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25 posts
नीला ग्रह है बहुत ही खास
नीला ग्रह है बहुत ही खास
Buddha Prakash
सब्र का बांँध यदि टूट गया
सब्र का बांँध यदि टूट गया
Buddha Prakash
प्रकृति को जो समझे अपना
प्रकृति को जो समझे अपना
Buddha Prakash
भेद नहीं ये प्रकृति करती
भेद नहीं ये प्रकृति करती
Buddha Prakash
संभल जाओ, करता हूँ आगाह ज़रा
संभल जाओ, करता हूँ आगाह ज़रा
Buddha Prakash
मौसम का मिजाज़ अलबेला
मौसम का मिजाज़ अलबेला
Buddha Prakash
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
अपनी धरती कितनी सुन्दर
अपनी धरती कितनी सुन्दर
Buddha Prakash
जग जननी है जीवनदायनी
जग जननी है जीवनदायनी
Buddha Prakash
धरा प्रकृति माता का रूप
धरा प्रकृति माता का रूप
Buddha Prakash
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
ध्वनि प्रदूषण कर दो अब कम
Buddha Prakash
अपनी चाह में सब जन ने
अपनी चाह में सब जन ने
Buddha Prakash
जल बचाओ , ना बहाओ
जल बचाओ , ना बहाओ
Buddha Prakash
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
Buddha Prakash
पेड़ से कौन बाते करता है ?
पेड़ से कौन बाते करता है ?
Buddha Prakash
धरा और इसमें हरियाली
धरा और इसमें हरियाली
Buddha Prakash
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
संसाधन का दोहन
संसाधन का दोहन
Buddha Prakash
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
Buddha Prakash
जल संरक्षण बहुमूल्य
जल संरक्षण बहुमूल्य
Buddha Prakash
वन को मत काटो
वन को मत काटो
Buddha Prakash
रो रो कर बोला एक पेड़
रो रो कर बोला एक पेड़
Buddha Prakash
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
Buddha Prakash
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
ये ऊँचे-ऊँचे पर्वत शिखरें,
Buddha Prakash
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