Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 14 Next Dr.Archannaa Mishraa 29 May 2024 · 1 min read हमसाया हमसाया अब तन्हाई ही रास आती है ये उदासी भला कहाँ जाती है एक दौर था अपना भी, अब कहाँ कौन देखी जाती है ख़ालीपन स्याह सा ढुलका है हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 49 Share VEDANTA PATEL 29 May 2024 · 1 min read एक छोटी सी आश मेरे....! ” एक छोटी सी मेरी आशा चंचल… कहती है मुझे… चल अब चल, विंध्याचल...! ( प्रतीकात्मक भाव ) कुछ प्यास रख जिंदगी में… एक हौसले और अदम्य साहस… साथ रख... Poetry Writing Challenge-3 72 Share Dr.Archannaa Mishraa 29 May 2024 · 1 min read अपना अपना सच अपना अपना सच दूर अंधेरा फैला योजन तक रोतें हुए बच्चें का स्वर, चीखने की आवाज़ें चीरते हुए सन्नाटे आ जाता है एक भयानक हसीं का स्वर, अन्धकार इतना गहरा,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 49 Share Vibha Jain 29 May 2024 · 1 min read क्षणिका क्षणिका किया है कैद मुझको, दीवाना बना कर। रास ना आया तुमको , जोरू का गुलाम बन कर।। कहते नहीं थकते, हुस्न की हो तुम परी। जब आई कोई झल्ली,... Poetry Writing Challenge-3 73 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 29 May 2024 · 1 min read बसंत बहार मेरी जिंदगी मेरा करार हो तुम जिसे टूट कर चाहा वो प्यार हो तुम बेनूर थी जिंदगी तेरे आने के पहले मेरे जीवन की बसंती बहार हो तुम थपेड़ों से... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read खिड़की में भीगता मौसम बाहर तूफ़ानी मूसलाधार बरसात और एक खिड़की में भीगता मौसम खिड़की की सींखचों से बाहर देखती उसकी आँखें एक मौसम उसकी आँखों में उतर आता है मन का एक सूखा... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Usha Gupta 29 May 2024 · 1 min read ये मेरा इंदौर है २४) “ ये मेरा इंदौर है “ शाम सुहानी, सर्द रातें शबे मालवा का भी दौर है ओ यारों, ये मेरा इंदौर है॥ राजवाडा राजाओं का ठाठ- बाट दर्शाता है... Poetry Writing Challenge-3 71 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 29 May 2024 · 1 min read भलाई चार दिनों के जीवन में बस स्नेह और प्रेम हमेशा बना रहे कुछ और रहे ना रहे लेकिन मेल जोल आपसी बस बना रहे जाने कितने वर्षों तक हमने बस... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!! एक चेहरे पर ना जाने कितने मुखड़े लगाये बैठे है, एक भरोसे के दिखावे पर कितने बेईमान छुपाये बैठे है, इतने भी कितने गिर चले है लोग यहां.. किसी को... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 77 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read ख़्वाब और उम्मीदें कुछ ख़्वाब हैं कुछ उम्मीदें अलगनी पर लटकी आधी सोई सी कुछ टूट के बिखर गईं कुछ तार पर सूखती धुले कपड़ों सी पहने जाने के इंतिज़ार में हर ख़्वाब... Poetry Writing Challenge-3 67 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read तन्हा कब से तन्हा हूँ इस सूने खंडहर की तरह सदियों से जीर्ण-शीर्ण इमारत की तरह न कोई आता है न जाता है कुछ जंगली बेलें उगी हुई हैं ज़िंदगी के... Poetry Writing Challenge-3 83 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read गहराई दरकता सा दर्द हूँ मत जाना इन मुस्कुराहटों पर, अक्सर मुस्कुराहटों के पीछे ज़ख्म गहरे होते हैं इन झील सी आँखों का बहता अश्क़ हूँ अथाह दर्द का समंदर लहराता... Poetry Writing Challenge-3 75 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read तुम्हारा आना तुम्हारा आना तुम्हारा आना यूँ है जैसे तपते मरुस्थल में वर्षा का आ जाना मरुस्थल की प्रतीक्षा को अंततः एक विराम देता सा स्वरूप तुम्हारा लगता है मरुस्थल में भी... Poetry Writing Challenge-3 64 Share Mansi Kadam 29 May 2024 · 1 min read सिख जीने की गुमसुम सी बैठा करती थी एक दादी, गार्डन में एक बेंच पे, न जाने कहाँ देखती रहती थी...घंटो-घंटो तक...नजरें बिना हिलाए...... मैंने कभी नहीं देखी उनके चेहरे पर मुस्कान, समझ... Poetry Writing Challenge-3 82 Share Kanchan Advaita 29 May 2024 · 1 min read वीर सैनिक अपनी जिंदगानी लुटा कर वतनपरस्ती निभा गये सच्चे वीर सैनिक वतनपरस्ती की ख़ातिर अपना खून बहा गये सब घरों के चिराग रोशन कर, खुद को बुझा गये लोग अपनी रजाईयों... Poetry Writing Challenge-3 79 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read सागर की लहरों सागर की लहरों सागर की लहरों, जरा रूको जरा ठहरो, मेरे भीतर बुराई को मारो। तुफानों से है तेरी यारी, दुनिया कितनी सही कितनी बुरी, कहां-कहां क्या क्या हो रहा,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · गीत · पुस्तक समीक्षा · मुक्तक 107 Share Santosh kumar Miri 29 May 2024 · 1 min read रुख के दुख *रुख के दुख* रसीले फल मैं तुझे देता लात घूंसे मैं सबसे लेता फिक्र नही किसी को मेरी हर ख्वाहिशें पूरी करूं तेरी रसीले फल..... जड़ छाल फल ले जाते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 95 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 29 May 2024 · 1 min read बिन माली बाग नहीं खिलता #बिन माली बाग नहीं खिलता बिन माली बाग नहीं खिलता है। बिन माँ - बाप घर घर नहीं होता है।। माली दिन रात पौधे की देखभाल करता है । माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · दोहा · लघु कथा 155 Share Harinarayan Tanha 29 May 2024 · 1 min read एक इंसान ने एक परिंदे से मै इन्हें कैदी बनाने का विरोधी हूं मगर परिंदों को भी अपनी हद में उड़ना चाहिए अपना पर देखना चाहिए आसमान की गहराई देखनी चाहिए पर्वतों की उंचाई देखनी चाहिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share Harinarayan Tanha 29 May 2024 · 1 min read प्रकृति इस कदर खफा हैं इंसान से आग बरस रही है आसमान से प्रकृति इस कदर खफा हैं इंसान से बराबर का हक चाहिए आदमी को आदमी कि बड़ी चाहत है भगवान से फुल को दुश्मनी मोल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 70 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read राष्ट्र-मंदिर के पुजारी राष्ट्र-मंदिर के पुजारी, प्रगति-पथ पर बढ़ रहे हैं। थी निराशा हर तरफ, थी सुप्त मांँ भारत की गोदी, दूत भेजा इष्ट ने तब, सौराष्ट्र से 'नरेन्द्र मोदी' । व्याप्त था... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 101 Share Juhi Grover 29 May 2024 · 1 min read भगवान भी शर्मिन्दा है कितनों के तुम दिल तोड़ोगे, बस अब खत्म करो ये सिलसिला, बेवफाई भी तुम से शर्मिन्दा है। कितनों को तुम जीते जी मारोगे, बस अब रोको ये काफ़िला, अब तो... Poetry Writing Challenge-3 · इन्सान · कविता · पुलिन्दा · भगवान · शर्मिन्दा 99 Share Ruchika Rai 29 May 2024 · 1 min read तुम खूबसूरत हो तुम खूबसूरत हो काश,किसी ने यह कहते हुए नही देखा हो वह गोरी है या काली है या फिर साँवली। नही किसी ने अपलक नैनों की आकार मन में मापा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 28 May 2024 · 2 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको । कीर्ति, सुख, ऐश्वर्य, धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read शीर्षक-आया जमाना नौकरी का शीर्षक-आया जमाना नौकरी का नारी ,नर से कदम ताल मिलाकर,नये सफर पर चल पड़ी। मजबूरी है आज, महंगाई की जो मार पड़ी ।। बाई के हबाले,,छोड़ जिगर के टुकड़े को।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 72 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 May 2024 · 1 min read प्रेम की अनुभूति जीवन का मेरे आगाज तुम हो जीवन का मेरे अंजाम भी तुम हो तुम हो तो जीवन रोशन है मेरा जीवन का मेरे उद्देश्य तुम हो तुम हो तो जीवन... Poetry Writing Challenge-3 52 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 May 2024 · 1 min read बचपन साया जब तक है मात पिता का बचपन अपना जिंदा है आशीर्वाद है बुजुर्गों का जब तक बचपन अपना जिंदा है भले उमर हो जाए पचपन बचपन कहीं नही जाने... Poetry Writing Challenge-3 60 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 2 min read कृष्ण कन्हैया लाल की जय शीर्षक - कृष्ण कन्हैया लाल की जय सांवली सी सूरत, मथुरा बृंदावन के लाल। पीताम्बर धारे,माथे सोहे मोरपंख, पैरों में पाजनियां छमछम- छमछम बजत। देवकी- वासुदेव के नन्दन,जग करत वंदन।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 84 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यारे मोहन शीर्षक-प्यारे मोहन मेरे नटखट नन्द गोपाल, तेरे घुंघराले बालें बाल। मोहिनी मूरत, सोहनी सूरत, मुकुट साजें है भाल।। बासुदेव, देवकी ने नन्द जाओं, मथुरा - बृंदावन हुए निहाल। बालपन की... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 109 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read राधे कृष्णा, राधे कृष्णा शीर्षक - राधे कृष्णा, राधे कृष्णा मोरा मन कान्हा, पुकारें कृष्णा- कृष्णा। नैन उलझ गए मोरे तोसे,अब ना तरसाओ ना।। दर्पण में निहारूं,दिखे मुझे सर्वत्र किसन कन्हैया। तेरी वंशी की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 53 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 2 min read चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक शीर्षक - चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक मैं हूं एक किसान, मात्रभूमि मिली मुझे उपहार। मिट्टी की सौंधी -सौंधी खुशबू,मन हरती है बार- बार।। इस मिट्टी में जन्म लिया,करता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read जग की तारणहारी शीर्षक-जग की तारणहारी नारी है जग निर्माता, नारी है भगवान की माता। नारी ने बृह्माण्ड रचा, नारी जाति से है अस्मिता।। लोक लाज़ के भय से, नारी ने अपमान सहा।... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 85 Share ABHA PANDEY 28 May 2024 · 1 min read *कैसे कैसे बोझ* *कैसे कैसे बोझ* बोझ लेकर चलना जीवन की कला है, कभी खुशी, कभी मजबूरी भरा है। अपनों का हो बोझ , तो खुशी से उठाते हैं। दूसरों का बोझ ,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 40 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यार है इक अहसास शीर्षक -प्यार है इक अहसास प्यार है इक अहसास, जिंदगी में होता है खास। प्रेम बिन जिंदगी है बेकार, इश्क को करों स्वीकार। लेती है जिंदगी इम्तिहान,जब होती है आंखें... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read सपनों का घर शीर्षक- सपनों का घर यादों में बसे हैं, बस प्यार के घरोदें। आधुनिकता की दोड़ ने, पूर्वजों के, सपनों के घर है रोदें।। वो शुद्ध हवा, प्राकृतिक सुंदरता, चिड़ियों की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 35 Share Vibha Jain 28 May 2024 · 1 min read प्यार का त्योहार शीर्षक-*प्यार का त्योहार* आज है वैलिनटाइन डे, कहते हैं प्यार का त्योहार। प्रिय आ जाओ तुम, लेकर अपनी बाहों का हार।। स्वप्न देख रही हूं मिलन का,कर रही हूं मनुहार।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 30 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read शब्द अनमोल मोती #शब्द अनमोल मोती कागज पर बिखरे मेरे। शब्दों के अनमोल मोती।। थी मन में मेरे आई बाहर। जो अंदर कल्पना थी।। समुद्र गहराइयों में खोज। मुश्किल से मिले मोती।। सोच... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 1 84 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2024 · 1 min read गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं... सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं। कभी झुकता नहीं उसको मुहब्बत प्यार कहते हैं।। किसी के मौन में हल है किसी के बोल में हल है। मगर सच... Poetry Writing Challenge-3 1 60 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read सारथी #सारथी सारथी बन कर औरो के मुश्किलों की नैया पार करना। जरुरत इस युग में दुसरो के लिए सारथी बनना।। औरो को मार्ग दिखाके रथ को है चलाना। अपने भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 2 147 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read परमात्मा #परमात्मा प्रेम भक्ति शांति का रखिये वास। परोपकार त्याग से तृप्त होती आत्मा।। हर घड़ी परमात्मा रहते आसपास। सुखः दुखः को शीतल देखे आत्मा।। दर्द भरे जीवन का प्रवास। हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 113 Share ABHA PANDEY 28 May 2024 · 1 min read *अटूट बंधन* _अटूट बंधन_ छोटा सा प्यारा सा हम सबका लाडला, आज हो गया इतना बड़ा, खड़ा है तैयार ले जाने को बारात। ताऊ ताई, मामा मामी, बुआ और फूफा, ढेर सारे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 52 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 May 2024 · 1 min read मां से प्रण जनम दिया तुमने मुझको कर्ज कभी क्या चुका पाऊंगा ये प्रण है मेरा तुझसे जीते जी साथ निभाऊंगा धरा पर आया तेरे कारण यूं ही जनम नहीं गंवाने वाला ये... Poetry Writing Challenge-3 43 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read बंधन #बंधन जन्मो के बंधन का मीला मीत रे, तुझ संग मेरी अमर प्रित रे। मेरे दिल का तु ही मन मीत रे, प्रेम के गीतों का मधुर संगीत रे।। ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 99 Share krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर 28 May 2024 · 1 min read कागज़ से बातें कागज़ से बातें जब ओ पास थे, कदर न जानी। अब धीरे-धीरे वो, लुफ्त हो जाते हैं ।। उठते-बैठते, दिन रात है बेचैनी। खुद से खुद, कुछ कहते रहते हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 115 Share Rambali Mishra 28 May 2024 · 1 min read शनि देव *शनि देवाय नमः(दुर्मिल सवैया )* यह भक्त पुकारत है शनि को प्रभु उत्तम भाव सदा रखना। नित आत्म समर्पण है करता इसका हर कष्ट सदा हरना। प्रिय मानस पूजन नित्य... Poetry Writing Challenge-3 34 Share Rambali Mishra 28 May 2024 · 1 min read प्रतिभा की विशेषताएँ *प्रतिभा की विशेषताएँ (पंचचामर छंद )* विशिष्ट शिष्ट स्तुत्य कृत्य हेतु ज्ञान अमृता। सुयोग्यता सदैव बुद्धि दिव्य मान्य भव्यता। कुशाग्रता सदा सुधा प्रतीक रम्य दिव्यता। प्रचंड तीव्र गामिनी प्रभा पुनीत... Poetry Writing Challenge-3 47 Share Rambali Mishra 28 May 2024 · 1 min read प्रतिभा की विशेषताएँ *प्रतिभा की विशेषताएँ (पंचचामर छंद )* विशिष्ट शिष्ट स्तुत्य कृत्य हेतु ज्ञान अमृता। सुयोग्यता सदैव बुद्धि दिव्य मान्य भव्यता। कुशाग्रता सदा सुधा प्रतीक रम्य दिव्यता। प्रचंड तीव्र गामिनी प्रभा पुनीत... Poetry Writing Challenge-3 88 Share इंजी. संजय श्रीवास्तव 28 May 2024 · 1 min read बहिन बहिन भी तो मां का एक स्वरूप होती है परेशानी हो गंभीर तो मां का रूप होती है अक्सर तुमने भी इसे महसूस किया होगा समझदारी में अक्सर मां से... Poetry Writing Challenge-3 44 Share Saraswati Bajpai 28 May 2024 · 1 min read तुममें मैं कहाँ हूँ ? आज भी ढूँढ़ रही हूँ खुद का अस्तित्व, तुम्हारी आँख में, तुम्हारे हृदय में, तुम्हारी हर बात में । कभी लगता है, कहीं तो में हूँ; तुममें और कभी महसूस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 64 Share Rambali Mishra 28 May 2024 · 1 min read चरित्र *चरित्र (पंचचामर छंद )* पवित्र भाव शिष्टता सदैव सुष्ठ चाल है। चले मनुष्य सत्य राह दिव्य कृत्य ढ़ाल है। क्रिया कलाप नित्य रम्य मोहनीय अर्चना। सदैव मूल्यवान वृत्ति स्नेह सृष्टि... Poetry Writing Challenge-3 1 33 Share Previous Page 14 Next