ललकार भारद्वाज Poetry Writing Challenge-3 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ललकार भारद्वाज 6 May 2024 · 1 min read मनु और मोदी एक मनु और एक हैं मोदी, दोनो ने निष्पक्ष ही होके। संपूर्ण धर्म को एक किया, फिर भी अपनो ने बदनाम किया।। एक ने जीवन को दी थी ज्योति, एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 58 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read माँ बनना कोई खेल नहीं दर्द सहोगी खुशहाल रहोगी, माँ बनना कोई खेल नहीं। माँ की ममता सबको प्यारी, माँ बनना कोई खेल नहीं।। नवजीवन को धरा पर लाना, माँ बनना कोई खेल नहीं। माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 74 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read तुझमें बसते प्राण मेरे बस ऐसे ही ना तुझको चाहूं, तुझमें बसते प्राण मेरे हैं। प्राणों से भी प्यारी हो तुम, मेरी जिम्मेवारी हो तुम।। तुझ पर जीवन अपना वारू, देख अनोखा प्यार तू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 133 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read मेरी आँचल तुम मन के मालिक हो अपने, तुम मर्जी अपनी करती हो। तुम प्यार मुझे तो करती हो, पर खूब परेशा करती हो।। ये दिल तेरा भी धड़के हैं, ये दिल... Poetry Writing Challenge-3 · हास्य 73 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read ललित ललित कहे हर शब्द ललित ही। ललित सुने हर शब्द ललित ही।। ललित जपे हर शब्द ललित ही। ललित ललित है ललित ललित ही।। ललित कलाएं और ललित बलाएं। ललित... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 1 58 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read देश को कौन बचाएगा तुम्ही देश को फूंकोगे तो, देश को कौन बचाएगा? देश बचाने की खातिर, बलिदान कौन हो पाएगा?? देश फूंकने को आतुर, वो हर जुम्मे को रहते हैं। देश बने गजवा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read प्यार या तकरार तुम भोली भाली और मैं सीधा-साधा। तुम रस की गोली और मैं उसका आधा।। तुमने घर सवार और मैं तुम पर वारा। तुम करो शिकायत मैं बस मुस्कुराया।। कभी नोक... Poetry Writing Challenge-3 1 64 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस तुम्हारा यूँ गायब होना मुझे डरा देता है लगता है कहीं मुझसे कोई गलती तो नहीं हुई जिससे तुम नाराज हो गई हो तुम्हारा यूँ मुझको नजरअंदाज करना मुझे डरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मौसम बारिश वाला बिजली चमक रही हैं, बादल गरज रहे हैं। बारिश बरस रही हैं, सर्दी भी लग रही हैं।। अच्छा हुआ जो हम भी, बिस्तर में घुस गए हैं। बिस्तर भी ठंडा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 48 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read भरोसा भरोसा कर लो मुझपर तुम, कभी ना दिल दुखाऊंगा। रहूंगा जब तलक जिंदा, सदा ही साथ निभाऊंगा।। नहीं कोई गलत रास्ता, तुम्हें मैं फिर दिखाऊंगा। सवारू मैं तेरा जीवन, तुझे... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 53 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read शादी और साली सर पर सेहरा बांध के मेरे, मंद मंद मुस्कानते हो। सारी चिंता सौंप के मुझको, बड़े चैन से जाते हो।। हंसी नहीं रुकती हैं अब तो, बहुत ही तुम इतराते... Poetry Writing Challenge-3 · हास्य-व्यंग्य 1 55 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read दुर्घटनाएं दुर्घटनाएं घटती हैं, जाने मे अनजाने में। इनको कभी ना रखना तुम, दिल के तहखाने में।। ये दुखी सदा ही करती हैं, इन्हे अगर तुम याद रखो। जिस को जो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read ममता तुम्हारी तुम्हारी हर परेशानी, परेशान कर जाती हैं। तुम्हारे लिए, कुछ ना कर सकूँ।। ये बात भी तो, परेशान कर जाती हैं। मैं तुम्हे चाहता हूँ, इस कद्र, कि... ये चाहत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 44 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read एक लड़की एक लड़की... मान हैं अभिमान हैं दो कुलो की शान हैं एक लड़की... गुमनाम हैं स्वाभिमान हैं दो कुलो का कीर्तिमान हैं एक लड़की... गुणवान हैं दयावान हैं सदा बहकाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 26 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read इजहारे मोहब्बत हम इजहारे मोहब्बत का इजहार करे कैसे? तुम्हे प्यार किया हमनें इकरार करे कैसे? अब तुम्ही हमे बतलाओ तुम्हे प्यार करे कैसे? हम इजहारे मोहब्बत का इजहार करे कैसे? ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 64 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मेरे नसीब मेरे नसीब मे नहीं तो क्या, जो हैं वो तो मिल ही जायेगा। जो नहीं हैं मेरे नसीब मे, मिल कर भी चला जायेगा।। मैं खुश हूँ बहुत, तुने इतना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 53 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मेरी जिन्दगी बेशक तू कहती हैं, कि, तू खूबसूरत नही ए जिन्दगी। पर मुझसे तो पूछ, मेरी तो, हर तमन्ना हैं तू जिन्दगी।। मेरी तो हर अर्जओ आरज़ू, तुझसे ही तो सुरू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 34 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read तुम बन जाना मैं नही बन सकता यदि कृष्ण तुम्हारा, तुम तो राधे बन जाना। मैं नही बन सकता यदि राम तुम्हारा, तुम तो सबुरी बन जाना।। मैं नही बन सकता यदि वामन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 62 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मित्र धर्म पोल खोल कर रख दोगे, क्या, मित्र धर्म को भूल गए मित्र छुपाए राज सभी, क्यो, मित्र शर्म को भूल गए हसी मजाक ठीक सभी, क्या, मित्र मर्म को भूल... Poetry Writing Challenge-3 · हास्य-व्यंग्य 48 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read हंसते-हंसाते हंसते-हंसाते हर गम छुपा, खुशियां मनाते चल हम रहे है । सदियो के जख्मो को सिलते-सिलाते, मरहम लगाते बढ हम रहे है ।। अपना पराया ना करते है वो तो,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 41 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read जब बनना था राम तुम्हे जब बनना था राम तुम्हे, दुर्योधन बन कर बैठ गये। जब करना था काम तुम्हे, स्वार्थ साध कर बैठ गये।। निगम रखा था नाम तुम्हारा, निर्गुण बन कर बैठ गये।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 63 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read धर्म युद्ध जब चलना हो तो धर्म युद्ध जब चलना हो तो, निमंत्रण नही दिया जाता। कर्म शुद्ध जब हो अपना तो, इन्तजार नही किया जाता।। ललित लालसा हो समाज की तो, पुकार नही करी जाती।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 47 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read तेरे दर पर मैं तेरे दर पर बैठा हूँ, मुझे तू भगा नहीं देना। मैं तेरा बना रहूँ रक्षक, मुझे तू दगा नहीं देना।। मैं तेरी फिक्र करता हूँ, मेरा तू जिक्र न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read मेरी मुस्कुराहटों की वजह मेरी मुस्कुराहटों की वजह तुम बने हो, मेरी मुस्कुराहटों को मिटा तो ना दोगे। मेरे दिल को जैसे संभाला हैं तूने, कभी दिल को मेरे भुला तो ना दोगे।। मैंने... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 41 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read तुम बिन तुम बिन तुम्हें बताएं कैसे, रहते हैं हम तुम बिन कैसे? ना दिल लगता हैं खाने में, ना दिल लगता हैं पीने में।। यह तो कुछ भी नहीं हैं प्यारे,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 82 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read सखी जिद का जीवन नहीं है अच्छा, सुन ओ मेरी प्यारी सखी। गुस्सा अपने हमें जलाता, सुनले मेरी प्यारी सखी।। कोई नहीं जीवन में अपने, खुशियों की है बहुत कमी। सुन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 51 Share