नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर Poetry Writing Challenge-3 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read वसंत बहार आई आई बसंत बहार लहलहाते खेत खलिहान पीले फूल सरसों के खेतों में बाली झूमें खुशियों की बान हज़ार।। आई आई बसंत बाहर लाहलाते खेत खलिहान। बजते बीना पाणि के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read संस्कृति संस्कार उमंग उत्साह मधुर व्यवहार जीवन मूल्य उपहार आचरण संस्कृति साकार।। कंर्ण धार है नई सोच युवा पीढ़ी का आवाहन शंखनाद मर्यादा युग चेतना का चमत्कार ।। नित्य निरंतर साधना आराधना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read इच्छा और परीक्षा इच्छा परीक्षा परिणाम जीवन संघर्ष संग्राम शत्र शात्र प्रेरणा प्रेरक अविरल अविराम।। थकना हारना नही करना नही विश्राम जीवन पथ उद्देश्यों की विजय उत्साह।। सम्पूर्ण व्यक्ति व्यक्तित्व समाज राष्ट्र अस्ति... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read समंदर समंदर की हंसी लहरे जिंदगी की हिलोरे कभी खुशियों की तोहफा तुंफ़ा विजय का वज्म लाती समंदर के रखवाले जांबाज वतन के लाडले प्यारे छहु ओर जोखिम साये चीरते लड़ते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 114 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read आंसू ना बहने दो भावों मूल्य के आंसू यू ही ना बहने दो। आशा उद्देश्य पथ पथिक अतीत के कदमो को ना मिटने दो। भाव मूल्य के आँसू यूँ ही ना बहने दो।। तमस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 31 May 2024 · 1 min read लेखक कि चाहत मेरी चाहत काल मानवता के आदर्शो का नायक हो।। मेरे भावो की अभिव्यक्ति सच्चाई दर्पण हो।। कलम चले हमारी अन्याय अत्याचारों पर नैतिकता के विजय तेज धार तलवार हो।। सृजन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read बसंत उल्लास है ,उमंग है, रंग में बसन्त है ध्यान ,कर्म ,धर्म, मर्म ज्ञानऔर प्रसंग है।। बजती है बीणा ,डमरू बजता मृदंग है बहती बयारों में कण कण माँ भारती चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 114 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read जीवन का प्रथम प्रेम साध्य साधना भाव भवना अर्घ आराधना हृदय गहराई अंतर्मन आवाहन मर्म धर्म कर्म स्पर्श अनुभव अनुभूति सच्चाई बोध भाष्य प्रेम व्यक्त अव्यक्त जन्म जीवन आत्म बोध परितोष ।। पुष्प देवों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वायु वीर पवन सा वेग हौसले की उड़ान आसमान का प्रहरी सीमाओं का जांबाज।। हवाओं के बवंडर को अपनी अपनी कश्ती हस्ती का मांझी बना लेता शान।। वक्त कितना भी मुश्किल हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 124 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 2 min read भारत के वीर जवान बर्फ के चट्टानों पे एक हाथ संगीन दूजे हाथ तिरंगा रेतीले तूफानों में खड़ा बना फौलाद देश की सीमाओं मुश्तैद जवान।। नयी नवेली दुल्हन कर रही होती है इंतज़ार ईश्वर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read औरत औकात अदा अंदाज़ जन्नत कि जीनत फूल सी नाज़ुक पांव जमीं पे अपसाना।। जमाने का डोलता ईमान तेरे इशारे का खुदा मेहरबान करम अंजाम तेरा जलवा इशारा खुदाई शान दिल जज्बा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 109 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read है शामिल नामुमकिन भूला पाना , ज़िंदगी में इस क़दर है शामिल ।। ज्ज्बा क़िरदार लम्हा लम्हा संजीदा ज़िंदगी का एकरार हैं शामिल।। ख़ामोश ज़िंदगी में ज़ुल्म सितम का एहसास काश कशिश... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 77 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read गांव की गौरी गांव कि गोरी का सजाना, सवरना हसरत हस्ती कि मस्ती अल्हड़पन गाँव कि गलियों से गुजरना ।। जंवा जज्बात के ख्याब खयालों में उतरना जमीं के जर्रे का नाज गांव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read दिल चेहरा आईना आईना चेहरे कि हकीकत दिल की सच्चाई इज़हार अाईना।। लाख छुपाओ चेहरे का राज बता देता दिल चेहरे को जज्बात दिखा देता आईना।। दिल आईना शीशे से भी ज्यादा नाज़ुक... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 79 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 11 May 2024 · 1 min read इश्क जाबए इश्क जिंदगी इश्क यकीन जिंदगी ने जाना। हुस्न इश्क आग का दरिया डूबते जाना।। इश्क में जीना मरना मीट जाना इश्क हद से गुजरता जुनून जज्बा इश्क आँसू मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 83 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मौत मौत सच्चाई है यारो सच का यकीन करना सीखो जिंदगी जीना सीखो फरेब की दुनियां से बाहर निकलना सीखो।। मां बाप को चिते पर खुद लिटाया अपने हाथों जलाया फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 4 min read शिवोहं शिवोहं शिवोहं शिवोहं चिता भस्म भूषित श्मसाना बसे हंम शिवोहं शिवोहं शिवोहं।। अशुभ देवता मृत्यु उत्सव हमारा शुभोंह शुभोंह शुभोंह शुभोंह शिवोहं शिवोहं शिवोहं ।। भूत पिचास स्वान सृगाल कपाल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 98 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम में छल नहीं प्रेम निर्झर निर्मल जल जैसा ।। प्रेम सात्विक ईश्वर आराधना प्रेम में प्रपंच पाखंड कैसा।। प्रेम हृदय स्पदन का स्वर संगीत प्रेम मन मोहन मन मीत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 83 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सैनिक सरहद पर मरता उड़ती रेगिस्तानो में तपता बर्फ चट्टानों पर एक हाथ तिरंगा दूजे हाथ संगीन पल प्रहर राष्ट्र कि रक्षा मे जीता मरता ।। जाने कहाँ किधर से कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read मधुमाश सपनों अभिलाषा प्रतीक्षा अंतर्मन की सुंदर गहराई की परछाई प्रेम प्रवाह मधुमास।। दर्पण सा वसंत खुशियों की सच्चाई सुगंध मधुमास हृदय स्पंदित करता आकर्षण अस्तित्व आधार मधुमास।। हरियाली खुशहाली दर्पण... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 79 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read हौसलों कि उड़ान जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे हौसलों की उड़ान।। हिम्मत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 107 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read किसान किसान - किसान जवान नव जवान युग समय काल के निर्धारक अभिमान।। संघर्ष ज्वाला में तपते भाग्य भगवान का विश्वास ।। मौसम ऋतुओं से लड़ता शत्रु अनेक फिर भी निडर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 80 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read अंधविश्वास विश्वास सामाजिक संबंधों का आधर ईश्वर आस्था जीवन नैतिक मूल्यों का सार सारांश ।। विश्वास अंधा हो जाता मानवता शर्मशार मानव निहित स्वार्थ में दल दल में गिर जाता जिंदा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read पाखंड पाखंड - पाखंड पराक्रम परिहास धर्म स्वार्थ में अंधा समाज पाखंड झूठ फरेब का स्रोत चमत्कार ।। पाखंड कि उम्र नही पल प्रहर पाखंड एक आग सब जलकर भस्म सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read धर्मांध धर्मांध - धर्म आत्मा आभूषण धारण करना शाश्वत है सत्य धर्म मर्म मर्यादा ।। धर्म में अंधा क्रूर कुटिल आक्रांता मानवता राष्ट्र समाज द्रोही अहंकार ।। धर्मान्ध कि मर जाती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 110 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read माँ हे माँ ★★★★ तू अवनि अवतारी पर्वत की बाला दुःख हरने वाली जग कल्याणी जय अम्बे जय जगदम्बे !! तू सीता सावित्री पार्वती विघ्नेश्वरी भुनेश्वरी बाघम्बरी चंडी चंडिका मनसा महिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 82 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read सावन तब आया सावन तब आया-- सावन आया जब मन मे हो खुशहाली बाग बगीचे रहे सलामत झूलों की हो डाली ।। सबके सर छत छप्पर सावन बाढ़ कहर से घर ना उजड़े... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 73 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read प्यासी कली दिल की गली में बाहारों की बरखा प्यासी कली पागल हुई नदी सी सागर पिया से मिलने चली।। फुहारों की बरखा दिल पे मुहब्बत की दस्तक बाहारों की तुफा पागल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 1 min read निर्मल निर्मला गौर से देखा जब भी उसकी ओर खामोश नजरें बया अंदाज़ ख़ास।। नादाँ मुस्कान जहाँ की इनायत का पैगाम !! गौर से देखा उसकी ओर सुबह सुर्ख लाली खूबसूरत जहाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 10 May 2024 · 2 min read वक्त गीत - - - - - - एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का शबब तेरी तारीख का नूर बताने वाला!! एै... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 100 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read अतीत कि आवाज जिंदगी ऐसे मोड़ पर आ गयी निराश हताश ,जाने कहाँ खो गयी खोजता हूँ ,जिंदगी जीने के बहाने अतीत की आवाज आ गयी।। इंसा वही हो जिंदगी में तमाम मकसद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 9 May 2024 · 1 min read जिंदगी और रेलगाड़ी जिंदगी समय काल संग नित्य निरंतर चलती सुख दुख की अनुभूति।। जिंदगी रेलगाड़ी रिश्तो के डिब्बो का साथ रिश्तो के डिब्बों में भावनाओ का सवार ।। अपनी रफ्तार से मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 108 Share