Kanchan verma Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मेरा भी जिक्र कर दो न कुछ लम्हे भ्रम में जी लूं याद रहें, जिंदगी में कुछ रंग यूं भर दो न । कुछ लफ्ज मेरे नाम लिखकर ही, शब्दों की सरगम को संवरने दो न... Poetry Writing Challenge-2 123 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read लगाव देख तुझे यूं लगता है मुझे जैसे जन्मों का रिश्ता है। यूं ही नहीं मिलाया रब ने,जाने क्यों वही फरिश्ता है। बेचैन नजर बस ढूंढे तुझको कैसा बंध गया बंधन... Poetry Writing Challenge-2 95 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है तुझे देखे बिना कहां चैन मिलता है, ये लगता है जुड़ा जन्मों का रिश्ता है। जी लेते हैं जब साथ मिलता है तेरा। जिंदगी.... तुझसे कहां जी भरता है। आइना... Poetry Writing Challenge-2 96 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read कलम और तलवार कलम या कि तलवार सज्य, दोनों ही हों वीरों के लिए। बढ़ाए हौसला लिखें गान गौरव, दूजी शोभा बने रण के लिए । मान कलम का जग में बड़ा, ज्ञान... Poetry Writing Challenge-2 169 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read एक पल पल पल गुजरती ज़िंदगी एक दिन गुजर जायेगी। संभल कर करो कर्म अपने घड़ी मौत भी लाएगी। रोक न पाओगे उस लम्हे को वो होगा वक्त जाने का। क्या करोगे... Poetry Writing Challenge-2 1 138 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read गीत के मीत गीत की धुन में तुम हो, मेरे गीतों की धड़कन। मेरे साज को सरगम दो, हमराज मेरे सुनो हमदम। जब जब पढ़ती हूं गीत मैं, मैं उसे पढ़ती ही जाती... Poetry Writing Challenge-2 1 76 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read साहित्यकार कौन अनवरत मार्गदर्शक समाज का, दिखला निर्भीक आइना सभी को। करता युग परिवर्तन जो निरन्तर, प्रशस्त क्रांति कर्मपथ पाथिक को । समदर्शी, विनीत सदभाव करे प्रेरित, मन में अगणित हो विचार... Poetry Writing Challenge-2 141 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जीना चाहिए जिंदा तो सब रहते है जीना चाहिए। गम हो या खुशी, ये आते जाते हैं। इनके हर पहलू को देखो समझो, मिला हैं जीवन ये जीने के लिए। आसुओं को... Poetry Writing Challenge-2 59 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जीवन तो चलता रहता है अविरल गति से चलता जीवन, कब रुकता बीच थपेड़ों से। चलना ही सदा जीवन है, फिर क्या डरना अंधेरों से। बाधाएं उलझन तो आएंगी, ये तो जीवन की परीक्षा है।... Poetry Writing Challenge-2 1 88 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मनोबल न डिगे कभी जीवन में , ऊंचा रखे मनोबल। पग बढ़ते ही जाएं , मेहनत ही होता संबल। पथ में हों चाहे कांटे , चाहे तूफान घनेरे हों। मनोबल मत... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read ख्वाब ख्वाब हकीकत अगर बन जाते, अकर्मण्य शायद सभी हो जाते। ख्वाब अगर न आते किसी को, न उम्मीदों के गुलशन सज पाते। ख़्वाबों का सुंदर जहां न होता, कैसे चिंता... Poetry Writing Challenge-2 106 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read मातृभूमि मातृ भूमि को करूं नमन , कितने हैं उपकार। मां बनकर रखे शरण, दे अमूल्य उपहार। गोद जिसकी खेलता ,बचपन सदा निर्दवंद। उसकी सेवा में अर्पण करूं जीवन ये स्वच्छंद।... Poetry Writing Challenge-2 55 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read आकांक्षाएं आकांक्षा मन मे रहे सदा कुछ अच्छा कर जाना। कैसी भी हो परिस्थितियों से कभी विचलित न होना। शुभ कर्मों के राह में चल सदा सुंदर पुष्प खिलाना। विचलित करेंगी... Poetry Writing Challenge-2 1 127 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read प्राण वायु दूषित हुआ वातावरण,वायु हुई विषाक्त। प्राण वायु हम खोज रहे,कर वृक्षों संग घात। वाहन का नित शोर है, और धुएं का जोर। घुटन भरा माहौल हुआ, अब जाएं किस ओर।... Poetry Writing Challenge-2 141 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपनों का गम तोड़ जाता है ये गहरे तक इंसान को, बिखरा जाता है जीवन के अरमान को। वही समझता है सहता है जो इस पीड़ा को, जिसने अपनो का गम बेवक्त झेला... Poetry Writing Challenge-2 70 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read दुआ दुआ यही मांगते हैं प्रभु से, कष्ट दूर हों जमीं से। न रहे कोई परेशां न बेजार हो खुशी से। सबके घर लौटे खुशियां सब पाएं सुकून। दर्द की सारी... Poetry Writing Challenge-2 52 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मक सोच रखो जीवन में, जब भी मुश्किल आए। घबराहट में कभी , मिलता नही उपाय । होकर अधीर कभी, अपना काम नहीं बिगाड़ो। मुश्किल जब भी आए , अच्छी... Poetry Writing Challenge-2 1 69 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read संदेह मन में संदेह को मत आने देना, संदेह बढ़ाता है नित उलझन। विश्वास रखो उस पर अपने उर , जिसको भी अपना समझा हो। बातचीत से सुलझा लो दुविधा, मत... Poetry Writing Challenge-2 1 111 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपने पराए कौन है अपना कौन पराया, सब को ईश्वर तूने बनाया। भेद नहीं जब तू कभी माने, किसको अपना पराया जाने। जब जो भी कर्तव्य मिलेगा, पूरा करूं तेरा आदेश जानूं।... Poetry Writing Challenge-2 64 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अहमियत अहमियत होती है हर चीज की, समझनी चाहिए। जिंदगी खुद नहीं बदलती, बदलनी चाहिए। कारवां गुज़र जाए , दौड़ने से क्या फायदा, वक्त पर सबको उनकी अहमियत देनी चाहिए। हाथ... Poetry Writing Challenge-2 58 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read जमीर मरते देखा है बच्चों को होटल में काम करते आंखों से देखा है, नन्हे बेबस लाचारों को अपना बचपन खोते देखा है। दहेज देकर भी बेटी को बेवजह सताया जाता, मैंने मां बाप... Poetry Writing Challenge-2 1 104 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक शिक्षक दे जीवन को गति, दे सदा उत्कृष्ट दिशा। सही मार्ग बतला जीवन को, देते सदा उत्तम राह । मात पिता ने जन्म दे, दिया हमारे जीवन को संबल। शिक्षक... Poetry Writing Challenge-2 52 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read तपकर स्वर्ण निखरता है। संघर्षों से घबराकर राही क्यों राह बदलता है, नित संघर्षों से जीवन का अनुभव बढ़ता है। स्वर्ण समान बनता जीवन जितना ही तपता है। सुना है आग में तपकर ही... Poetry Writing Challenge-2 66 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read अपनो का गम तोड़ जाता है ये गहरे तक इंसान को, बिखरा जाता है जीवन के अरमान को। वही समझता है सहता है जो इस पीड़ा को, जिसने अपनो का गम बेवक्त झेला... Poetry Writing Challenge-2 49 Share Kanchan verma 16 Feb 2024 · 1 min read विचार #सादर_नमन विचारों की जमी बड़े गहरे तक जाती हैं। कितने अनछुए पहलुओं से हमे मिलवाती है। खोकर इनमे से हम कुछ सच्चे मोती निकाले। क्यों न सुंदर विचारों से हम... Poetry Writing Challenge-2 88 Share