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250 authors · 5361 posts
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O YOUNG !
O YOUNG !
SURYA PRAKASH SHARMA
बेशक उस शहर में हम अनजान बन के आए थे ।
बेशक उस शहर में हम अनजान बन के आए थे ।
Karuna Goswami
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
FOR THE TREE
FOR THE TREE
SURYA PRAKASH SHARMA
चेहरा
चेहरा
Sumangal Singh Sikarwar
छत पर हम सोते
छत पर हम सोते
प्रदीप कुमार गुप्ता
STABILITY
STABILITY
SURYA PRAKASH SHARMA
नेताजी को लू लग गई
नेताजी को लू लग गई
Harinarayan Tanha
पिता
पिता
प्रदीप कुमार गुप्ता
दिल की कश्ती
दिल की कश्ती
Sakhi
*नानी के आशीष*
*नानी के आशीष*
ABHA PANDEY
कलियुग
कलियुग
Dr.sima
आभार🙏
आभार🙏
पं अंजू पांडेय अश्रु
क्या कहें
क्या कहें
Padmaja Raghav Science
बिसरे पन्ने और हम
बिसरे पन्ने और हम
Padmaja Raghav Science
काहू संग न प्रीत भली
काहू संग न प्रीत भली
Padmaja Raghav Science
बदलाव जरूरी है
बदलाव जरूरी है
Padmaja Raghav Science
आनलाइन कथा
आनलाइन कथा
Padmaja Raghav Science
उलझन
उलझन
manorath maharaj
बुढापा
बुढापा
Ragini Kumari
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
आज, नदी क्यों इतना उदास है.....?
VEDANTA PATEL
मई दिवस
मई दिवस
Ghanshyam Poddar
बदलियां
बदलियां
surenderpal vaidya
मुस्कराना
मुस्कराना
Neeraj Agarwal
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
हिस्सा,,,,
हिस्सा,,,,
Happy sunshine Soni
सूखा पेड़
सूखा पेड़
Juhi Grover
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
Anamika Tiwari 'annpurna '
सहज - असहज
सहज - असहज
Juhi Grover
जन-मन की भाषा हिन्दी
जन-मन की भाषा हिन्दी
Seema Garg
वीर जवान --
वीर जवान --
Seema Garg
मेरी नाव
मेरी नाव
Juhi Grover
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
कुछ कहती है, सुन जरा....!
कुछ कहती है, सुन जरा....!
VEDANTA PATEL
भारत के जोगी मोदी ने --
भारत के जोगी मोदी ने --
Seema Garg
जाते जाते कुछ कह जाते --
जाते जाते कुछ कह जाते --
Seema Garg
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
Seema Garg
राही आंगे बढ़ते जाना
राही आंगे बढ़ते जाना
राकेश पाठक कठारा
THE SUN
THE SUN
SURYA PRAKASH SHARMA
A GIRL WITH BEAUTY
A GIRL WITH BEAUTY
SURYA PRAKASH SHARMA
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
Abhishek Soni
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
सुनते भी रहे तुमको मौन भी रहे हरदम।
Abhishek Soni
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
एक सरल मन लिए, प्रेम के द्वार हम।
Abhishek Soni
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
शहर की बस्तियों में घोर सन्नाटा होता है,
Abhishek Soni
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
Abhishek Soni
राम गीत 2.0
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
मजदूर का दर्द (कोरोना काल)– संवेदना गीत
Abhishek Soni
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