Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jan 2022 · 1 min read

खुदकुशी का ख़्याल

अगर कभी-कभी आपके जेहन में खुदकुशी का ख़्याल आता है तो यक़ीन मानिए कि आप वह शख़्स हैं जिसकी दुनिया को बहुत ज़रूरत है। मायूसी के चाहे जितने भी भारी लम्हें आएं लेकिन आपको जीना चाहिए। अपने लिए नहीं तो दुनिया के सताए गए लोगों के लिए ही सही..!

Language: Hindi
1 Like · 358 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कलम की वेदना (गीत)
कलम की वेदना (गीत)
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
बसंत
बसंत
manjula chauhan
Jay prakash dewangan
Jay prakash dewangan
Jay Dewangan
राख का ढेर।
राख का ढेर।
Taj Mohammad
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
Praveen Sain
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
Er.Navaneet R Shandily
बेटियां एक सहस
बेटियां एक सहस
Tarun Singh Pawar
भावनाओं की किसे पड़ी है
भावनाओं की किसे पड़ी है
Vaishaligoel
याद आते हैं वो
याद आते हैं वो
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
Charu Mitra
नमकास (कुंडलिया)
नमकास (कुंडलिया)
Ravi Prakash
ए जिंदगी….
ए जिंदगी….
Dr Manju Saini
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
Arghyadeep Chakraborty
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
तेरे हुस्न के होगें लाखों दिवानें , हम तो तेरे दिवानों के का
Sonu sugandh
💐प्रेम कौतुक-540💐
💐प्रेम कौतुक-540💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
शिव प्रताप लोधी
दिनकर की दीप्ति
दिनकर की दीप्ति
AJAY AMITABH SUMAN
सौ रोग भले देह के, हों लाख कष्टपूर्ण
सौ रोग भले देह के, हों लाख कष्टपूर्ण
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"विनती बारम्बार"
Dr. Kishan tandon kranti
"दीप जले"
Shashi kala vyas
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
राम
राम
Suraj Mehra
#लोकपर्व-
#लोकपर्व-
*Author प्रणय प्रभात*
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
শহরের মেঘ শহরেই মরে যায়
Rejaul Karim
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव
Sanjay ' शून्य'
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
Neelam Sharma
" मुझे सहने दो "
Aarti sirsat
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
Loading...