Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 25 Next Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read चश्मे का फ्रेम हर बार तुम अपने चश्मे का फ्रेम बदल देते हो और स्वयं को युवा महसूस होने का अनचाहा भ्रम पाल लेते हो। पर सच्चाई यह कि अब उम्र तुम पर... Poetry Writing Challenge 196 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read आईनों पर दाग की सिफारिश ना कर आईनों पर दाग की सिफारिश ना कर तू बेवजह आग की सिफारिश ना कर मैं तुझे जन्नत बसाकर दे सकता हूँ पर उजड़े हुए बाग की सिफारिश ना कर पहले... Poetry Writing Challenge 216 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read बुढ़ापे का बोझ ताउम्र खुशगवार मौसम व रंगीले संसार का लुत्फ लिया जीवन को जी भर के तबियत से जिया पर बेशक आज तलक जीवन से मोहभंग नही हुआ। जाग्रत विवेक के सहारे... Poetry Writing Challenge 284 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read वर्ण व्यवस्था अतीत की वर्ण व्यवस्था था कर्म प्रधान होता रहा, फिर भी इस सत्य को आज कोई स्वीकारता कहाँ। मांस - भक्षी भूदेव आज सर्वत्र है विचरण कर रहे, तिलक लगाए... Poetry Writing Challenge 291 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read विलाप विकास के एक-एक आयाम चढ़ते गये नेपथ्य से विनाश की आवाज अनवरत अनसुनी करते रहे। अंतिम पायदान पर जैसे ही कदम रखा हे भगवान ! यह क्या और कैसा संसार... Poetry Writing Challenge 201 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read मरते बस इंसान हैं बम नही मरते,तोपें नही मरतीं गोलियां नही मरतीं,बंदूकें नही मरतीं मरते बस इंसान हैं जंग के बाद का नुकसान कोई फरिश्ता नही भरता भरते बस इंसान हैं गोलियां नही मरतीं... Poetry Writing Challenge 275 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read होली एक रूपक होली एक रूपक हिरण्यकश्यप शंका का प्रतीक है प्रह्लाद श्रद्धा का पर्याय है जब तलक आप संदेह के वश श्रद्धा के अंकुर को पहाड़ो से गिरा पत्थर से दबाओगे पानी... Poetry Writing Challenge 249 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read उम्मीद का दामन थामे आस्थाएं व मान्यताएं निरन्तर तिरोहित हो रही थी, जबकि उन्हें परिष्कृत कर उत्तम बनाने की सोच थी। उम्मीद का दामन थामे सदियां गुजरती रही, पर बात थी कि बस वहीं... Poetry Writing Challenge 155 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read जानकी का परित्याग वस्तुतः जानकी का परित्याग है एक काल्पनिक कथा जिसे न वाल्मीकि न ही तुलसी ने है कहा। यह क्षेपक है मात्र किदवंतियां है इसका स्रोत इसे कभी भी मानस या... Poetry Writing Challenge 160 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी एक पहेली जिंदगी एक पहेली कल भी थी, आज भी है और शायद कल भी रहेगी, जितना इसे सुलझाने की कोशिश होगी यह और भी उलझेगी, परेशान करेगी और शायद यह पहेली... Poetry Writing Challenge 252 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read हँसते जख्म निज कल्पनाशक्ति का सृजनात्मक उपयोग किया, इस असार जीवन को जीने का अभिनव परयास किया। ज्यों- ज्यों जीवन आगे बढ़ा सपनों को लगा पंख मिलने, आहिस्ता मद का हुआ प्रवेश... Poetry Writing Challenge 241 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read भविष्य भविष्य से अंजान फिर भी उसे सँवारते है, उसकी चिंता में अपना वर्तमान भी गवांते है। अतीत से ले सीख वर्तमान आज उद्दीप्त है, भविष्य के लिये भी एक दीपक... Poetry Writing Challenge 162 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read हैसियत इतना विशाल ब्रह्मांड अनेकों आकाशगंगाए सरसों भर पृथ्वी पर रत्तीभर मुल्क अब सोचिये, रत्ती भर पर हमारी हैसियत क्या है ? फिर भी हमें गुमान है। छल ,दम्भ ,द्वेष ,... Poetry Writing Challenge 168 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read माटी की मूरत अपनी सीरत से ही सदा याद किया जाता है कोई सूरत से नही यह तो बस मिट्टी की मूरत धूसरित होता ही है सही । इसे जितना सजाने संवारने में... Poetry Writing Challenge 177 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read हम से कहता है वो हम मार दिए जायेंगे सरे राह मौत के घाट उतार दिए जाऐंगे हमसे कहता है वो हम मार दिए जाऐंगे दरख़्त से कहो गफलतो से बाहर निकले तेरी शाख के पत्ते वरना झार दिए... Poetry Writing Challenge 159 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read अधूरा सफर चले साथ थे मंजिल को एक तेरे ही भरोसे पर, मिला नही पर तेरा सहारा दिया छोड़ बीच राह पर। सफर दिवस का बिता जब निपट निशा तब आयी थी,... Poetry Writing Challenge 220 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read क्या बात हुई आपस मे,क्या राज छुपाए हैं तुमने क्या बात हुई आपस मे, क्या राज छुपाए हैं तुमने तख्तों की हेराफेरी की है, या ताज छुपाए हैं तुमने गहरी कब्रों से निकलेगा, कल के मलबों का वो ढेर... Poetry Writing Challenge 208 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read अपनी सदाकत के अरकान नही मरने दिए अपनी सदाकत के अरकान नही मरने दिए जमीन मे मिल गये अरमान नही मरने दिए अपने अंदर के जलजलों को रवां दवां रखा अपने ख्यालातों के तूफान नही मरने दिए... Poetry Writing Challenge 250 Share Vandna thakur 12 Jun 2023 · 1 min read एहसास जब हम अपने माता पिता पूरे परिवार के साथ रहते हैं तो हमें उनकी प्रेम का एहसास नहीं होता । परंतु जब हम अपने माता-पिता से दूर चले जाते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 366 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read बंजर करके छोडे़गा और कितना बवंडर करके छोड़ेगा वक़्त क्या सब खंण्डहर करके छोड़ेगा हाकिम खुश है अपने फैसलों पर लगता है सब बंजर करके छोड़ेगा ये क्या कम है कि तूने दिल... Poetry Writing Challenge 222 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read तेरा ये रोना और रो रो कर फलक पे नजर करना जिल्लतों से राब्ता करके इज्जतों का सफर करना क्या इसे ही कहते हैं मेरे दोस्त जिंदगी बसर करना ये क्या कम है बस्तियाँ फूंक दीं घर बार जला दिए इससे... Poetry Writing Challenge 228 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read साईं तेरी याद बाजार से खरीदी गयी मूर्ति यदि धन देती है, लोग कहते है कि फिर वह बेची क्यों जाती है ? तुम्हे किसी ने देखा नही पर जन्म से तुम्हे सुना... Poetry Writing Challenge 144 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read पत्थर की बाँसुरी लोग कहते है कि पत्थरदिल कभी रोते नही कभी पहाड़ों से गिरते झरनों को तुमने कभी देखा क्यो नहीं ? वृक्षों के बारे में एक आम राय है ये कि... Poetry Writing Challenge 190 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read देवों के देव महादेव मुक्ति का धाम यह काशी यहाँ हर कोई तेरा पुजारी, पर आज उल्टी हवा चली ममता पर मौत है भारी। मौत की ले कामना कई मंगल मौत पर मनाते है,... Poetry Writing Challenge 212 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read सोलह आने सच सोलह आने सच आज यह बात भी सिद्ध हो गयी, एक बार प्रकृति पुनः पुरुष पर भारी हो गयी। प्रकृति पर विजय के दावे खोखले सिद्ध हो रहे, उसकी मार... Poetry Writing Challenge 1 229 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read बहुत खलता है बहुत खलता है जब छोड़ना पड़ता है अपना घर अपना आंगन भले ही हो वो शहर मे,या गांव में धूप में या घने जंगल की छांव में पक्का पलस्तर चढ़ा... Poetry Writing Challenge 188 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read शबरी के बेर शबरी के बेर प्रतीक है एक भाव का श्रीराम के समरसता समभाव का। प्रतीक है एक व्यक्ति का अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ता का एकटक अड़े रहना एक प्रतिभा का।... Poetry Writing Challenge 86 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read तुमको ताब क्यों नही है क्यों बेताब हो तुम तुमको ताब क्यों नही है क्यों बेताब हो तुम जलने वालो बताओ क्या आफताब हो तुम ये जर्जर गुम्बद तुम्हारी झुकती क्यों नही है जिसमे कैद हैं दिवाने क्या वही... Poetry Writing Challenge 125 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read इंसानों के खूंखार चेहरों से डरते हैं अब इंसानों के खूंखार चेहरों से डरते हैं अब जमीन पे फरिश्ते भी कम उतरते हैं अब उखड़ी सड़कों पर कभी निकलकर देखो कुत्ते बिल्ली की तरह लोग मरते हैं अब... Poetry Writing Challenge 58 Share इंदु वर्मा 12 Jun 2023 · 1 min read "मेरा हिस्सा" हद से ज्यादा नहीं उसके हिस्से का आधा देना दबी सिकुची सी दिखे कहीं कुछ कर दिखाने का इरादा देना... रंग "गुलाबी" से "खाखी" हो गया अब उसकी पहचान का... Poetry Writing Challenge · कविता 2 175 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read रूह कब्ज करो हथेली पर जान को उतारो रुह कब्ज करो, हथेली पे जान को उतारो रु-ए-जमीं पर कभी आसमान को उतारो हम अर्जी देकर थक चुके हैं अब तो कभी नक्शे कागज पर हमारे मकान को उतारो... Poetry Writing Challenge 167 Share इंदु वर्मा 12 Jun 2023 · 1 min read "बूंद " बूँद सिर्फ बूंद नहीं हर बूंद से एक कहानी टपकती है पानी की बूंद जब प्यासे से मिलती है अथाह सागर उसे सी तृप्ति देती है मय की बूंद जब... Poetry Writing Challenge · कविता 184 Share Dr. Ramesh Kumar Nirmesh 12 Jun 2023 · 1 min read गवाही वक्त ने अपनी छाती पर अनेक दंश झेले एक से बढ़ कर एक अनहोनियों को देखे। फिर भी अनवरत अपने सफर पर अबाध चलता रहा पर पता नही क्यो आजकल... Poetry Writing Challenge 84 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read याद नही रखता किसी को दिल के ज्यादा पास नही रखता मैं समंदर हूँ कभी अधूरी प्यास नहीं रखता सफर में साथ आओ तो हमेशा याद रखना मेरे हमराही मैं किसी को खास... Poetry Writing Challenge 88 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read ये बताओ चांद तारों पे क्या लिक्खा जायेगा बेनूरी है अब नजारों पे क्या लिक्खा जाऐगा इस मौसम मे बहारों पे क्या लिक्खा जाऐगा दरवाजे पर तो मुझको गद्दार लिखा है उन्होंने सोचता हूँ अब दिवारों पे क्या... Poetry Writing Challenge 116 Share इंदु वर्मा 12 Jun 2023 · 1 min read "कविता" अक्सर लिखती हूँ तुम्हे हर बात के लिये लो आज कुछ बात लिखूं तुम्हारे लिए हर ज़ुबाँ में पहचान लिए, बिना जिस्म के जान लिए कभी चुप-खामोश,कभी रुदन-क्रंदन तो कभी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 156 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read हम आदिवासी जंगल को खूब समझते हैं तेरे पैंतरे को तेरे दंगल को खूब समझते हैं हम आदिवासी जंगल को खूब समझते हैं हाकिम हमें ग्रहों की चाल मे मत उलझा हम,सूरज,चांद,मंगल को खूब समझते हैं उससे... Poetry Writing Challenge 90 Share इंदु वर्मा 12 Jun 2023 · 1 min read "घरौंदा" "घरौंदा"..... ये नाम सिर्फ इतिहास का हिस्सा सा लगता है दादी नानी की कहानी का कोई किस्सा सा लगता है अब कहाँ नज़र आते हैं घर अब नज़र आते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 143 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read तालाब गहरे क्यों नही हैं पहले जैसी बारिश सैलाब गहरे क्यों नही हैं नदी नाले पट गये तालाब गहरे क्यों नही हैं कौन लेकर उड़ गया खुशबू इन बागानों की फीकी सी है चमेली गुलाब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 104 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read अमृत महोत्सव एक तिरंगा सोशल डीपी पर एक घर पर टांग लिया बस इतना करने को हमने अमृत महोत्सव नाम दिया देशभक्ति गाने सुने,फिल्में देखी और राष्ट्रगान भी गाया है पर सच... Poetry Writing Challenge · कविता 64 Share Maroof aalam 12 Jun 2023 · 1 min read और बाकी हिरन तमाशा देखते हैं जब मुझ पर जुल्म हुआ तुम खामोश रहे जब तुम पर जुल्म हुआ मैं खामोश रहा इस खामोशी का ना तुम्हे कुछ फायदा हुआ ना मुझे कुछ फायदा हुआ अगर... Poetry Writing Challenge 98 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 2 min read मंहगाई सरकारें जिस पर ध्यान न देती,ऐसी इक सच्चाई हर घर की कमर तोड़ती देखो यह मंहगाई आजादी के बाद आज तक जो सबसे ज्यादा बढ़ी है वक्त के साथ-साथ नित... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 64 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read गुरु का महत्व सुना है गोविंद आकर स्वयं गुरु का महत्व बताते हैं गुरु के चरणों में निज शीश सबसे पहले नवाते हैं गुरु मुकुंद है,गुरु ब्रह्म है,गुरु साक्षात् शिव स्वरूप जिसके सानिध्य... Poetry Writing Challenge · कविता 82 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read शहर-गांव बसते हैं सपने शहरों में अपने बसते हैं गांवों में तन तो धूप में जलता है मन जलता है छांव में बसते हैं सपने शहरों में............... खेत,खलिहान और बागों की... Poetry Writing Challenge · कविता 63 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read फ़ुरसत नहीं ले सके दो पल चैन की सांसें इतना भी वक्त नहीं है ऐसी उलझी है जिंदगी खुद के लिए भी फुर्सत नहीं है पहले बड़े-बूढ़ों के आशीर्वाद से हो जाती... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल 88 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 12 Jun 2023 · 1 min read कौन? चाहत है क्या किससे पूछें, यह बात हमें बताएगा कौन? हर चाहने वाला गाफिल है, महफिल में बैठा साधे मौन। -१- कब तक चेहरा के भाव गढ़ें, नैनों की भाषा... Poetry Writing Challenge · कविता 216 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 2 min read आज का सूरत-ए-हाल परीक्षा के पर्चें लीक हो रहे खुलेआम बाजारों में चोर मूंछें ताने बैठें है आज की सरकारों में नोट फेंक कर वोट खरीदते इनको देखा जाता है मुफ्त की रेवड़ियों... Poetry Writing Challenge · कविता · हास्य-व्यंग्य 99 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read जब हम मिले थे पहली बार जब हम मिले थे पहली बार थे अजनबी दोनों एक दूसरे से शायद अगर उस वक्त कोई कहता कि तुम जीवन के उन खास लोगों में एक होंगे जिनके बिना... Poetry Writing Challenge · कविता 239 Share prabodh mishra 12 Jun 2023 · 1 min read मेरी वाणी के सौरभ पर -- मेरी वाणी के सौरभ पर ,ये सारा जग जीता है । नयन नयन में जोत जगाकर , मेरा जीवन बीता है । सुबह सुबह जो राह भूलता शाम उसे राह... Poetry Writing Challenge 88 Share सौरभ पाण्डेय 12 Jun 2023 · 1 min read कभी मेरा ख्याल आता है क्या तुम्हें यूं ही कभी मेरा ख्याल आता है क्या आजकल कैसा हूं ये सवाल तुम्हें सताता है क्या डाल चुकी हो शायद मिट्टी तुम हमारे रिश्ते पर इस तरह... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 108 Share Previous Page 25 Next