Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 16 Next Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read जिसकी लाठी उसकी भैंस। डर-डर के भी जीना क्या एक दिन सभी को जाना है । अन्याय कभी न करना मगर अन्याय कभी न सहना है। जब तक जीना है जग में स्वाभिमान से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 115 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल। गजब निराली तेरी माया जो ना अधिकारी वही है पाया जिसको धन की कदर नहीं है वही कुबेर खजाना पाया। धन दौलत के बूते पर ही समाज में उसने नाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 108 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read एक और परीक्षा बाकी है। मतलब कि इस दुनिया में एक और परीक्षा बाकी है। स्वाभिमान की रक्षा हेतु एक और तपस्या बाकी है। आने दो उस समय को मैं क्यों प्रतीक्षा कर रहा हूँ।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read अतिथि की तरह जीवन में अतिथि की तरह जीवन में दुख सुख की बयार आती है एक के बाद ही एक सही पतझड़ तो कभी बहार आती है प्रकृति का यह अटल सत्य है। तपती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 99 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read तेरे अंदर भी कुछ बात है रे मन तू इतना मत हो उदास तेरे अंदर भी कुछ बात है तू अपना कर सकता है विकास। माना खायी दर-दर की तूने ठोकर अब तक जीवन में अरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 69 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read तमाशा लगता है जीव जगत का जीना मरना एक तमाशा लगता है। कठपुतली सा खेल दिन रात भूलोक पर चलता है। इसकी डोर विधाता के पास सबको नाच नचाता है। रचना बड़ी निराली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 54 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read बंदिश में नहीं रहना है अन्याय कभी ना करना मगर अन्याय कभी न सहना है। अपने जीवन की कथा यही बंदिश में नहीं रहना है। स्वाभिमान है अटल मेरा मैं इसे नहीं झुकने दूंगा। धन... Poetry Writing Challenge-3 1 110 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read और इच्छा हो जाती है मैंने जिंदगी से पूछा अरे तू इतनी रूखी रूखी सी क्यों है? इतने सुख पाने के बाद भी तू इतनी सुखी सुखी से क्यों है ? वह कौन सी तेरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 41 Share Saraswati Bajpai 28 May 2024 · 1 min read मेरे जीवन सहचर मेरे मेरे जीवन सहचर मेरे, क्यों तुम दूर खड़े हो ? आओ पास हमारे कह दो मेरे हित ही बने हो । तन्द्रा व भय की रेखाएँ हैं जीवन को घेरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 79 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read सच्चा आनंद कोई जाकर उससे पूछे सच्चा आनंद क्या होता है जिसने दिन भर काम किया है कड़ी धूप में काम किया है खेत जोते पत्थर तोड़े। पल भर न विश्राम किया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 73 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read कर्मों का फल भुगतना है आज नहीं तो कल सबको कर्मों का फल भुगतना है। समय से टक्कर लेना क्या जब समय के आगे झुकना है। अरे मानव क्या सोच रहा तेरा अभिमान बना रहे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read कल आजकल कल की दुनिया में मन को मिले न कल हर पल हर पल हर पल। हो गये आजकल हम कल के गुलाम कल तक जो लेते थे परिश्रम से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 56 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 28 May 2024 · 1 min read तू कल बहुत पछतायेगा आज काट ले पेड़ मगर तू कल बहुत पछतायेगा पेड़ काट कर घर बना ले या बना ले फर्नीचर तू। जंगल काट कर खेत बना ले या लगा ले कारखाने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share Seema Garg 28 May 2024 · 1 min read धधक रही हृदय में ज्वाला -- वीर बलिदानी सुभाष चन्द्र बोस जी की स्मृति में हमारे देश के वीर जवानों को मेरा स्वरचित यह गीत समर्पित है शीर्षक-- *धधक रही हृदय में ज्वाला-* वीर जवान बढे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 2 146 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read अव्दय ______अव्दय________ गर तेरी मोहब्बत का हमे। इस जनम सहारा ना मिलता।। भीड़ भरी इतनी बड़ी दुनिया में। एक कोने में पडा अव्दय होता।। बहुत सारे जग में ऐसे है। कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 92 Share Seema Garg 28 May 2024 · 1 min read वसुंधरा की पीड़ा हरिए -- वसुन्धरा की पीड़ा हरिए -- काव्य गीत सृजन-- ********************************** दग्ध हुआ धरती का आँचल, वसुंधरा की पीड़ा हरिए। सावधान हो जाओ मानव,जननी को मत मैला करिए। क्रंदन करता है अन्तर्मन,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 87 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read ओ त्याग मुर्ति माँ होती है ओ त्याग मुर्ति माँ होती है दर्द सहकर खूद, मुझे जनम दिया, ओ त्याग मुर्ति, माँ होती है। नौ माह गर्भ तले, मुझे रख दिया, ओ महान शक्ति देवी, माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 2 113 Share Seema Garg 28 May 2024 · 1 min read सत्य काव्य सर्जन गीत -- सत्य -- ******************************** सीधी-सच्ची बातें कहता, सदा अमंगल टाला है। सत्य वचन जो बोले मानव, प्रभु उसका रखवाला है।। सदा सत्य जयकारा होती, झूठे का मुँह... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 137 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 28 May 2024 · 1 min read नव भारत निर्माण करो सुनो गौर से वीर जवानों, नव भारत निर्माण करो, छाकर गहरे आसमान में, दिनकर सा प्रकाश करो। निज गौरव गाथा लेकर, भू पर अमृतधारा लहरा दो, बोस , भगतसिंह के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 129 Share surenderpal vaidya 28 May 2024 · 1 min read पंचवक्त्र महादेव गीतिका ~~ पंचवक्त्र महादेव प्रभु का, नित्य करें हम ध्यान। सारे जग की रक्षा करते, कर लेते विषपान। सफल नहीं हो पाया दशानन, अटल रहा कैलाश। नहीं हिला था लेश... Poetry Writing Challenge-3 · गीतिका · सरसी छंद 3 123 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read — नारी न होती तो — सच कहा है न नारी न होती तो कैसे जगमग होता संसार सच कहा है न नारी न होती तो कैसे चलता सब का व्यापार सच ही तो कहा है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 122 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ।। यथार्थ ।। छोटी छोटी खुशियों को,तू छोड़े आगे बढ़ जाए । सभी खुशियों को कल जिएंगे,ये कह कर निकल जाए।। तो ये समझो की वो कल जिंदगी में किसके कब आया। खुशी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 95 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read — मैं सैनिक हूँ — बना ही था इस भारत माता के लिए मुझ को पैदा ही किया मेरी माँ ने सिर्फ और सिर्फ भारत माँ के लिए इस माटी का खून हूँ इस माटी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 115 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read — बेटे की ख़ुशी ही क्यूं —?? घर में बेटे के हो जाने की ख़ुशी का ठिकाना होते देखा लोगों को आज भी बेटी से बढ़कर बेटे की होने की ख़ुशी होते देखा किसी के दो के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 108 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *।। गिरती मानवता ।।* सुंदर नाम था उसका और करता था एक मिल में मजदूरी । दलित था वो शायद ये थी उसकी कमज़ोरी। मगर क्या ये सच था, क्या दलित होना ही कमज़ोरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 81 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read — ये नेता हाथ क्यूं जोड़ते हैं ??– हम सब जानते हैं, बड़े अछे से पहचानते हैं किसी से कुछ छुपा नही किसी से कुछ बचा नही फिर भी हर पांच साल में एक बार यह नेता सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 91 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read –स्वार्थी रिश्ते — स्वार्थ से भरे नजर आते हैं सब रिश्ते चाहे वो अपने हों या पराये हर कोई चाहता है स्वार्थ सिद्ध हो जाए चाहे वो अपने हों या पराये जिस का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 108 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read — कैसा बुजुर्ग — — कैसा बुजुर्ग — कलियुग का समां सब से खराब बुजुर्ग तक की इज्जत कर रहे युवा बर्बाद !! न घर में इज्जत न घर से बाहर कुछ कहने का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *भटकाव* प्रकृति के संग किया छेड़छाड़ भारी। पड़ती है ठंड और हो रही है बारिश ।। समाज में आज हम वैसा ही कर रहे । प्रकृति के साथ जो करके भुगत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 107 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read !!!! कब होगा फैसला मेरा हक़ में !!!! सुबह से हो गयी शाम इक आस को लेकर बैठे हुए न जाने कितने साल गुजर गए कचहेरी में खुद को लाते हुए न भूख की चिंता न रहती प्यास... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 112 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read *** भूख इक टूकड़े की ,कुत्ते की इच्छा*** एक रोटी के टूकड़े को देखकर आँख लालाइत हो गयी उसकी वो दौड़ा उठाने को अपनी भूख की खातिर तब तक वो कुत्ता ले गया उठा उसको अपने पेट की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *एकलव्य* द्रोणाचार्य जैसे गुरु ने ये कैसा कृत्य कर डाला। गुरुओं की गरिमा को जग में तहस नहस कर डाला ।। शिष्य का रिश्ता गुरु से क्या है सिखलाया था उसने।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read @@ पंजाब मेरा @@ मेरा पंजाब किसी से कम नहीं इसी लिए मुझे किसी का गम नहीं एक बार जिस ने इस धरती को चूमा फिर उस को आता कहीं चैन नहीं !! इंसान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read इन्सान बन रहा महान तू भी है इंसान, वो महात्मा भी तो इंसान है गरूर न कर इस दुनिया में, हम सब इंसान हैं कर्म कर्म का अपना अपना हिसाब है यहाँ कोई फ़क़ीर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 108 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read * बाँझ न समझो उस अबला को * जो गाये दूध देती हैं, उस की लात सहनी ही पड़ती है कुछ न कुछ बात तो जरूर कहनी ही पड़ती है जिस को लोग बाँझ समझ कर दुत्कार देते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 123 Share भरत कुमार सोलंकी 28 May 2024 · 1 min read अंगड़ाई अंगडाई ये बेचैन मन को अपनी अनुभुति से आराम करने की सोगात रखती है। तरुणाई से घबराकर अपनी बुती से वो आलस्य पर ओकात रखती है गलती क्यों की जनाव... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 1 87 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read ~रोटी~ जो भूखा हो उसे तुम ज्ञान देने मत चले जाना । जो भूखा है उसके हर बात में आयेगी बस रोटी।। तपिश जो भूख की होती है क्या तुम जान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share Monika Arora 28 May 2024 · 1 min read Let love shine bright Let our gazes meet, let love take its flight, Come closer, let's ignite, let love shine bright. Why endure torment when love's at our door? Stay not afar, let's explore,... Poetry Writing Challenge-3 · Quotation 2 111 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *कर्ण* मैं तो अबोध शिशु था,मुझको क्या था पता जगत का । छोड़ दिया था जल में ,किस ओर चला किस पथ पर । कैसी थी वो मां कैसे मुझको छोड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share भरत कुमार सोलंकी 28 May 2024 · 1 min read झुकना होगा हमे अपनो की चाहत पर ,झुकना होगा दगा किया सपनो की आहट पर ,झुकना होगा पागल पंथी पर सवार हो, पीछे तो हटना होगा खामोशी छायी कोई ग्वार हो ,नीचे... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 110 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *स्वार्थी दुनिया * गैर के सामने रोने से कुछ नहीं होगा । गुजर जायेंगे वो सामने से ऐसे ही ।। तेरा मज़ाक उड़ाएंगे पीठ पीछे तेरी। ये दुनियां ऐसे गिरे लोगों का बसेरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 40 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *मंजिल* जिंदगी के चौराहे को पार करोगे । एक नया मोड़ इंतजार कर रहा होगा।। तुम सोचते हो मंजिल अब मिलेगी। मगर मंजिल के मिलते ही नए रास्ते खुल जायेंगे। जिसे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 62 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में दिन भर घूमती हैं लाशे इस शेहर में कुछ साँसों को अपने साथ लेकर बड़ा बेबस है इन्सान का नजारा अपनी ही लाश ढो रहा अपने कंधे पर !! कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 115 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *मजदूर और उसकी कहानी * सुबह सुबह मजदूरी करने वो जाता है । जाने वो कितना पसीना बहाता है ।। शाम ढले थक करके चूर होके आता है । तब जाके खाने को रोटी वो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 69 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read **तुझे ख़ुशी..मुझे गम ** तुझे देख कर मैंने जीना सीख लिया तू चला गया मैंने पीना भी सीख लिया गम और ख़ुशी का संगम साथ लेकर तू अकेला मझधार में मुझे छोड़ गया !!... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 91 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read *** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला *** तोड़ के घरोंदा उस जीव का बेघर कर दिया ओ तूने इक पथर जरा उछाल दे अपने घर के शीशे पर ओ घरोंदा तोड़ने वाले !! तू तो बनवा लेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 95 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read ***इतना जरूर कहूँगा **** दोस्त हूँ आपका, दोस्त बनके रहूँगा जो आप मुझ से चाहेंगे, वो ही कहूँगा कष्ट तो जरूर सहूँगा, पर इतना जरूर कहूँगा इंसानियत के रूप में इंसान बन के रहना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 101 Share Priyank Upadhyay 28 May 2024 · 1 min read *वृद्धाश्रम* वृद्धाश्रम कोई जगह नहीं है । यह एक कब्र है । जहां दफ्न है, पिता की दिन रात की मेहनत, वो प्रेम जो अतुलनीय था, अपनी इच्छाओं को दरकिनार करते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 38 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read पर्यावरण से न कर खिलवाड़ हरा भरा रहे अगर वातावरण तो क्या किसी का कुछ घटता है वो पेड़ बेचारा तुम्हारी गंदगी लेकर तुम को जीवन ही तो देता है !! काट काट के पेड़ों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 85 Share गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार 28 May 2024 · 1 min read प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं मुझ को प्रेम की भाषा का पता है मैं प्रेम करता हूँ हर चीज से प्रेम ही तो है जो तोड़ दे सरहद की दीवार क्यूंकी इस में जीते हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 106 Share Previous Page 16 Next