Kunal Kanth Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read शुरुआत तुम से है बन सको तो बनो इंशान शुरुआत तुम से है उखाड़ फेको नफ़रत यार बदलाव तुम से है कब तक जाति मजहब से ग्रसित रहोगे तुम हर चेहरे में एक चेहरा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 186 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read जवानी से उम्र गुजरेगी कब गुल-फ़िशानी से यक़ीं उठ गया यार हर कहानी से कैसा गुमाॅं कैसी ख़ुशी कौन सा ताज़ रंज के सिवा मिला हि क्या ज़वानी से मुझको ने'मत में... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 400 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read जलाया जाऊँ लहजा जबसे रखा उबूदियत ए मीर का खौफ नहीं गोला बारूद खंजर तीर का मैं जिंदा गाड़ा जाऊँ या जलाया जाऊँ ये मस'अला है कुछ मजहबी जमीर का मुहब्बत में... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 96 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read पनीर हि पनीर था पनीर हि पनीर था और पनीर क्या कुछ नहीं था मैं जब आया तो तिरे घर में पका कुछ नहीं था ये भी सच है की कढ़ाई में बने थे... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · हास्य 137 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read पलकों पर दोस्ती प्यार दार सब बाब पलकों पर तिरा हर ख़्याल ओ ख्वाब पलकों पर बस बिछड़ने की कोई बात मत करिए इसके अलावा गुस्सा रुआब पलकों पर तुमसे जो मिले... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 99 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read नेक है आप नेक हैं या के बद में हैं आप भी आग की ज़द में हैं आप रजा है या रद्द में है आप भी आग की ज़द में है कामिल... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 87 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read आओ न करीब और करीब तुम मेरे, आओ न संवाद नहीं तो कोई गीत, गुनगुनाओ न ये रात युहीं कट जाएगी होठों पे तुम्हारे सर्द जाने को है कुछ बात आगे, बढ़ाओ... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 97 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read मुझे भी बनना तुमसा यकीन करो मुझे भी बनना तुमसा यकीन करो आओ छूओ मुझे नामचीन करो गोरा हूँ पहले से हि बहुत जानेमन तुम बस चुमो मुझे और हसीन करो इक सलीके से बोसा बिखरा... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 114 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read बताने से रहा पढ़ लो ख़ामोशी मेरी मैं कुछ बताने से रहा तुमसे इश्क है बेपनाह है ये जताने से रहा अबकी बार रस्सी बुलाए तो खत्म किस्सा मैं हर बार तिरे लिए... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 121 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read फना नहीं हुए हम इश्क में युहीं तड़पते रह गए फ़ना नहीं हुए हम तुम्हारे लब पे क़र्ज़ थे म'गर अदा नहीं हुए हम हमें बनना था ख़ामोशी का खुदा आज न कल मसलन... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 86 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read बस कर तिरे मुस्कुराते चेहरे पे दिल से कई अशआर कहा बस कर तुझे रक़ीब के अलावा हमेशा कुछ भी ना दिखा बस कर आज तीन साल बाद मैंने अनसुना किया तो... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 66 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read वफ़ा कैसे ढूँढू मैं हुस्न के बजारों में वफ़ा कैसे ढूँढू मैं अब इस जमाने में खुदा कैसे ढूँढू मैं लड़कियां हो गई है मैकअप वाली इनमें खूबसूरत माशूक़ा कैसे ढूँढू मैं दिल आया... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 304 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read रखता हूँ हसरतें ना आसमान की ना ख़्वाबों में ऊँचा मकान रखता हूँ नज़रे बस रहती जमीं पे मेरी मैं किरदार ज़रा आसान रखता हूँ मजहब छोड़ तुम भी करने लगोगे इश्क... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 64 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read देखिए तो हुआ अज़ाब से आँखे समंदर देखिए तो मुझे है इक कयामत का डर देखिए तो मसाइल मजहब के अब हावी हो चुके इंसा से हम हो रहे कोई खंजर देखिए... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 128 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read प्रेम लिख दूँ प्रेम लिख दूँ या बहारे लिख दूँ क्या मैं तुम्हें अक्षर सारे लिख दूँ ।।१ आँखे तुम्हारे कैलकुलस से लग रहे इन्हे सुलझाने भूले हुए पहारे लिख दूँ ।।२ डूब... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 95 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read शहर मत देखो मिरा ग़ज़ल पढो बहर मत देखो यार या'नी गाँव पूछो शहर मत देखो यार उस इक जां जिससे इश्क लड़ाया मैंने उसका असर समझो कहर मत देखो यार आमने समाने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 59 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read समंदर होना अज़ाब ने सिखाया है मुझे मुर्दों का बिस्तर होना तुम्हें आसान लगता है क्या मिरा यूँ समंदर होना वो पी गए वहाँ ज़हर कायनात के हिफ़ाज़त में और यहाँ भाँग... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 56 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read फरिश्ता आए नहीं है ज़रूरत की बचाने कोई अब फरिश्ता आए तीरगी मिटाने चराग़ दिल का मेरी राह में जला आए हमको आदत पड़ गई है यहाँ यूँ टूट फुट कर जीने... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 99 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read बीमार कर रहा हद से ज्यादा तेरा यूँ मिरा माथा चूमना बीमार कर रहा हमें आहिस्ता आहिस्ता रोज़ ख़्वाबों में आ कर्ज़दार कर रहा हमें कुछ तो साज़िश रहा है खुदा का भी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 106 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read लाल साड़ी नज़रें न हट रही इक पल को भी मेरी बड़ी कमाल की तुम्हारी लाल साड़ी मैं तो अब जा कर मरा मुझसे पहले न जाने कितने दिलों की ये क़ातिल... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 285 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी के लिए क़फ़स के ख़ातिर ये जां है खारिज़ खुदकुशी के लिए कोई दुआ असर हुई या'नी यहाँ इस ज़िन्दगी के लिए मैंने जीना छोड़ दिया था म'गर लिहाज़ा क़लम के वास्ते... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 94 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read गले लग जाओ ग़म भुलाना हो तो आओ गले लग जाओ ख़ुशी बाँटना हो तो आओ गले लग जाओ फ़क़त ईद मुबारक़ से नहीं मिटती दूरियाँ फासले घटाना हो तो आओ गले लग... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 115 Share Kunal Kanth 15 Jun 2023 · 1 min read हक से बाप दादाओं के हक से कभी तहज़ीब हुआ करते थे पहले के लड़के ज़बाँ से कितने अलीम हुआ करते थे कैसे बताऊँ वो पल कितने हसीन गुज़रे जीवन में मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · शेर 58 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read वो लड़की निगाह में गज़ब अदा रखती है वो लड़की गोया के हसीन नशा रखती है वो लड़की मिरे हर जहर को काट देती फ़क़त बोसे से सुर्ख लबों पे मीठी दवा... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · ग़ज़ल · वो पहली नजर का इश्क 301 Share Kunal Kanth 11 Jun 2023 · 1 min read अवतार देखो भक्ति का ई गजब व्यापार देखो ढोंगी बाबाओं का अवतार देखो अभिनय सीख जाओगे मुफ़्त में टीवी पे हर दिन बस समाचार देखो एक शब्द भी इधर उधर नहीं होते... Poetry Writing Challenge · कविता · कुनु · नज़्म 124 Share