Neelam Sharma Poetry Writing Challenge 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read ०अर्कान – मफाईलुन मफाईलुन फऊलुन ०अर्कान – मफाईलुन मफाईलुन फऊलुन ---------------------------------------------------------------------- विषय :- प्रेम विरह गीत रस :- श्रृंगार ( वियोग ) छंद :- विजात छंद #मुखड़ा तुम्हें देखूँ सँवर जाऊँ। न देखूँ तो बिखर... Poetry Writing Challenge 2 94 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read मोहन नैन मोहन मौन दर्पण, मूक राधा,भाव अर्पण। देख अपना,बिंब मोहन, भूल बैठे, बाँसुरी धुन। माथ कुमकुम लाल सोहे, नैन काजल,काली भौंहें। अधर लाली,सुर्ख वाली, पाँव पैंजन,कान बाली। नीलम शर्मा ✍️ Poetry Writing Challenge 72 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read श्याम छवि विषय:- श्याम छवि भाल कान्हा,मोर पाखी, दिव्य आभा,ओढ राखी। चातकी बन, मैं निहारूँ, राह पलकों,से बुहारूँ। नैन नीलम,नील नीरज, बैन मीठे, छोड़ धीरज। मोहना मम,मीत मनका, मोहता बन,गीत मनका। सांवला... Poetry Writing Challenge 64 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read रहने दो मौत को बेवफा ही रहने दो, जिंदगी को भी बात कहने दो। बावफा माना जिंदगी भी नहीं सुख दुःख को साथ रहने दो। आ संजो मिल ख्वाब उज्ज्वल, रात को... Poetry Writing Challenge 1 101 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read मुरारी रे मुखड़ा सुनो विनती,बिहारी रे। दया रखना,मुरारी रे।। #अंतरा-१ झरे बदरा,खिली खेती। कभी फसलें,हुई रेती ।। भरा आँचल,कभी डूबा। हरा आँचल,कभी शोभा।। हरो विपदा, हमारी रे। दया रखना,मुरारी रे।। #अंतरा-२ फसल... Poetry Writing Challenge 1 78 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read शिव आशुतोष मंगल भवन,सादर नाऊँ शीश । वाम अंक गिरवर सुता,जय जय हे जगदीश ।। उमामहेश्वर पद नमो,शुभ मंगल करतार । सिद्धिनाथ भोले नमो,#पार्वती भरतार।। नीलम कण्ठ हलाहला, तीसरा दृग ललाट।... Poetry Writing Challenge 65 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read शिव भाल चाँद धारते, शेष नाग साजते। देव शिव महेश ये, शीश काल सारते।। प्रेत साथ में लिये, आद्य ब्याहने चले। वामदेव भाविनी, प्रीति रीति दे चले। शंभु चिति बसे हिया... Poetry Writing Challenge 101 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read रोज़ शब अब हमारी है तुम्हारी रोज़ शब। बस ख़ुमारी है तुम्हारी रोज़ शब। हो भला कैसे मुकम्मिल आप बिन बेमुरव्वत है हमारी रोज़ शब। चंद यादें चंद वादे और ग़म ज़ीस्त... Poetry Writing Challenge 43 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read रहा जिनसे मिलके भी बे-क़रार रहा। हमको उनका ही इंतज़ार रहा। सोचता हूँ निगाह जब न मिलीं कब निगाहों पे इख़्तियार रहा । आज तक ये समझ नहीं आया जीत उसकी... Poetry Writing Challenge 60 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read बोलते हैंं बहर : 1222 1222 122 अरकान : मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फऊलुन काफ़िया : 'ए' का स्वर रदीफ : बोलते हैंं दिली जज़्बात सारे खोलते हैं। ज़बाँ चुप है इशारे बोलते हैं... Poetry Writing Challenge 304 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read तमाशा है दिल ये कहता है सब तमाशा है । जिंदगी क्या है बस तमाशा है । आदमी है ख़ुदा की कठपुतली देख दुनिया ग़ज़ब तमाशा है । जा उठा करके देख... Poetry Writing Challenge 1 190 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read मैंने न सही कुछ तो मगर किया मैंने। आपका दिल ख़ास रख लिया मैंने। लज़्ज़त-ए-ग़म चखाया है तूने जबसे अहल-ए-दिल तुम्हें ख़ास रख लिया मैंने। सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने... Poetry Writing Challenge 169 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read पुकारा है दिल से उसने मुझे पुकारा है। खुशनुमा हो गया नज़ारा है। धड़कने बात कह रहीं दिल की खामुशी ने किया इशारा है। चाँद बिंदिया बना तिरी कैसे झुक के तकने... Poetry Writing Challenge 191 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read किसके सामने ये किस के सामने हम अर्ज़-ए-हाल कर बैठे सवाब-ए-इश्क़ से जीना मुहाल कर बैठे। हम इस लिए तिरे पहलू में बैठते ही नहीं के तू कहीं न सवाल-ए-विसाल कर बैठे... Poetry Writing Challenge 221 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read रजनी छंद आधार- छंद -रजनी मापनी- 2122 2122 2122 2 नित नये ही ढंग से कान्हा सताता क्यों? प्रीत की बंसी बजा मनवा रिझाता क्यों? तीर यमुना धार कल- कल भाव सी... Poetry Writing Challenge 205 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read सरसी छंद छंद- सरसी मात्रा-१६ ११ अंत-२१ मनमोहन मनभावन मोहन,राधा वल्लभ श्याम। काले-कुंतल मोर मुकुट सिर,रूप नैन अभिराम।। कटि पीतांबर मुख मुरलिया आभा ललित ललाम। रास रचाते कृष्ण कन्हैया,कमल नैन घन-श्याम।। बंसी... Poetry Writing Challenge 306 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read शनैः शनैः । प्रेम की प्रतीक चूड़ियाँ बजें शनैः शनैः । सावनी फुहार पायलें बनें शनैः शनैः । राधिका ललाट कृष्ण केश हैं सँवारते, वेणियाँ गुलाब-मोगरा सजें शनैः शनैः । छंद बंद गीत... Poetry Writing Challenge 282 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read देवकी लाला नंद यशोदा लाड लडाएँ, जन्में देवकी लाला! छिप-छिप छिप माखन दही चुराए,लेकर संग सब ग्वाला।। धीरे-धीरे सरयू तीरे,बाज रही बाँसुरिया। राधा के संँग रास रचाए,मनमोहन साँवरिया।। वृंदावन में धेनु चराए,नंदलाल... Poetry Writing Challenge 191 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read आजा सांवरिया चूड़ी की मौन हुई खन- खन, कँगना भी ज़िद पे आया है। झुमका भी राह तके मोहन,अँखियों ने जल बरसाया है।। अब तो आजा रे साँवरिया! सावन का महिना आया... Poetry Writing Challenge 1 211 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read गीत चाँदनी विभावरी,रोष में विलीन हो! ढूँढती पुकारती त्याग चैन नींद वो।। री! गये पिया कहाँ छोड़ के मुझे यहाँ? फूट- फूट रो रही,रैन-सुख विहीन हो।। कूह-कूह कोकिला हूक सी उठा... Poetry Writing Challenge 1 131 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read गीत हरदम तेरे साथ रहूँगी बनके सुरभि शीतल पौन। कहने को हम दूर हैं साथी पर बसते अंत:स्थल मौन! हुए विलग पर विलग नहीं हम जैसे बही - खातों में लोन!... Poetry Writing Challenge 1 137 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read कल चमन था कल चमन था आज सब वीरान है। हर गली तन्हा पड़ी सुनसान है। दर्द - ए- दिल रोज़ ही बढ़ता गया, अब मिरा ख़ुद पे नहीं इम्कान है। अब कहाँ... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 2 4 288 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read रदीफ़ -ओर है छोटी बह्र की ग़ज़ल, वज़्न-2122 212 रदीफ़ -ओर है बस ग़मों का शोर है ख़ौफ का सा दौर है चीखती तन्हाइयाँ क्यों? अमा घनघोर है इश्क को भरमा रहा फेसबुकिया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 1 359 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read छोटी बह्र 212 मनचले तन चले हैं सभी दिल जले इश्क में ग़म पले इश्क से दम चले इश्क में रम चले साथ में यम चले क्यों हवा नम चले साथ मिल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 1 252 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read तिरंगा चारों दिशा तिरंगा लहरे दिशा दिशा रे! नरसिंह हैं सिपाही, माँ भारती दुलारे।। नौका पराक्रम की, हैं पार भव लगाते, श्वासों को खर्च करके, माँ भारती दुलारे।। सुख पौध बीज... Poetry Writing Challenge 4 2 71 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read मोहन कभी राधा कभी मीरा कभी जोगन बन के । प्रीत अनोखी जोड़ गया प्रियतम मोहन बन के । नीलम दरिया मचल रहा दिल दरिया हो जाने को, अब्र इश्क का... Poetry Writing Challenge 2 94 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read विरह चाँदनी विभावरी,रोष में विलीन हो! ढूँढती पुकारती त्याग चैन नींद वो।। री! गये पिया कहाँ छोड़ के मुझे यहाँ? फूट- फूट रो रही,रैन-सुख विहीन हो।। कूह-कूह कोकिला हूक सी उठा... Poetry Writing Challenge · विरह 2 120 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read दर्शन की ललक दर्शन की ललक है आजा। रोम- रोम महक है आजा।। मधुर मुरलिया तान सुना दे, कुंठित हिया दहक है आजा। तम गहराया मन पर मेरे, तेरी आभ दमक है आजा।... Poetry Writing Challenge 1 264 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read ख्वाहिश कान्हा यही ख्वाहिश है ये ही आरज़ू। तू मेरे रू-ब-रु हो मैं तेरे रू-ब-रू। दीदार कान्हा तेरा होता है चार-सू । रखना यूँ ही मुहब्बत तू मुझसे बा-वज़ू। नस -... Poetry Writing Challenge 2 418 Share Neelam Sharma 29 May 2023 · 1 min read तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो..... तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो तुमसे ही खुशियाँ सजती हैं। प्रणय पुष्पित स्पर्श तुम्हारा है सिंदुरी माथे की बिंदिया। अधरों पर लाली सुन प्रियतम, मुस्कान तुम्हारी से सजती है।... Poetry Writing Challenge · श्रृंगार 1 343 Share