Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 56 Next gurudeenverma198 4 Jun 2023 · 1 min read यह धरती भी तो, हमारी एक माता है यह धरती भी तो, हमारी एक माता है। इंसान आखिर यह क्यों, भूल जाता है।। यह धरती भी तो-----------------------।। पैदा हुए हैं हम सभी, धरती की गोद में। बचपन हमारा... Poetry Writing Challenge · गीत 474 Share gurudeenverma198 4 Jun 2023 · 1 min read उन वीर सपूतों को उन वीर सपूतों को कभी, हम भूला सकते नहीं। उन शहीदों का कर्ज ,हम चुका सकते नहीं। दी है जिन्होंने कुर्बानी, इस देश के लिए अपन उन शहीदों का बलिदान... Poetry Writing Challenge · गीत 231 Share gurudeenverma198 4 Jun 2023 · 1 min read वह देश हिंदुस्तान है जहाँ मिलता है सम्मान सभी को,वह देश हिंदुस्तान है। आदर है जहाँ सभी धर्मों का, वह देश हिंदुस्तान है।। जहाँ मिलता है सम्मान------------------।। खुद को कहता हूँ खुशनसीब, यहाँ पर... Poetry Writing Challenge · गीत 290 Share gurudeenverma198 4 Jun 2023 · 1 min read जय जय तिरंगा तुझको सलाम जय जय सलाम , तुमको तिरंगा। तू वीर शहीदों की , निशानी है।। पहचान है तुमसे, हिंदुस्तान की। तुझमें बसी , आजादी की कहानी है।। जय जय तिरंगा-------------------।। आजादी की... Poetry Writing Challenge · गीत 353 Share gurudeenverma198 4 Jun 2023 · 1 min read शिक्षा बिना जीवन है अधूरा शिक्षा बिना है, जीवन में अंधियारा। शिक्षा लाती है, जीवन में उजियारा।। शिक्षित बनो, घर को शिक्षित बनाओ। शिक्षा से ही संवरेगा, जीवन हमारा।। शिक्षा बिना है-------------------------।। एक शेरनी का... Poetry Writing Challenge · गीत 478 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read श्रमेव जयते बढ़ई के माथे से गिरा पसीने का एक बूंद लकड़ी पर चमकीला बिन्दु बना देता है लेकिन रेन्दे का एक आक्रोश मिटा देता है उसे सदा के लिए अब रेन्दे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 111 Share Chunnu Lal Gupta 4 Jun 2023 · 1 min read !! फूल चुनने वाले भी !! बारिश से शाय़द बच जाता मैं भीगा हूँ, टूटे छातों से गैरों की क्या बात करूं अपनें ही खेल रहे जज़्बातों से हृदय हुआ छ्लनी सा है, जीवन के लगते... Poetry Writing Challenge · Chunnu Lal Gupta कविता 297 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारी खुशी तुम्हारी खुशी और खुशी मेरी तुमसे। ये दोनों मिले हैं, मिले जब से तुमसे।। तुम्हारे लिए ही तो, मैं जी रहा हूँ। मिले मुझको जबसे, खुशी मिल गई है।। तुम्हारी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 185 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मृत्यु एक कटु सत्य मृत्यु आरंभ हैं एक अन्त का, मृत्यु अन्त हैं शुरुआत की। मृत्यु डर हैं बेकार का, मृत्यु पथ हैं मोक्ष के द्वार का।। मृत्यु सत्य हैं संसार का, मृत्यु पहरेदार... Poetry Writing Challenge · कविता 1 138 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मेरी कल्पना देखा नहीं है मैंने तुमको, फिर भी दिल ये कह देता है। प्यारी-प्यारी सूरत होगी, सबसे न्यारी मूर्त होगी।। चंचलता बातों में होगी, चालाकी ना तुझमें होगी। होठों पे नर्मी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 175 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read यादें....पोखरण आजादी की अर्धशती पर हमें मिला अनुपम उपहार l सफल हुआ परमाणु परीक्षण अभिनंदन केन्द्रीय सरकार ll हल्की सी पुरवाई थी पहले अब जोरों का तूफान चला l पांच धमाकों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 188 Share rubichetanshukla 781 4 Jun 2023 · 1 min read #बचपन# क्या बचपन के दिन थे वो खूब खेलना मस्ती करना , लड़ना झगड़ना और तकरार।। नही किसी की बात मानते, खाते थे उसके लिए मार। क्या बचपन के दिन थे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 133 Share Bodhisatva kastooriya 4 Jun 2023 · 1 min read गोविंदा श्याम गोपाला कैसा सुंदर सा प्यारा सा लाला? मेरा गोविंदा,श्याम गोपाला! बृज मंडल में बाजे बधाई, इसकी सुंदर छवि सबको है भाई! नाचै बृज के गोपी औ ग्वाला !! मेरा गोविंदा श्याम... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 481 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read बसंत पंचमी (१) मातु शारदा प्रकट भई है, आये हैं ऋतुराज सखी, झूम रही वन उपवन-डारी, झूम उठा मधुमास सखी। गुलमोहर, चंपा, टेसू पर, भ्रमर नाचते विविध रंग के, शगुन गीत गाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 211 Share ललकार भारद्वाज 4 Jun 2023 · 1 min read मैं दास तुम्हारे चरणों का मैं दास तुम्हारे चरणों का, कुछ दया तो मुझपे कर देना। मैं भूखा हूँ बस भावो का, कुछ महर तो मुझपे कर देना।। मैं प्यार मांगता हूँ तुमसे, बस प्यार... Poetry Writing Challenge · कविता 152 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read किसान विधा : वर्ण पिरामिड वो देख किसान श्रम से ही बोता है बीज तो जाकर कहीं कई दिनों में पकती है फसल खेत में । वो जब नित ही अथक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 148 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read जरा सोचिए..... जरा सोचिए, क्या सोच पाते हैं आप आज के हालात में बदलती हुई एकता का रूप, बढ़ती वारदात में कहते हैं लोग, ये सब क्या हो रहा है आजादी के... Poetry Writing Challenge · कविता 1 204 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read परिवार (१) कितना सुंदर लगता है जब, सामूहिक परिवार हो, दादा दादी की शिक्षा, भाई बहनों का प्यार हो । मात पिता के संस्कार, सब एक दूसरे के पूरक, आज कहां... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 191 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 4 Jun 2023 · 1 min read शुभकामना सकल कुटुम्ब रहे सुख से यही ईश्वर से नित प्रार्थना करते। दुःख की धूप पड़े न कभी किसी पर मन से यही कामना करते।। घर धन धान्य से पूर्ण रहे... Poetry Writing Challenge 87 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 4 Jun 2023 · 1 min read छोटा सा शहर बसता है बहुत मशहूर हूँ फिर भी ये दिल तरसता है, मेरा अपना ही ग़म है जो मुझपे हँसता है। है चकाचौंध बहुत शोर है रफ्तार भी है- मेरे भीतर मेरा छोटा... Poetry Writing Challenge 1 135 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 4 Jun 2023 · 1 min read तनख्वाह पूरे माह बदन को, तोड़ के कमाता हूँ तो, हाथ मेरे एक मुट्ठी, तनख्वाह आती है। छोटी सी कमाई देख, मन खिल उठता है, आँखों में ख़ुशी की नई चमक... Poetry Writing Challenge 1 177 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति जय माँ शारदे ये स्नेहिल सी सीरत,ये मौसम मृदुल सा, ये कैसा विहंगम, नजारा अतुल सा । हृदय जीत लेती ये, पर्वत शिखाएं, प्रकृति का ये आंचल, अधिक मंजुल सा... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 187 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read मुस्कान जब भी मिलना तुम अपनों से, मन के शुभ -सुंदर सपनों से, प्रेरित होकर श्रेष्ठ जनों से, मधुमय शब्द जुबान में । रहना नित मुस्कान में ।। अंजानों को मीत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 230 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान राजनीति राजनीति का क्षुद्र रूप लखि, मन होता है खिन्न, सेवा के पथ पर निकला है, आरोपों का जिन्न ! उगल रहे हैं आग, सदा कुत्सित भावों से, होत न हित... Poetry Writing Challenge · कविता 2 193 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read जुनून लक्ष्य पाने को जुनून होना चाहिए ! मंजिल पाना नहीं मुश्किल बस जुनून होना चाहिए, निराश, उदास नहीं मन उपवन प्रसून होना चाहिए, ललक हो जीवन में हर रोज कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 217 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read आशा संपूर्ण धरा पर फिर नूतन वैभव होगा । प्रसन्नता का फिर से नव उद्भव होगा।। विश्वास है फिर से सुखद दिन आयेंगे, निराशा भरे दिन बीत ही जायेंगे। नई सुबह... Poetry Writing Challenge · कविता 1 180 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई ऐ दिल सच-सच बता, क्या है तेरे दिल में ? क्यों तू तनहा है इस भरी महफ़िल में ? धरती तेरी, अम्बर तेरा फिर क्यों उदास है ? सुहाना सफर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 223 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read आखिर ऐसा क्यों बढ़ रहे बलात्कारी ! चीख रही भारत की नारी !! आज के मायावी राक्षसों से भगवान भी घबराता है ! इसलिए द्रोपदी की लाज बचाने कोई कृष्ण नहीं आता है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 184 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read कारगिल ललकार हमें न ए जालिम अब हमें नहीं सहना है ! खबरदार ए सरहदपार कश्मीर हमारा अपना है !! मत दोहरा इतिहास भूल से इतिहास नया बनाके देख ! यारी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 163 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read अमर शहीद अन्याय हुआ शोले उठे अब सभी शोर रूक जाएँगे ! सात दशक आजादी के जैसे फिर बहार चमन में आएँगे !! शहीद हुए जो मातृभूमि पर यही शब्द रह जाएँगे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 133 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read एका त्योहार दीवाली सा हर दिन लगे और दशहरे सी रात ! होली जैसी दोपहरी हो रोज खुशी की बात !! पर आज दीया जले आगजनी सा राम राज में रावण पलता... Poetry Writing Challenge · कविता 1 142 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read मजदूर अपनी सांसों में उर्जा भरकर निर्माण जो करता नवयुग का औरों को सुख-सुविधा देकर करे सामना हर दुख का जो रूके अगर, रूक जाए दुनिया सारे जग का रीढ़ वही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 70 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read साथी चल साथी चल कुछ कर दिखलाएँ अमन-चैन के गीत सुनाएँ शोषण, घुसखोरी, गद्दारी अन्याय, अनाचार, भ्रष्टाचारी गली-गली नफरत का जहर द्वार-द्वार मच रहा कहर मिलकर आओ दूर भगाएँ साथी चल कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 67 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read एक संदेश आपके नाम जन्मदिवस के रूप में यह दिन सुहाना आया है हर दिल पर रंगी रौनक है आंखों में मस्ती छाया है भगवान करे, दस्तूर चले सालों साल यह शमाँ जले आज... Poetry Writing Challenge · कविता 1 131 Share Aman Kumar Holy 4 Jun 2023 · 1 min read किसान,जवान और पहलवान किसान तपती दोपहरी में, आंधी बरसात में हल गंडासे लिए हाथ में जो खून जलाता है पसीना बहाता है हल चलाता है अनाज उगाता है पालता है पेट देश का... Poetry Writing Challenge · Poem · कविता · किसान · जवान · पहलवान 3 266 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read खूनी गीत जब भी मैंने कलम उठाया ! लिखने को कोई गीत नया !! कलम मेरे रूक जाते हैं ! विचार लुप्त हो जाते हैं !! क्योंकि, बम-बारूद की भाषा ! आज... Poetry Writing Challenge · कविता 1 188 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read सपने में आती हो सपने में आती हो मुझे बहुत सताती हो जब भी पूछा तुमसे दोस्ती करोगी मुझसे ? थोड़ा मुस्काना, फिर पलकें झुकाना सचमुच गजब ढाती हो सपने में आती हो मुझे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 89 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read मेरी ख्वाहिश - मेरी तमन्ना मेरी ख्वाहिश मेरी तमन्ना मेरी उम्मीदों का सपना हर पल, हर क्षण यही चाहूं मैं पूनर्जन्म में मेरी बनना घर समाज के ढ़ेरों बंधन इस जन्म में सह लेंगे हम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 126 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read ओ गोरिया ओ गोरिया, आँखों से तू मदहोश है जिसे देखूं मुझको लागे दिल में चोट रे जब-जब तुझको देखूं, हलचल होती है दिल में जब न देखूं तुझको, मैं पड़ जाऊं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 202 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read कैसे बताऊं मैं कैसे बताऊं मैं, कैसे समझाऊं मैं मेरे लिए तुम कौन हो, क्या हो सुनहरी धूप हो, श्रावणी घटा हो मचलती नदी या बहती हवा हो तुम प्रीत हो, मनमीत हो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 290 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छ तन, स्वच्छ मन फिर मैला क्यों अपना आंगन ठान ले ऐसा हम अगर स्वच्छ रखेंगे डगर-डगर गली, मोहल्ला, चौक, चौराहा अब नहीं होगा ये मैला बस एक दिन का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 206 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read माँ गर्म तवे से हाथ जला जब तुमने अपना फर्ज निभाई स्तन से बूंदे टपकाकर मेरे जख्मों पर लेप लगाई कैसे भूलूं तेरा उपकार कैसे दूध का कर्ज चुकाऊँ तेरे चरणों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 289 Share Arun Kumar 4 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक मात्राभार(14) ************ 1- मधुपों का उपवन गुंँजार। कलिओं से अनवरत प्यार। नश्वरता जीवन का सच- सत्य-प्रेम अवनि पर सार। मात्राभार(16) *********** 2- अधरों पर मुस्कान चाहिए। जगतीतल सम्मान चाहिए। सत्य... Poetry Writing Challenge · मुक्तक छंद 188 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read अमन राष्ट्र गुजरता साल देखकर दिल कह रहा है ! क्यों हर घड़ी लहू बह रहा है !! इस बरस भी खून-खराबा अपहरण, आगजनी ! बम-विस्फोट, बलात्कार बरसों से ये बात चली... Poetry Writing Challenge · कविता 1 159 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read ए हिन्द के निवासी ए हिन्द के निवासी, ए हिन्द के निवासी | हिन्दुस्तां है तेरी, तू हिन्दुस्तां की || ताक पे न रख वतन, ये कहीं गिर जाएगा | ढेर नीचे बारूद का,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 282 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read प्रेम.... किस्तों में कभी किया दीदार था हमने आज सुबह इजहार हुआ | बीत गये बरसों बरस हमने किस्तों में प्यार किया || पहली किस्त की बारी आई बीच सड़क वो आ टकराई... Poetry Writing Challenge · कविता 1 342 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read 9/11 चंद तस्वीरें जमीन खून से लाल था पहले अंबर अब अंगार हुआ I आतंक की आंधी इस कदर क्यों लोगों का श्रृंगार हुआ II नहीं पता था हमको यारों पानी भी जल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 298 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read एकता कहीं दर्द का नाम नहीं हो मजहब पर कत्लेआम नहीं हो l घर-घर फैले प्रेम-अहिंसा नफरत का कोई काम नहीं हो ll आओ मिलकर शपथ उठाएं ऐसा एक नवभारत बनाएं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 248 Share राजेश बन्छोर 4 Jun 2023 · 1 min read नई आजादी हमारी कोई कमजोरी है तभी तो भ्रष्टाचार फैलाने वाले जी रहे हैं सफेदपोशियों के रूप में देशवासियों का लहू पी रहे हैं हमारा इतिहास धूमिल हो रहा है सफेदपोशियों का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 260 Share Bodhisatva kastooriya 4 Jun 2023 · 1 min read जीवन एक मकान किराए को, जीवन एक मकान किराए को, या मे रहिबे कोसुख काहे को? ना जानै कौन दिना नोटिस आ जाबै, नाही जानै,फिरहू घूमै इतराए सौ!! या जीवन मे आना बेमानी थो, करौ... Poetry Writing Challenge · कविता 314 Share Previous Page 56 Next