Posts Language: Chhattisgarhi 73 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Mahetaru madhukar 21 May 2025 · 1 min read गुरतुर भाखा गुरतुर भाखा छत्तीसगढ़ी हमर महतारी भाखा ए, अलग पहिचान हावय आज जी। मधरस कस गुरतुर हमर भाखा, गोठियाय म काके लाज जी........ सुने म अड़बड़ नीक लागे, दुख-पीरा के हरईया... Chhattisgarhi · Poem 1 101 Share JITESH BHARTI CG 29 Apr 2025 · 1 min read काम बुता ( छत्तीसगढ़ी कविता) काम बुता (छत्तीसगढ़ी कविता) काम बुता करे ले जिनगी बनथे, मेहनत के गाथा ह सूरज जइसे चमकथे। माटी ले सोन उगथे, हाथ के गंध ले, पसीना के मोती ह गाथा... Chhattisgarhi · 25 कविताएं · Best Hindi · जितेश भारती · नई कविता 240 Share JITESH BHARTI CG 20 Apr 2025 · 1 min read तोर माया सुघ्घर दाई एक छत्तीसगढ़ी कविता है –"तोर मया सुघ्घर हे दाई" – जो माँ के प्यार और ममता को समर्पित है: --- तोर मया सुघर है दाई — एक छत्तीसगढ़ी कविता तोर... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi · New Poetry · जितेश भारती · हिंदी 1 140 Share JITESH BHARTI CG 19 Apr 2025 · 1 min read ""हमर गाँव"" एक नई छत्तीसगढ़ी कविता — गाँव के जीवन पर आधारित: "हमर गाँव" हमर गाँव के बात निराला, हरियर खेत अउ बगिया वाला। माटी म खुशबू कस परे, मन ल भा... Chhattisgarhi · कविता · छत्तीसगढ़ी कविता · जितेश भारती · हिंदी 300 Share JITESH BHARTI CG 9 Apr 2025 · 3 min read ।। दाई के मया ।। { छत्तीसगढ़ी कहानी } जरूर! नीचे एक लंबी छत्तीसगढ़ी कहानी है – "दाई के मया", जिसमें पाँच पात्र हैं। कहानी ममता, संघर्ष, और इंसानियत के मोल के ऊपर आधारित हे। --- कहानी – दाई... Chhattisgarhi 1 111 Share Santosh kumar Miri "kaviraj" 18 Mar 2025 · 1 min read नारी एक क्यारी है *नारी एक क्यारी है* नारी एक क्यारी है लगती सुंदर, प्यारी है। चाल निराली है, लगती गर्म चाय की प्याली है। ओ किसी की पत्नी और किसी की साली है।... Chhattisgarhi · Poem 111 Share Santosh kumar Miri "kaviraj" 18 Mar 2025 · 1 min read फाग गीत फाग गीत मुखड़ा _ रे फगुआ तय मजा ले ले फागुन के। रे फ़गनी तय मजा ले ले होली के।। पद_ अरे फ़गनी तय मजा लेले होली के2 तय मजा... Chhattisgarhi · Poem 122 Share TAMANNA BILASPURI 12 Mar 2025 · 1 min read मजा आवय नहीं फागुन तोर आये बिना मजा आवय नहीं फागुन, तोर आये बिना । मन कूद के आ जाथे, भुइंया म लाये बिना ।। मजा आवय... कुक-कुक कोयली के कुकना, बसन्त के बहार । गांव-गांव म... Chhattisgarhi 1 128 Share नेताम आर सी 8 Mar 2025 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय कस ऊंचा रीहिस हे, जेकर हौसला। पल में कर लेत रिहिस हे, हर समस्याओ के फैसला। समुद्र के लहर ले घलो तेज रिहिस, चट्टान के जईसे अडिग अऊव अभेद... Chhattisgarhi · Poem 1 105 Share Santosh kumar Miri 23 Feb 2025 · 1 min read आम के छांव *आमा के छांव* आम के छांव निक लागे मोर गांव शीतल छांव रोहन मोहन आव जनउला खेलने किसका है दांव? आम के छांव...... हरियर हरियर पाना के हरियर हरियर दाना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 122 Share Previous Page 2 Next