विभजन
हमको कोई क्या बांटेगा? हमने खुद को बंlटा है जाति, वर्ण,गोत्र,और उपजातियों में! अब कैसे पुनरमिलन हो बिन- वैवाहिक बंधन अंतरजातियों में? ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शूद्र भी बटे , पंजाबी,बंगाली,मराठी,गुजरातियो मैं!! देश बंटा...
Poetry Writing Challenge-3 · कविता