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Page 25
चश्मे का फ्रेम
चश्मे का फ्रेम
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आईनों पर दाग की सिफारिश ना कर
आईनों पर दाग की सिफारिश ना कर
Maroof aalam
बुढ़ापे का बोझ
बुढ़ापे का बोझ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
वर्ण व्यवस्था
वर्ण व्यवस्था
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
विलाप
विलाप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मरते बस इंसान हैं
मरते बस इंसान हैं
Maroof aalam
होली एक रूपक
होली एक रूपक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
उम्मीद का दामन थामे
उम्मीद का दामन थामे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जानकी का परित्याग
जानकी का परित्याग
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जिंदगी एक पहेली
जिंदगी एक पहेली
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हँसते जख्म
हँसते जख्म
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
भविष्य
भविष्य
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हैसियत
हैसियत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
माटी की मूरत
माटी की मूरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हम से कहता है वो हम मार दिए जायेंगे
हम से कहता है वो हम मार दिए जायेंगे
Maroof aalam
अधूरा सफर
अधूरा सफर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
क्या बात हुई आपस मे,क्या राज छुपाए हैं तुमने
क्या बात हुई आपस मे,क्या राज छुपाए हैं तुमने
Maroof aalam
अपनी सदाकत के अरकान नही मरने दिए
अपनी सदाकत के अरकान नही मरने दिए
Maroof aalam
एहसास
एहसास
Vandna thakur
बंजर करके छोडे़गा
बंजर करके छोडे़गा
Maroof aalam
तेरा ये रोना और रो रो कर फलक पे नजर करना
तेरा ये रोना और रो रो कर फलक पे नजर करना
Maroof aalam
साईं तेरी याद
साईं तेरी याद
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
पत्थर की बाँसुरी
पत्थर की बाँसुरी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
देवों के देव महादेव
देवों के देव महादेव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सोलह आने सच
सोलह आने सच
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बहुत खलता है
बहुत खलता है
Maroof aalam
शबरी के बेर
शबरी के बेर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
तुमको ताब क्यों नही है क्यों बेताब हो तुम
तुमको ताब क्यों नही है क्यों बेताब हो तुम
Maroof aalam
इंसानों के खूंखार चेहरों से डरते हैं अब
इंसानों के खूंखार चेहरों से डरते हैं अब
Maroof aalam
"मेरा हिस्सा"
इंदु वर्मा
रूह कब्ज करो हथेली पर जान को उतारो
रूह कब्ज करो हथेली पर जान को उतारो
Maroof aalam
"बूंद "
इंदु वर्मा
गवाही
गवाही
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
याद नही रखता
याद नही रखता
Maroof aalam
ये बताओ चांद तारों पे क्या लिक्खा जायेगा
ये बताओ चांद तारों पे क्या लिक्खा जायेगा
Maroof aalam
"कविता"
इंदु वर्मा
हम आदिवासी जंगल को खूब समझते हैं
हम आदिवासी जंगल को खूब समझते हैं
Maroof aalam
"घरौंदा"
इंदु वर्मा
तालाब गहरे क्यों नही हैं
तालाब गहरे क्यों नही हैं
Maroof aalam
अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
सौरभ पाण्डेय
और बाकी हिरन तमाशा देखते हैं
और बाकी हिरन तमाशा देखते हैं
Maroof aalam
मंहगाई
मंहगाई
सौरभ पाण्डेय
गुरु का महत्व
गुरु का महत्व
सौरभ पाण्डेय
शहर-गांव
शहर-गांव
सौरभ पाण्डेय
फ़ुरसत नहीं
फ़ुरसत नहीं
सौरभ पाण्डेय
कौन?
कौन?
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
आज का सूरत-ए-हाल
आज का सूरत-ए-हाल
सौरभ पाण्डेय
जब हम मिले थे पहली बार
जब हम मिले थे पहली बार
सौरभ पाण्डेय
मेरी वाणी के सौरभ पर --
मेरी वाणी के सौरभ पर --
prabodh mishra
कभी मेरा ख्याल आता है
कभी मेरा ख्याल आता है
सौरभ पाण्डेय
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