम जी मनैं। मेलों दिखावो तैं आज मनैं।। शॉपिंग करा... Rajasthani · गीत 365 Share Rajdeep Singh Inda 6 Mar 2023 · 1 min read मां रा सपना गुमसुम सी रैवै है मां बापू रै जायां पछै ! सूरज उगण सूं पैलां'इज नहा'र ओढ़ लेवै है हळ्कै रंग री ओढ़णी अर लगा लेवै आपरै सूनै माथै पर गंभीरता... Rajasthani · मां · मां बेटा · मां रा सपना · राजदीप सिंह इन्दा की कविता · स्वप्न 1 1 774 Share gurudeenverma198 2 Mar 2023 · 1 min read होली रो यो है त्यौहार होली रो यो है त्यौहार, जीभर रंग लगाबा दयो। बजबा दयो चंग बाजा तैं, जीभर मनैं नचबा दयो।। होली रो यो है त्यौहार------------------------------।। (होली है होली, यह होली है होली)... Rajasthani · गीत 454 Share Dr Meenu Poonia 3 Dec 2022 · 1 min read " जाड्डडो आगयो" " जाड्डडो आगयो" नवंबर महीनो जाड्डडो लायो तावड़े मै बैठकीं सारा सिकांगा जाड्डडां की तो बात ए न्यारी सै गरम गरम रजाई मै सोवांगा, गुड़ आली गज्जक खावांगा पूनिया तो... Rajasthani · कविता 1 237 Share लक्की सिंह चौहान 26 Nov 2022 · 6 min read बिखरतो परिवार जन्म रै साथै सगळा सूं पैळा आपा जकी लोगां सूं जाण-पिछाण करा, बो हुया करै ह परिवार। बेमाता रा लिख्योड़ा आखर अर करमा रा जोग सूं बिधाता री मरजी थकां... Rajasthani 3 271 Share लक्की सिंह चौहान 15 Nov 2022 · 2 min read मनड़ा री वात मायड़ धरा नै छोड्या आज 1 मास हौवण आया, पण उण री ओल्यूं रैर-रैर आवै है। जिंदगी री गांड़ी धकै हांकण सारु मोटियार परदेस कांनी मुंड़ो करै ह। परदेसा रा... Rajasthani 1 287 Share Dr Meenu Poonia 14 Nov 2022 · 2 min read याद आयो पहलड़ो जमानो " याद आयो पहलड़ो जमानो " सारे भाण भाई ध्यान लगाल्यो गल्ली मिलकी बात करांगा बूढ़ा बुजुर्गा धोरै सबनै सुणी जो उण सारी बाता मैं हां भरांगा, ये सारी ऊं टेम... Rajasthani · कविता 3 210 Share लक्की सिंह चौहान 8 Oct 2022 · 2 min read आजादी रो अमृत उछब देस रा सगळा रैवासिया नै लक्की सा रा हिवणै तणी सूं घणी घणी अर मौकळी बधाईयां अरज हुवै सा। बख्त आयो ह तिरंगा ध्वज नै प्रणाम करण रो, टैम आयो... Rajasthani · लेख 2 190 Share Previous Page 4 Next