Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2017 · 1 min read

हाफ कोट और कुर्ती ।

नेताओं की पहचान क्या है? वैसे तो बड़े नेताओं की अनेक पहचान है,जिससे आप सभी परिचित हैं,लेकिन शुरुवाती दौर में अगर कोई खादी की सफ़ेद कमीज पजामा व वास्कट पहन लेता था लोग कहते थे,देखो ! नेता जी आ गए । लेकिन जमाना बदला तो पहनावा भी बदल गया । आजकल कुछ खास किस्म के नेता हाफ कोट और कुर्ती पहनते हैं । या यों कहें कुछ विशेष लोग जो कुर्ता पजामा तो पहन नहीं सकते और दुनिया के सामने अपने को नेता दिखाने की चुनौती भी है ,क्योकिं लाल पीले नीले रंग की अध्य्क्ष महामंत्री की नाम पट्टिकाएं जो इन्होंने अपनी गाड़ियों के आगे रौब दिखाने के लिए सजाई थी,परिवहन विभाग की सख्ती के चलते उतर गई।इसलिये इनका विशेष पहनावा न हो तो इनको फिर पहचानेगा कौन? जरा सा कहीं किसी कार्यक्रम,समारोह में शामिल होने पर
ये जो फेसबुक और व्हाट्सएप्प पर अपनी फ़ोटो तत्काल पोस्ट करतें हैं, यही कुर्ती और हाफ कोट तो इनकी पहचान है,विशिष्ट नेताओं की विशिष्ट पहचान। आप समझ ही गए होंगे” ज्यादा क्या समझाना,काम करो,चाहे न करो पर दिखावा जरूर करो ।

Language: Hindi
Tag: लेख
700 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
Author Dr. Neeru Mohan
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
अर्थ नीड़ पर दर्द के,
sushil sarna
बादल
बादल
Shankar suman
"गरीब की बचत"
Dr. Kishan tandon kranti
एक generation अपने वक्त और हालात के अनुभव
एक generation अपने वक्त और हालात के अनुभव
पूर्वार्थ
नन्हा मछुआरा
नन्हा मछुआरा
Shivkumar barman
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
रिश्ते चाय की तरह छूट रहे हैं
Harminder Kaur
खूब ठहाके लगा के बन्दे
खूब ठहाके लगा के बन्दे
Akash Yadav
भीड़ पहचान छीन लेती है
भीड़ पहचान छीन लेती है
Dr fauzia Naseem shad
चीरहरण
चीरहरण
Acharya Rama Nand Mandal
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
Yogendra Chaturwedi
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
Satish Srijan
विशेष दिन (महिला दिवस पर)
विशेष दिन (महिला दिवस पर)
Kanchan Khanna
फितरत
फितरत
Awadhesh Kumar Singh
अपना - पराया
अपना - पराया
Neeraj Agarwal
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
*बहुत जरूरी बूढ़ेपन में, प्रियतम साथ तुम्हारा (गीत)*
*बहुत जरूरी बूढ़ेपन में, प्रियतम साथ तुम्हारा (गीत)*
Ravi Prakash
■ लोक संस्कृति का पर्व : गणगौर
■ लोक संस्कृति का पर्व : गणगौर
*Author प्रणय प्रभात*
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कवि रमेशराज
खाटू श्याम जी
खाटू श्याम जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बुध्द गीत
बुध्द गीत
Buddha Prakash
हम चाहते हैं
हम चाहते हैं
Basant Bhagawan Roy
बरसात
बरसात
लक्ष्मी सिंह
Wakt hi wakt ko batt  raha,
Wakt hi wakt ko batt raha,
Sakshi Tripathi
*** लहरों के संग....! ***
*** लहरों के संग....! ***
VEDANTA PATEL
"धन्य प्रीत की रीत.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
श्रृंगारिक दोहे
श्रृंगारिक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दुआ के हाथ
दुआ के हाथ
Shekhar Chandra Mitra
2743. *पूर्णिका*
2743. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...