Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2017 · 1 min read

II राह में था काफिला….II

राह में था काफिला भी खो गया l
मंजिलों का आसरा भी खो गया ll

वह न आए याद क्यों जाती नहीं l
अक्स खोया आईना भी खो गया ll

यह जमाना मानता है आपको l
दुश्मनों का हौसला भी खो गया ll

क्या करें हम गर्दिशों के दरमियां l
साथ मिलना आप का भी खो गया ll

शान तेरी क्या गिरी कुछ भी “सलिल”l
जो सिकंदर वक्त का भी खो गया ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश l

304 Views
You may also like:
■ क़तआ / किरदार
■ क़तआ / किरदार
*Author प्रणय प्रभात*
जन्मदिन की बधाई
जन्मदिन की बधाई
DrLakshman Jha Parimal
त्याग
त्याग
श्री रमण 'श्रीपद्'
कौन बोलेगा
कौन बोलेगा
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
मैं आंसू बहाता रहा,
मैं आंसू बहाता रहा,
अनिल अहिरवार"अबीर"
हे काश !!
हे काश !!
Akash Yadav
उसने कौन से जन्म का हिसाब चुकता किया है
उसने कौन से जन्म का हिसाब चुकता किया है
कवि दीपक बवेजा
कविता
कविता
Sunita Gupta
मित्र कौन है??
मित्र कौन है??
Ankita Patel
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
आ गई रंग रंगीली, पंचमी आ गई रंग रंगीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ  लोग घंटों  घंटों राम, कृष्ण
हम उसी समाज में रहते हैं...जहाँ लोग घंटों घंटों राम,...
ruby kumari
दिल की तमन्ना
दिल की तमन्ना
अनूप अम्बर
नाम नमक निशान
नाम नमक निशान
Satish Srijan
मेरी बनारस यात्रा
मेरी बनारस यात्रा
विनोद सिल्ला
💐अज्ञात के प्रति-38💐
💐अज्ञात के प्रति-38💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
Ankit Halke jha
Kbhi asman me sajti bundo ko , barish kar jate ho
Kbhi asman me sajti bundo ko , barish kar jate...
Sakshi Tripathi
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
Ranjana Verma
नया साल मुबारक
नया साल मुबारक
Shekhar Chandra Mitra
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
कुछ जुगनू उजाला कर गए।
कुछ जुगनू उजाला कर गए।
Taj Mohammad
कब तक
कब तक
Surinder blackpen
मां तो मां होती है ( मातृ दिवस पर विशेष)
मां तो मां होती है ( मातृ दिवस पर विशेष)
ओनिका सेतिया 'अनु '
"पति परमेश्वर "
Dr Meenu Poonia
तुम्हारा ध्यान कहाँ है.....
तुम्हारा ध्यान कहाँ है.....
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
"दर्द की महक"
Dr. Kishan tandon kranti
गंदा हो रहा।
गंदा हो रहा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सोच का अपना दायरा देखो
सोच का अपना दायरा देखो
Dr fauzia Naseem shad
मैं सरकारी बाबू हूं
मैं सरकारी बाबू हूं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में पदयात्रा
नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में पदयात्रा
Ravi Prakash
Loading...