Sonu sugandh Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read Snap chat वाली दोस्त Snap chat पर तूझें catch किया तेरी मेरी यारी का रिश्ता match किया थोड़ी थोड़ी तूझ से बात हुयी छोटी सी एक मुलाकात हुयी पहली नज़र में ही तु भा... Poetry Writing Challenge-2 78 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read पहला ख्याल तु नहीं मेरा पर मेरा सा लगता है मेरी हर चींज पर हक तेरा सा लगता है जानें क्या है तेरे मेरे बीच में तू है तो दोस्त मेरा पर... Poetry Writing Challenge-2 109 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read खत ए ईश्क खत उसनें खोला भी नहीं और सब पढ़ लिया जो मैंने कहा भी नहीं सब वो उसनें सुन लिया दिल पर अपनें रख के हाथ धडकनें मेरी सुनता रहा सपनें... Poetry Writing Challenge-2 100 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read छौर कर लिया कि इस रूप में तु है या तुझ में ये रूप है कि इस रूप में तु है या तुझ में ये रूप है उदासी के अंधेरे में मुस्कुराहट की... Poetry Writing Challenge-2 103 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read निच्छल नारी एक टक एक पग सब करती है बिना आह किये सब का मन रखती है इसका करो ,उसका करो ,सब का करो खुद की खुशी छोडकर सब का भरो दो... Poetry Writing Challenge-2 64 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read गिरगिट सी दुनिया जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया सीधी सी बात को बातों का खजाना बना दिया थी उसकी और मेरी यारी तो सच्ची लोगों ने मोहब्बत का नजराना बना दिया... Poetry Writing Challenge-2 62 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read वजह.तुम हो गये वजह तुम हो गये, तुमसे नजरे मिलाने की। नैनो मे तेरे उतर जाने की। ख्यालों मे तेरे खो जाने की। वजह तुम हो गये, मेरे लबों के मुस्कुराने की। अश्कों... Poetry Writing Challenge-2 171 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read काश काश मैं बह सकता, बह जाता इन लहराती जुल्फों मे। गर मुझे मदहोश होना होता, हो जाता गुम तेरी मदमस्त आँखों मे। जै मैं खुश होता , देखकर तेरी मुस्कान... Poetry Writing Challenge-2 83 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read मरती इंसानियत इंसानियत अपनी खोता जा रहा है रिश्ते निभाना न पडे इसलिए अपनो से दुर होता जा रहा। जमीर और जज्बात उसके मरते जा रहे है सुबह की ताजा खबर समझ... Poetry Writing Challenge-2 88 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी थोडा कम थका ए जिन्दगी, मजबूर है हम ,मजदूर नहीं। खवाहिशें तो है बडी बडी, पूरी सभी होती नहीं। हसरतें सारी दबी रह गयी, जिम्मेदारी के अँधेरे तले। थोडा कम... Poetry Writing Challenge-2 84 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read सुरत सरताज चलकर गिरना,गिरकर उठना उठकर फिर से चलना..शायद ये अपने सूरत की कहानी है कभी भूकंप कभी महामारी तो कभी चारो तरफ यहाँ पानी ही पानी है... प्रकृति तुझे हर बार... Poetry Writing Challenge-2 77 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read तकिया बात भी तेरी गजब है अजब सा तेरा सफर है तन्हाई का तु हम सफर है बात भी तेरी गजब है। तु भी बडा आरामदायक होता है अकेले पन मे... Poetry Writing Challenge-2 80 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read विरह भो़र भई सांझ ढली समय ने ली अंगडाई जग सारा सोया थक कर हारा पर मोहे निंद न आई। खोज रही है पिया तोहे मेरी अंखिया। आऐ न बालम क्या... Poetry Writing Challenge-2 76 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read ईश्के इजहार मैं तुमसे प्यार करता हू नहीं इन्कार करता मन इस सच्चाई से क्यों सामने आता हैं केवल तुम्हारा ही अक्स क्यों खोज लेती हैं आँखें हजारों की भीड़ मे भी... Poetry Writing Challenge-2 79 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read पगड़ी सम्मान कह गये बुजुर्ग बडे़ गर जग में पाना ख्याति है मान रख लेना पाग़(पगडी) की चौखट घर की ही तीरथ काशी है । पग पग है चले पानें पाग़ का... Poetry Writing Challenge-2 57 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read मैं भी कृष्ण मेरे विरह को जाने जमाना वेदना को क्यों तु जाने ना मैनें प्रीत लगाई मिरा सी राधा मुझें क्यों मानें ना मैं यगाना नहीं हुँ के तेरे प्रेम का किनारा... Poetry Writing Challenge-2 127 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम वंदना हाथ जोड विनंती करु शरण म थाकी लीज़ो कृपा राखीयों सदा थाकी समय रहै किसौ। सुख दुख री चिंता नहीं सारी थारी माया है रूंह तने समर्पण है बाकी माटी... Poetry Writing Challenge-2 121 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read ईश्क अतरंगी रंग तेरे चहरें का जो लाल है वो मेरा ईश्क ए गुलाल है जो हो जाये ये गुलाबी बिन पिये ही हो जाऊ शराबी पीला तो क्या खुब जचता है... Poetry Writing Challenge-2 104 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 2 min read सुख की खोज़ ऐ "सुख" तू कहाँ मिलता है क्या तेरा कोई पक्का पता है क्यों बन बैठा है अन्जाना आखिर क्या है तेरा ठिकाना। कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको पर तू न कहीं... Poetry Writing Challenge-2 55 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read तेरा चहेरा नज़र आता है हर एक चहरें में मुझें तेरा चहेरा नज़र आता है मोहब्बत ऐसी के तुझमें खुदा नज़र आता है। जिस गुज़रगाह को चलु मैं, मंजिल में तु यार नजर आता है... Poetry Writing Challenge-2 73 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read दीद की आस वो पहली नज़र का दीदार उसके बारे में जाननें को दिल बेताब कौन है कहाँ से आये , कहाँ रहते है पुरे दिन यहीं ख्याल रहा था उसकी मुस्कुराहट देखनें... Poetry Writing Challenge-2 83 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read ईश्क वाली दोस्तीं तुम पहले मिली होती तो कोई बात होती तिरी मिरी दोस्ती की एक किताब होती। तिरी मिरी यारी के कई फ़साने होते एक दुजें के हम दिवानें होते रिश्तें हमारी... Poetry Writing Challenge-2 1 113 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read कविता *हाथ में कलम और मन में ख्याल Morning का mode Work का load Relief की शाम Stress और थकान बातों वाली रात दिन भर की मुलाकात समय समय के हालात... Poetry Writing Challenge-2 60 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम रुप छवि *मैं चाहु भी तो वो अल्फाज न लिख पाऊं तेरे रुप की छवि का जज्बात न लिख पाऊं इतना बैइंतहा खो गया तेरे नैनों में तेरे सँवरनें का श्रृंगार न... Poetry Writing Challenge-2 44 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम नाम *अंग अंग में मारे रमाय गयो* *मारो श्याम मेरे में समाय गयो* *जब से मैं थारे पर वारी होगी* *लोभी जग से न्यारी होगी* *जपु मैं तो बस नाम थारो*... Poetry Writing Challenge-2 61 Share