Savitri Dhayal Poetry Writing Challenge-2 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read चाँद पर तिरंगा तिरंगा देश की आन-बान और शान, जहाँ लहराया, हुआ हमें अभिमान। चाहे हो देश-विदेश, खेल और विज्ञान, तिरंगे को सलामी दे गर्वित हुआ हिन्दुस्तान। दुनिया मानती है लोहा, भारतीय दिमाग़... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 155 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read चंद्रमा तक की यात्रा आज सुनाते हैं चंद्रमा की ओर सफल उड़ान की कथा, 14 जुलाई से 23 अगस्त, चंद्रयान 3, नई ऊँचाईयों की दशा। इसरो के संकल्प से सजीव, सपनों की ऊँची ऊँचाई,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 102 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read दहेज प्रथा बेटी तो होती है वरदान, दहेज है एक अभिशाप। बेटी चहकती है, महकाती है घर परिवार। छोड़ बाबुल का घर अंगना, जाती है ससुराल। बेटे-बेटी की जब होती है परवरिश... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 127 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read हरियाणा की होली प्रदेशों में अनोखा, हरियाणा हमने देखा, ऊंची बोली, सादा खाना, ऐसी है रूपरेखा। सादगी है पहनावे में, मन साफ़ आयने जैसा, तीज त्योहार ऐसे मनाये, नहीं मनाए कोई ऐसा। हरियाणा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 101 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read लोहड़ी पंजाब है खेत खलियानों-तीज त्योहारों का प्रदेश, रंग, हरियाली और भाइचारे का देता संदेश। सिख और हिन्दू करें स्वागत नई फसल और प्रकृति का, जलायें आग, है द्योतक शिव और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 151 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read रक्षाबंधन - एक अटूट बंधन मैं हूँ बहुत ही भाग्यशाली, मैं हूँ क्यूंकि एक हिन्दुस्तानी। जीवन है भरा हर्षोल्लास से, मनाते क्यूंकि हर त्योहार उल्लास से। भूल सब जीवन की भाग दौड़, छोड़ चिंता और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 86 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read झुला झूले तीज त्योहार झुला झूले नंदलाल बृज में, मनाए तीज त्योहार, सावन के महीने में, चारों ओर फूल-बहार। शिव - पार्वती के मिलन का उत्सव, स्त्रियों में शृंगार और मेहंदी का महत्व। हरा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 125 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read गणगौर का त्योहार करी घनघोर तपस्या, गौरी ने दी हर परिक्षा, शिवजी का जीता मन, हुई पूरी हर इच्छा। गौरी शिव का मिलन और प्यार, दर्शाता गणगौर का त्योहार। गण तो है शिव... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 133 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read मकर संक्रांति देशों में देश हिन्दुस्तान, रंग बिरंगे त्योहारों की भरमार, हर एक उत्सव है खास, लिए एक संदेश हर बार। एक त्योहार - नाम अनेक, मनाता सारा भारतवर्ष, माघ महीना, फसल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 114 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 2 min read तीसरी बेटी - परिवार का अभिमान तीन बहनों में सबसे छोटी, जितनी लाडली उतनी ही खोटी, सपने लेती थी बड़े बड़े, बात मनवाती सबसे खड़े खड़े। पैदा होने पर सबने किया सवाल, तीसरी भी लड़की है,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 134 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read बच्चे मन के सच्चे बड़े बुढ़े, सब कहते हैं कि बच्चे होते हैं मन के सच्चे, पर आजकल के बच्चे, सोचो हैं कितने अच्छे। अभी तो ना देखा था सही से बचपन, ना अंगना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read स्कूल का बस्ता स्कूल का बस्ता, नया, महँगा या सस्ता। होता है हर बच्चे के जीवन से अटूट रिश्ता। स्कूल का पहला दिन, सबसे पहले जचता है बस्ता। कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल और... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 115 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read मेरा घर संसार मेरा घर, खुशियों से खिलखिलाता हुआ, जिंदगी के हर ग़म में मुस्कराता हुआ। उतार चढ़ाव हैं देखे बहुत, संघर्ष मैं बीता आधा वक़्त। जब नहीं था बहुत कुछ, शांति थी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 147 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read जन्मदिन की बधाई कहलाता जो सीधा-सादा, वो था घर का छोटा लाडला। मिलता जिसको भरपूर प्यार, ना था उनपर कोई भार। गाँव का गोरा, था बहुत ही भोला, वक़्त बीता, होने लगा वो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 194 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read माँ - बेटी चाहा था मैंने तुझको, पाया बहुत इंतजार के बाद, मेरी नन्ही परी, हो तुम पीर बाबा का वरदान। आज भी याद है वो पहला अहसास, जब पता चला, तुम आने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read विदाई - एक नई शुरुआत बीत गया वक़्त और बीत गया ज़माना, हो गया आपका हमारा मिलन पुराना। आपकी सुन्दरता और सरल स्वभाव, नहीं है किसी भी गुण का अभाव। जो भी लिया हाथ में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 77 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read दशहरे का संदेश देश हमारा भारतवर्ष, इसका हर त्यौहार देता सीख और अपार हर्ष। अपने ग्रंथ, वेद, पुराण, सब करते हैं यही बखान, झूठ कभी छुपता नहीं, सच कभी झुकता नहीं। हर इंसान... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 124 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read दुख और सुख दुःख और दर्द का अहसास, ना आए कभी भी पास, चाहता है यही हर दिल, दिन और रात। खुशी का ये दूसरा पहलू, नहीं छोड़ता कभी साथ, आने की ना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 2 min read एक पाती - दोस्ती के नाम जीवन के लंबे सफर में, मिलते हैं साथी बिछड़ने के लिए। कुछ कदम साथ चलते, अपनी छाप छोड़ने के लिए। फरवरी 1990 में हुई पहली मुलाकात, बड़ी होने पर भी,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 96 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 2 min read विवाह की रस्में मेंहदीं का रंग, खिलता है सबके संग, पति के प्यार में, प्यार के इकरार में, बहनों के दुलार में, जीजा के हँसी मज़ाक में, दोस्तों की छेड़छाड़ में, उनकी शरारत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 87 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read रंगीली होली देशों में देश अनोखा, हर रंग है इसका चोखा, हो चाहे भाषा अनेक, या विभिन्न परिधानों का समावेश। हर त्यौहार के पीछे है अनोखी गाथा, पूरे संसार को जो है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 150 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read बेटी - एक वरदान दिन है मुबारक आज, खिली थी एक कली, खुशबु लेकर आई हमारे जीवन में नन्ही परी। घर में सबसे छोटी, है बहुत ही खोटी, गुस्सा नाक पर चढ़ा, आँखों में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 78 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read दादी और बचपन दादी सुनाती थी अपनी कहानी, उनकी जिन्दगी थी कितनी सुहानी। था उनका बचपन बड़ा निराला, ना कोई तामझाम, ना कोई परेशानी। शुद्ध खाना और पहनावा था बहुत ही सादा, सयुंक्त... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 91 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read महामारी - एक संदेश मैं जी रहा हूँ, या सिर्फ सांसे चल रही हैं? ये सवाल पूछें, हर दिमाग अपने दिल से। देख दुनिया के हालात, चारों तरफ है हाहाकार, फैलीं है बीमारी नई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 84 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी क्या जिन्दगी थी, क्या हो गई? लोग कहते थे जिसको, तू इतनी सोशल कैसे है? आज वही, घर मे अकेली हो गई है। पहले जब वक़्त मिलता था तो दोस्तों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 116 Share Savitri Dhayal 24 Jan 2024 · 1 min read माँ - सम्पूर्ण संसार माँ - एक शब्द या पूरा संसार। जाने वहीं जिसे मिला ये प्यार, या छुट गया उनका साथ। माँ के रूप अनेक, जिनका काम है बहुत ही नेक। माँ है... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 93 Share