सच्चाई है कि ऐसे भी मंज़र मिले मुझे
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
गजब है हिंद की भाषा ये'हिंदी खूब भाती है
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
The new normal- Amidst the Pandemic
"उलाहना" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जब तक साँसें चलती है, कोई प्रयत्न कर ले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
समय संवाद को लिखकर कभी बदला नहीं करता
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ७)
आप लगाया न करो अपने होंठो पर लिपिस्टिक।