यह कुर्सी क्या बला है ..
C.M की कुर्सी के लिए कैसी हो रही हैं खींचतान ।
कुर्सी पर ही अटकी है इनकी आन-बाण-शान ।
खुद को श्रेष्ठ साबित करने के चक्कर में खीच रहे एक-दुसरे की टांग ,
क्या सौगात है यह ,या खुदा ! जिसकी लिए डोल रहा ईमान ।
C.M की कुर्सी के लिए कैसी हो रही हैं खींचतान ।
कुर्सी पर ही अटकी है इनकी आन-बाण-शान ।
खुद को श्रेष्ठ साबित करने के चक्कर में खीच रहे एक-दुसरे की टांग ,
क्या सौगात है यह ,या खुदा ! जिसकी लिए डोल रहा ईमान ।