Anant Yadav Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अपनी झलक ये जिंदगी दिखा दे अपनी झलक ये जिंदगी, देखा वो राहों में गुनगुनाए पड़ी देखो इधर उधर ढूंढा बहुत पर कम्बक्त है न साथ खड़ी, खेले लुक्का छिपाई, आंख मिचौली कर मुस्कुराए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · गीत · लेख · संस्मरण 1 96 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read नारी स्वाधीन बन नारी स्वाधीन बन, जब मन में धीर पन जीवन की छाया बन, समृद्धि की स्रोत बन सबका है साथी बन खुशियों की सावन बन, मन को मोह बनावन बन सबकुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · गीत · लेख 1 52 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read क्यों न पहले अपने आप पर लिखूं यूं अनंत लिखने बैठा तो सोचा क्या लिखूं, क्या किसी हसीना की अदाओं पे लिखूं, वतन पे लिखूं या दिखी तस्वीर किसी भूखे बिलखते पे लिखूं या मरते जवान और... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read वो दिन क्यों याद भूलना चाहा जिस दिन को, वो दिन क्यों याद है ना कुछ खास है, ना कुछ बात है, फिर भी ना जाने वो दिन क्यों याद है । याद करना... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अनंत है जिंदगी अनन्त के लिए कम नही जिंदगी तू मेरे लिए, बस दुआ है चैन मिल जाए एक घड़ी के लिए दिल जार मेरा कोई और नही ये मेहनत है, फिर न जानें तड़पता है... Poetry Writing Challenge-3 1 71 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read भूल गए मिलकर जाना वो यादें, वो जिंदगी की राह में हुई बातें, लगता है लेकर जाना भूल गए, रास्ते में लगा कुछ जरूरी था, जो बताना भूल गए । जल्दी में थे लगता... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे वो मुस्कान चेहरे की, वो गर्मी के छुट्टियों का इंतजार, दादी के हाथ का पाना पीने का अंदाज , लू चलने वाली पहर को महसूस किया था हमने, वो चोरी... Poetry Writing Challenge-3 1 65 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read आत्मा परमात्मा मिलन आत्मा यूं मिलने चली परमात्मा से, आत्म मिलन हुआ परमात्मा से तो, रोता है तू क्यों बंदे तेरे मिलने पर तो वो खुश रहा न तुझसे शिकवा कि न ही... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read दहेज मांग दस बीस, साठ सत्तर से लेकर, लाखों में बेच रहे लड़के हाय ये कितने भूखे नंगे हैं जो अपने बेटे तक को बेच रहे कहते पढ़ाया, स्नातक लगा पैसा इतना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · निबंध · लेख 1 54 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read जाते वर्ष का अंतिम दिन सोच में रह, चुनिंदा तारीखों को घेर लगाते कैलेंडर को नया लगाते एक हलचल सा मन में वो रिश्ता कैसा मासूम सा, जाते वक्त के रातों से पलों के चादर... Poetry Writing Challenge-3 1 42 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read खुद की कविता बन जाऊं कलम हो नए, डायरी नई नये वर्ष की नयी सुबह हो कुछ लिखूं? क्या लिखूं? लिखूं क्यूं न ऐसा कि राह बनू भटके अपनों की टूटे सपनों के टुकड़े बन,... Poetry Writing Challenge-3 1 32 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read अनंत प्रकृति का नव आगमन नव वर्ष आया द्वार है। दीप जले अंबर में, मंगल सारा संसार है,, आशाओं की धुन में गीत सुनाता नव वर्ष आया द्वार है। प्रकृति का भी नव आगमन लालिमा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · मुक्तक 1 81 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read तू इतना जरूरी क्यों कितनी प्यारी, कितनी न्यारी जिसको जैसा चाहा वैसा बनाया क्या मोह जो पड़ा सुधर न पाया रूप निराला कोई समझ न पाया सबकी प्यारी लाडली है, तुझको न कोई खोना... Poetry Writing Challenge-3 26 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read कुरुक्षेत्र में द्वंद का कारण पांडू के बेटे पांडवों पर हो रहे अत्याचार की एक कहानी है, महाभारत का कारण बना जो वह बात अनंत की जुबानी है। हस्तिनापुर की हिफाजत की खातिर उनका सबकुछ... Poetry Writing Challenge-3 51 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read बेटी की लाचारी गरीबी थी लाचारी थी, वह सम्पूर्ण अभागी नारी थी जिस घर में है वह जन्म ली, वह भी समय की मारी थी बेटी के रूप में जन्मी थी वह सम्पूर्ण... Poetry Writing Challenge-3 1 33 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मन में रख विश्वास मन में रख विश्वास, तू करता रह प्रयास न हार अंत है जीवन का, अनंत करता रह प्रयास गिर गिर मकड़ी चढ़ती, फिर भी न माने हार बस तू अनंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 41 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read गुरुवर अनंत वाणी गुरु आपकी ये अमृत वाणी याद हमे यूं सदा रही है, याद हमे यूं सदा रही है । मिला सिख जो आपसे गुरुवर क्या अच्छा है क्या बुरा यह पहचान... Poetry Writing Challenge-3 35 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझसे हार गया जिंदगी तुझसे वह हार गया, सहर्ष आत्महत्या स्वीकार गया, वह पंखे से है लटक गया, न जाने वह कैसे भटक गया, न थी कीमत उन नंबर की, जिन नंबर से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 39 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read मंजिल की चाह ये मंजिल को चाह है सताती बहुत है रुलाती बहुत है रुलाती बहुत है मिलेगी न चाहत, मिलेगी नसीहत करता है मेहनत तू करता जा बंदे अभी तेरी मंजिल में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · बाल कविता 82 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read जीवन की कविता जीवन की सफर में अनगिनत सपनो की टोली बांध पोटली चल दिए, न जाने कितनो की टोली जिसमे सुख दुख उत्सव पल भर जीवन की एक अनुपम यात्रा जिसको हम... Poetry Writing Challenge-3 41 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read हरियाली माया प्रकृति की बागबानी, हरियाली की छाया, पशु पक्षी की भीड़ ने वनों को रमाया, पहाड़ों के चोटियों पर बिखरे तारे समुंदर की लहरों में वो नाव की सफरें मोहक लगता... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा वो रातों में रोना, अपनी बात किसी को नही कहना, प्रयास करते करते दिन का बीत जाना, रातों में खुद को नकारा कहना, तुझसे नही हो पाएगा , यह बात... Poetry Writing Challenge-3 32 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 2 min read लेखनी के शब्द मेरे बनोगी न मरियाहू की गलियों में वो मुझसे मिली, वो हमारी उसकी पहली मुलाकात भी ।। उसने एक दिन कहा, हाय कैसे हो तुम, क्या अकेले मेरी तरह रहते हो तुम ।।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · लेख · संस्मरण 66 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read कोई और नहीं यादों में रहना, सीखना बाकी है, रक्त कि स्याही से इतिहास लिखना बाकी है। यूं फर्ज तो छोटू सा है, तू जो करेगा उससे बढ़कर कोई और नही, जो सोचेगा... Poetry Writing Challenge-3 · *जीवन का सत्य* · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता 88 Share Anant Yadav 12 May 2024 · 1 min read बोलो हां कर दोगी ना जिस्म की रूह , बेखयाली में ख्याल, नींद में हो सपने ,तुम गैर होके भी अपने । क्या हॉल तुम्हारा बयां तो करो, खामोश लब, मुस्करा लेगें फिर से ,... Poetry Writing Challenge-3 · *जीवन का सत्य* · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · संस्मरण 73 Share