Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 18 Next संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read आनंद उन्होंने कहा शहर में आनंद मेला है, सो हम भी आनंद से भाव विभोर हो, पहुंचे आनंद के मेले में। पता चला अब आनंद दिल में नहीं, जेब में बसता... Poetry Writing Challenge · हास्य-व्यंग्य 1 223 Share संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read मोहब्बतनामा बड़े प्यार से पतिदेव आए और बोले, प्रिये आज वैलेंटाइन डे है। कड़छी हाथ में लिए मुड़कर मैंने कहा, क्याऽऽ, मोहब्बत के भी दिन होते हैं, कैटेगरी होती है ये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 165 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read खेत रोता है खेत रोता है खलिहान रोता है खाली पेट जब कोई किसान सोता है सूख गई खेत में धमनी किसान की भले ही लगा दिया वो बाजी जान की देश का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 543 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पापा जी कभी पेट पर लेकर अपने, हमें सुलाते पापा जी कभी बिठा काँधे पर हमको, खूब घुमाते पापा जी छाया देते घने पेड़ सी, लड़ते वो तूफानों से हो निष्कंटक राह... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 555 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read वतन ये तिरंगा नहीं ये मेरी जान है हिन्द की आबरू हिन्द की शान है आन पर जान दे जो अमर हो गए उन शहीदों पे तनमन ये कुर्बान है।। जी... Poetry Writing Challenge 321 Share संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read हमने देखा है हमने देखा है क्या लाए थे क्या लेकर जाओगे, कहने वालों को तिजोरी भरते हुए। हमने देखा है राम - नाम जपने वालों को, बगल में छुरी रखते हुए। हमने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 147 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read जनक सुता राजा जनक की प्रजा तडप रही, जल बिन जीव सभी हुये बेहाल है ऋषि,मुनि,मंत्रिजन सलाह ले रहे जनक कैसे आयी विपदा कैसा ये काल है राजा हल जोंते ये सहमति... Poetry Writing Challenge 118 Share संजीवनी गुप्ता 13 Jun 2023 · 1 min read दोस्त एक दोस्त वो होते हैं, जिनके साथ हम बड़े होते हैं। और एक दोस्त वो होते हैं, जिनके साथ हम बूढ़े होते हैं। एक दोस्त के साथ छड़ी खाते हैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 197 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पर्यायवरण (दोहा छन्द) आज प्रदूषण कर गया, हर सीमा को पार। लोग अभी भी मस्त हैं, ये कैसा संसार।।1 शुद्ध हवा मिलती नहीं, जल थल या आकाश। जीवन निस-दिन घट रहा, आया निकट... Poetry Writing Challenge · कविता · दोहा 408 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read सुभाष चन्द्र बोस कुंदन जैसी मातृभूमि पर, सुभाष सच्चे नेता थे। सही मायने में भारत के, ओजवान अभिनेता थे।। सुभाष ने चरितार्थ किया था, नेता की परिभाषा को। पूर्ण किया अपनी ताक़त से,... Poetry Writing Challenge · कविता 456 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपने वीर जवान आओ शत-शत नमन करें हम अपने वीर जवानों को हंसते-हंसते झूल गए जो उन शोला तूफानों को आन-बान पर मिटने वाले जो भारत के शानी थे चूलें हिला दिए दुश्मन... Poetry Writing Challenge · कविता 382 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read #कविता : जीवन के दिन चार #जीवन के दिन चार बनो सहारा मत चाहे तुम, कपट किसी से मत करना। एक चुनौती सही चलन की, स्वीकार करो फिर चलना।। कौन किसी को क्या देता है, कौन... Poetry Writing Challenge 1 345 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read राखी (कुण्डलिया) कच्चे धागे से जुड़ा, राखी का त्यौहार मिले बहन जब भ्रात से, बरसे स्नेह अपार बरसे स्नेह अपार, बहन जब बाँधे राखी जगता सात्विक भाव, उड़े मन जैसे पाखी रेशम... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 456 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपना गाँव लकड़ी उपरी चूल्हा चौका, गाँव स्वर्ग से न्यारा है। हर पत्ता हर जर्रा-जर्रा, हमें जान से प्यारा है।। सोंधी मिट्टी की सुगंध से, सुरभित है कोना-कोना। सबको जीवन देने वाली,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 327 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read वतन के तराने वतन के तराने सुनाएंँ सभी सदा स्नेह- गंगा बहाएंँ सभी लहू कर समर्पित वतन के लिए वतन अस्मिता को बचाएंँ सभी।। मलिन पुष्प रौनक बढ़ाते नहीं जहाँ में किसी काम... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छन्द 249 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read प्रार्थना (मधुमालती छन्द) कर जोड़ के, है याचना, मेरी सुनो, प्रभु प्रार्थना बल बुद्धि औ, सदज्ञान दो, परहित जियूँ, वरदान दो निज पाँव पे, होऊं खड़ा, संकल्प लूँ, कुछ तो बड़ा मुझ से... Poetry Writing Challenge · कविता 220 Share डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत' 13 Jun 2023 · 1 min read अपने आँसू मोती जैसे अपने आँसू,पहुमी पर मत गिरने देना। शुभ्ररजत मय अश्रुकणों को, रज पर नहीं बिखरने देना।। नयन पुलिन से छलक-छलक कर, कपोल-किसलय पर आता। पद्म-ह्रदय को म्लान बनाता, ज्वलित... Poetry Writing Challenge · गीत 158 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया) उस देश धरा पर जन्म लिया, मकरंद सुप्रीति जहाँ छलके। वन पेड़ पहाड़ व फूल कली, हर वक़्त जहाँ चमके दमके। वसुधा यह एक कुटुम्ब, जहाँ, सबके मन भाव यही... Poetry Writing Challenge · कविता · दुर्मिल सवैया छन्द 412 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (10) मृत्यु मौत संसार का एक अटूट सत्य है, फिर भी इन्सान को ये झूठ लगता है। हर रोज़ हम किसी न किसी को विदा, होते इस संसार से देखते हैं। लेकिन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 195 Share Dhriti Mishra 13 Jun 2023 · 1 min read नीलेश दुनिया में फरेबी और झूठे भी हैं पर राह में खड़े तुम - से, सच्चे भी तो हैं। धड़कता है सभी के सीने में - दिल पर सीने में तुम्हारे... Poetry Writing Challenge · करुणा · कविता · नीलेश · मित्र · मित्रता 244 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (9) पैसे का तमाशा इस दुनिया में आकर जीना, चाहते हो यदि। तो पैदा होते ही पैसा लाना अधिक। दुनिया में होता है तिलक उसके माथे पर, जिसने जीता हो दुनिया को पैसे से।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 166 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द) करे विचार आज क्यों समाज खण्ड खण्ड है प्रदेश वेश धर्म जाति वर्ण क्यों प्रचण्ड है दिखे न एकता कहीं सभी यहाँ कटे हुए अबोध बाल वृद्ध या जवान हैं... Poetry Writing Challenge · कविता · नाथ सोनांचली के छन्द 1 379 Share Harish Chandra Pande 13 Jun 2023 · 1 min read मजदूर पत्थर तोड़ते मजदूर , तालाब खोदते मजदूर, मकान बनाते मजदूर , इनके घर है कितने दूर । मेहनत करते मजदूर, गीत गाते मजदूर, पसीना बहाते मजदूर, प्याज रोटी खाते मजदूर,।... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 464 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read दोहा छन्द भड़की ज्वाला देश में, काप रहे हैं हाथ। कैसे दीपक अब जले, बिना अमन के नाथ।।1 कोई भूखा सो रहा, तन भी पड़ा उघार। माता जिस्म पिला रही, कोसों दूर... Poetry Writing Challenge · दोहा 262 Share Harish Chandra Pande 13 Jun 2023 · 1 min read प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी , प्रेस कांफ्रेंस, कुछ पत्रकार लेडीज, कुछ थे जेंटस। प्रवक्ता को, था फुल कांफिडेंस। एक सवाल पर, वो ,बोले, देखिये, घोटाले तो , टालने के लिए है।... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 219 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read गौरेया (ताटंक छन्द) घर आँगन की राज दुलारी, प्यारी चुनमुन गौरैया कभी अकेले कभी झुंड में करती है ता ता थैया ।। तिनका तिनका चुन-चुन कर यह, अपना नीड़ बनाती है फुदक फुदक... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 1 1 389 Share Ghanshyam Poddar 13 Jun 2023 · 1 min read अबकी बार अबकी बार नहीं जाने दूंगी अपने पिया को परदेश. प्राणों से भी प्यारा है अपना घर, अपना गाँव अपना देश अपना स्वदेश. अकेले का जीवन भी कोई जीवन है न... Poetry Writing Challenge 236 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read नारी नारी तुम! सुकुमार कुमुदिनी सौम्य स्नेह औ प्रेम प्रदाता || धरती पर हो शक्ति स्वरूपा तुम रण चंडी भाग्य विधाता || संस्कारों की शाला तुम हो तुम लक्ष्मी सावित्री सीता... Poetry Writing Challenge · कविता 282 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (8) मत बुनो सपना जिंदगी में मत बनाओ, सपना इतना सुनहरा। क्योंकि जब टूटे यह, सपना तो दुख न हो अति गहरा। सपना बनाओ तो ऐसा, जैसा है रात की रानी को फूल। जो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 195 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 2 min read हास्य व्यंग्य (आल्हा छन्द) क्या दिन थे आनन्द भरे वे, हरपल रहता था उल्लास आगे जीवन ऊबड़ खाबड़, तनिक न था इसका आभास बीबी बच्चों के चक्कर में, स्वप्न हुए अब तो इतिहास आफत... Poetry Writing Challenge 255 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read नग्नता को रोकना होगा नग्नता को रोकना होगा.......... यदि संस्कृति बचाना चाहते हो यदि भारतीयता बचाना चाहते हो तो नग्नता को रोकना होगा.......... आध्यात्म को समझना होगा समाज में सौहार्द चाहते हो परिवार में... Poetry Writing Challenge · कविता 24 5 849 Share Shutisha Rajput 13 Jun 2023 · 1 min read (7) आज का इंसान जीवन है भगवान कि देन, मनुष्य तो कतपुटली है। फिर भी कितना घमंडी, है आज का इंसान। गर्भ से बाहर आने के लिए, मांगी थी हजारों मन्नते। बाहर आया गर्भ... Poetry Writing Challenge · कविता 3 266 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पेड़ पौधे (ताटंक छन्द) पौधे-पेड़ धरा के गहने, मिलकर धरा सजाते हैं। ये जीवों का पोषण करते, पर्यावरण बचाते हैं। चम्पा, जूही, बेला, गेंदा, उपवन को महकाते हैं। इनका ही रस लेकर भौरे, मस्त... Poetry Writing Challenge · कविता 1 530 Share Dr.Pratibha Prakash 13 Jun 2023 · 1 min read ललकार आर्यावर्त सप्त, सैन्धव, भारत खंडे, भारत कहलाया है इसकी पावन माटी को माता कहकर बुलाया है चरण पखारे लहराता सागर, हिम श्रंग ने मुकुट सजाया है पश्छिम में भू स्वर्ण... Poetry Writing Challenge · गीत 17 3 247 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jun 2023 · 1 min read कविता : संग तुम्हारा अद्भुत गहना #संग तुम्हारा अद्भुत गहना धवरी धूप सरिस मन तेरा। लूट लिया जिसने मन मेरा।। कोयल सम मधुर सरस वाणी। प्रिया सदा से तू कल्याणी।। कोमल कथन मुलायम चाहत। गुणकारी तेरी... Poetry Writing Challenge 1 191 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 2 min read खेल और यौन शोषण : विकृत मानसिकता दरिंदगी का आलम देखो, खेल और यौन शोषण में छिपे रंज देखो। खेल की लड़ाई में बह जाते हैं खून, यौन शोषण के घाव देखो, न रास्ता, न सुन। क्रीड़ा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 280 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read नवीन वर्ष (पञ्चचामर छन्द) नवीन वर्ष को लिए, नया प्रभात आ गया प्रभा सुनीति की दिखी, विराट हर्ष छा गया विचार रूढ़ त्याग के, जगी नवीन चेतना प्रसार सौख्य का करो, रहे कहीं न... Poetry Writing Challenge · कविता 386 Share Harish Chandra Pande 13 Jun 2023 · 1 min read जीवन के गीत मन अगर बैचेन है तो गीत गा लूँगा गीत गाकर के , उमंगों को जगा लूंगा, गम के बादल घिरे है , बिजली कड़कती है । मै मगर ,उम्मीद का... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 361 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 2 min read खेल और यौन शोषण: एक विकृत संघर्ष खेल और यौन शोषण: एक विकृत संघर्ष भारत में खेल एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जो स्वास्थ्य, संघटना, सामरिकता, और सामाजिक समरसता को प्रोत्साहित करता है। हालांकि, खेल की दुनिया में... Poetry Writing Challenge · शेर 136 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read बाल कविता: लाल भारती माँ के हैं हम लाल भारती माँ के हैं हम, सरहद के रखवाले हैं। बुद्ध-राम की धरती अपनी, अमन चाहने वाले हैं। सरहद पर जो खड़ा हिमालय, ऊँचा भाल हमारा है। नींच शत्रु ने... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 472 Share Harish Chandra Pande 13 Jun 2023 · 1 min read मनुष्य तुम हर बार होगे रिश्ता फलेगा फूलेगा , अगर इसे प्यार दोगे । अमन ही होगा गर, सौहार्द की बहार दोगे । आनंद भरा बचपन, जीवन भर उमंग देगा । अगर तुम इक बच्चे... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 439 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read युक्रेन और रूस ; संगीत युक्रेन की सर्दी और रूस की गर्मी, युद्ध का संगीत बजता है घनी। ध्वनि में तनाव और संघर्ष की लहर, सुरों और तालों में छिड़ रही है घेर। प् उच्च... Poetry Writing Challenge · कविता 300 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read जगमगाती चांदनी रातों में जगमगाती चांदनी रातों में, उदासी के रंग खो जाते हैं। सुन्दर सुरमयी रचना यहाँ, अब खुशियों के गीत गाते हैं। प्रकृति की गोद में खोये रंग, मुस्कानों को छा जाते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 259 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read तन्हाई के बसेरे में बह रहा है तन्हाई के बसेरे में बह रहा है, यादों का आलम गहरा उतर रहा है। दिल की तरंगों में अब बहक जाएँ, एक गुनगुनाहट सुनहरी मधुर उठ रही है। आहटें एक... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 2 199 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 2 min read खेत -खलिहान जहाँ बैठ कर रची गयी थी, एक कथा गोदान की चलो करें कुछ बातें यारों, उन्हीं खेत खलिहान की जहाँ खेलती खेल लहरियाँ, खेलें सँग-सँग झरने ताल तलैया सोन चिरैया,... Poetry Writing Challenge · कविता 581 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज शमशान हूँ मैं तो महज शमशान हूँ अमीर का गरीब का राजा या फकीर का मैं तो कब्रिस्तान हूँ मैं तो महज शमशान हूँ जिंदगी की दौड़ में पड़ा हूँ एक छोर... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 4 259 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read ख़ामोशी ज़मीं की तरह थी वो मेरी आँखें, उम्मीदों से भरी हर एक बातें। पर वक्त की चालनी ने ले ली जुदाई, छूट गई है अब वो प्यारी रातें। दिल का... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 375 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read *शिवाजी का आह्वान* *शिवाजी का आह्वान* उठो शिवाजी खड़ग संभालो आन-बान अभिमान की। मन प्राणों में रची-बसी यह धरती हिंदुस्तान की।। आतताईयों के खंजर से धरती लहूलुहान हुई। जकड़ बेड़ियों में सारी मानवता... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · गीत 2 460 Share कवि अनिल कुमार पँचोली 13 Jun 2023 · 1 min read देश-प्रेम हम अपने देश के लोगों में विश्वास जगाएँगे। प्रेम, दया, समता, करुणा का पाठ पढ़ाएँगे॥ जिन गलियों में वर्षों से छाया घनघोर अँधेरा जिन लोगों ने कटुता बस, मानवता को... Poetry Writing Challenge · कविता 2 292 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तो महज संघर्ष हूँ मैं तो महज संघर्ष हूँ कहीं राज का कहीं ताज का मैं तो महज संघर्ष हूँ कभी जिंदगी में कभी मौत से मैं तो महज संघर्ष हूँ या दुश्मनों से... Poetry Writing Challenge · V9द चौहान · कविता 4 313 Share Previous Page 18 Next