Neeraj Agarwal Poetry Writing Challenge-2 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neeraj Agarwal 22 Feb 2024 · 1 min read अंहकार शीर्षक - अंहकार ************* अंहकार का सच सभी जानते हैं। अपने अपने स्वार्थ हम पहचानते हैं। जीवन में बस समर्पण और हम रहते हैं। मैं तो अंहकार का नाम हम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 132 Share Neeraj Agarwal 16 Feb 2024 · 1 min read कागज़ ए जिंदगी शीर्षक - कागज ए जिंदगी ********************* आज तो कागज ए जिंदगी रहती हैं। न तुम न हम चाहत आकर्षण रखते हैं। बस हम सभी साथ निभाने वाले कहां होते हैं।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 184 Share Neeraj Agarwal 16 Feb 2024 · 1 min read मन की पीड़ा क शीर्षक - मन की पीड़ा ***************** सच तो मन की पीड़ा होती हैं। जीवन और जिंदगी में इच्छा होती हैं। न अपना न पराया बस मन की सोच होती हैं।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 210 Share Neeraj Agarwal 15 Feb 2024 · 1 min read कागज़ ए जिंदगी *शीर्षक - कागज ए जिंदगी* ********************* सच तो कागज ए जिंदगी होती हैं। हम तुम प्रेम चाहत आकर्षण रखते हैं। बस न हम संग साथ निभाने वाले होते हैं। कागज... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 168 Share Neeraj Agarwal 15 Feb 2024 · 1 min read कुदरत शीर्षक - कुदरत ***************** सच तो यही जिंदगी कुदरत होती हैं। मन भावों में सोच हम सबकी रहती हैं। हां जमाने में चलना तो मुस्कुराना होता हैं। कुदरत के साथ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 154 Share Neeraj Agarwal 14 Feb 2024 · 1 min read मां शारदे वंदना शीर्षक - मांँ शारदे वंदना ****************** हम सभी मांँ शारदे वंदना करतें हैंं। विधा की तुम विधाता प्रार्थना करते हैं। मांँ शारदे वंदना जो हम सभी बोलते हैं। शब्द हमारे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 131 Share Neeraj Agarwal 13 Feb 2024 · 1 min read समूह शीर्षक - समूह *********** हम समूह बनाते हैं। हकीकत से बचते हैं। अपना पराया बस करते हैं। जीवन के रंगमंच में सच जानते हैं। साथ न कुछ आता न जाता... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 222 Share Neeraj Agarwal 12 Feb 2024 · 1 min read दहेज.... हमारी जरूरत शीर्षक - दहेज ************ दहेज आज आधुनिक हो गया है। न मांग न कोई अपना व्यवहार हैं। बस दहेज़ अब हमारी खुद की सोच हैं। बेटा बेटी ही अपने जरुरत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 151 Share Neeraj Agarwal 11 Feb 2024 · 1 min read जिज्ञासा शीर्षक - जिज्ञासा ************ सच और सही तो नियम जिज्ञासा है। हम तुम रब के बनाए रंगमंच चित्र हैं। मानव तो हम सच कहां जिज्ञासा हैं। बस जिंदगी गुज़र बसर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 161 Share Neeraj Agarwal 10 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक तेरी रुप ************* तेरा रुप दिल में समाया हैं। हां मन और मोह लिया है। जिंदगी गुज़रे तेरा रुप देखते हैं। हम तुम दो नहीं एक जान हैं। तेरा रूप ही मरे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 119 Share Neeraj Agarwal 9 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक - खामोशी शीर्षक - ख़ामोशी ************ सच तो तेरी खामोशी भी कहती हैं। सच तुम बस सच ही हमें रहते हैं ख़ामोशी की अपनी एक अदा होती हैं। बस बयां न जुबां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 164 Share Neeraj Agarwal 8 Feb 2024 · 1 min read समय शीर्षक - समय *********** सच तो जीवन में हम नहीं समय हैं बस यादों के साथ सच हम तुम है। जिंदगी में समय ही तो सबके साथ हैं। आज तेरा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 170 Share Neeraj Agarwal 7 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी शीर्षक- जिंदगी ********** जिंदगी एक अभिलाषा होती हैं। हां सच तेरे मेरे बीच शब्दों में जिंदगी होती हैं। बस सोच के साथ दिल और मन होता हैं । मन भावों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 239 Share Neeraj Agarwal 6 Feb 2024 · 1 min read गरीबी शीर्षक - गरीबी ************* हम सब को मालूम गरीबी होती हैं। धन शोहरत और हम सभी होते हैं। जिंदगी गुज़र बसर करते गरीबी है। बस हमारे साथ धन संपत्ति नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 151 Share Neeraj Agarwal 5 Feb 2024 · 1 min read ईश्वर शीर्षक - ईश्वर ************- जिंदगी भी बस तेरी चौखट के साथ हैं। ऊपर वाले तू ही जगत का पालनहार है। दो पैसे कम ज्यादा ही मानव का सच हैं। सांसों... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 187 Share Neeraj Agarwal 3 Feb 2024 · 1 min read शीर्षक - सच (हमारी सोच) सच और सही तो नियम है। हम तुम रब के बनाए चित्र हैं। मानव तो हम सच कहां हैं। बस जिंदगी गुज़र बसर करते हैं। धन शोहरत के साथ हम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 178 Share Neeraj Agarwal 2 Feb 2024 · 1 min read संघर्ष....... जीवन शीर्षक - संघर्ष...... जीवन ************** जीवन और जिंदगी संघर्ष हैं। हम और तुम मानवता संग हैं। सच और सोच ही हमारे मन हैं। न रूक न तक बस हम सब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 126 Share Neeraj Agarwal 1 Feb 2024 · 1 min read सच सच और सही तो नियम है। हम तुम रब के बनाए चित्र हैं। मानव तो हम सच कहां हैं। बस जिंदगी गुज़र बसर करते हैं। धन शोहरत के साथ हम... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 129 Share Neeraj Agarwal 1 Feb 2024 · 1 min read सच और सोच शीर्षक - सच और सोच ***************** सच और सोच हमारी रहती हैं। हम ही तो भीड़ बने रहते हैं न तन्हाई न जोश उमंग हैं। जिंदगी और जीवन अलग, सच... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 137 Share Neeraj Agarwal 31 Jan 2024 · 1 min read दान शीर्षक - दान ************* सच तो हम सभी के दान होते हैं। कर्म भूमि में सभी के जीवन रहते हैं। हमारे सपने हमारे दान के साथ हैं। सच और सोच... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 147 Share Neeraj Agarwal 30 Jan 2024 · 1 min read बसंत (आगमन) शीर्षक - बसंत ************* बसंत आया बहार लेकर, पीले फूलों की सोच रखते हैं। सच तो माँ सरस्वती की पूजा करते हैं। सरसों के पुष्पों की हरियाली होती हैं। मौसम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share Neeraj Agarwal 30 Jan 2024 · 1 min read दोस्त और दोस्ती दोस्त और दोस्ती गलत कहां हैं। देने का नाम दोस्त और दोस्ती हैं। बस हमारे मन और सोच होती हैं। दोस्त और दोस्ती निःस्वार्थ भाव हैं। न कहना न सुनना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 163 Share Neeraj Agarwal 29 Jan 2024 · 1 min read शीर्षक - स्वप्न शीर्षक - स्वप्न *********** जीवन में जिंदगी एक स्वप्न ही तो हैं। नित्य प्रति कर्म फल की कामना तो है। सच तो हमारे मन भावों में स्वप्न तो है। जिज्ञासा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share Neeraj Agarwal 28 Jan 2024 · 1 min read नादान पक्षी शीर्षक -नादान पक्षी ***************** यह तो निःस्वार्थ पक्षी नादान हैं। हम मानव तो स्वार्थ भाव रखते हैं। मोह-माया आकर्षण रिश्ते नाते रहते हैं। ईश्वर ने जन्म नाम जपने को भेजा... Poetry Writing Challenge-2 159 Share Neeraj Agarwal 27 Jan 2024 · 1 min read जीवन शीर्षक - जीवन ********************** सच तो यही जीवन लगता हैं। ईश्वर और मानव समाज जीवन कहता है। संसारिक मोह-माया आकर्षण ही होता हैं। जीवन में माया और काया संग होती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share Neeraj Agarwal 24 Jan 2024 · 1 min read सच शीर्षक - सच *********** सच हम तुम संग साथ रहते हैं। न साथ निभाने का वादा करते हैं। जिंदगी और जीवन में सच हैं। सच तो जीवन में हम नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 186 Share Neeraj Agarwal 23 Jan 2024 · 1 min read संकट मोचन हनुमान जी शीर्षक - संकट मोचन हनुमान जी 🚩 ********************** जय बजरंग बली कृपा आपकी मिलती हैं। प्रभु श्री राम सियाराम की शरण में जो आते हैं। केसरी नंदन अंजनी पुत्र पवन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 140 Share Neeraj Agarwal 23 Jan 2024 · 1 min read राम आएंगे शीर्षक - राम आयेंगे ********************* राम आयेंगे कलयुग से बेड़ा पार कराएंगे। सच और धर्म का मान सम्मान बढ़ाएंगे। भोर संध्या में हम जय श्री राम जपेंगे। अयोध्या धाम दर्शन... Poetry Writing Challenge-2 · 6 कविता 171 Share