बारूद का ढेर
बारूद के ढेर पर जो दुनिया खड़ी है ।
यह करोना भी उसकी ही एक कड़ी है ।
अब भी न समझ पाए तुम कयामत के इशारे ,
मौत के शिकंजे में टूटने को बेकरार ,
सभी के सांसों की लड़ी है ।
बारूद के ढेर पर जो दुनिया खड़ी है ।
यह करोना भी उसकी ही एक कड़ी है ।
अब भी न समझ पाए तुम कयामत के इशारे ,
मौत के शिकंजे में टूटने को बेकरार ,
सभी के सांसों की लड़ी है ।