” BHU – एक जूनून एक नशा “
BHU में पढ़े हर शख़्स के लिए चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में क्यों ना हो….?????????
” BHU – एक जूनून एक नशा ”
BHU एक जूनून है
BHU एक नशा है
जिसका असर आज भी
दिमाग पर चढ़ा है ,
अपने उपर काबू करके
इस मन को बांध लेते हैं
किंतु ये सारे बंधन तोड़ कर
हमको साथ ले खड़ा है ,
हम कितने भी दूर हों
दूरी महसूस नही होती है
हम सबको अंदर से
BHU ने जोड़ा है ,
लंकेटिंग आनंद की
एक परिभाषा बन गई है
हर किसी एक को
मस्ती देकर छोड़ा है ,
जब तक फिकरा ना कसे
आर्ट्स फैकेल्टी के जो होनहार हैं
तब तक लड़कियों का
सारा मज़ा निगोड़ा है ,
रानी लक्ष्मीबाई चौराहे पर
हर गर्दन मुड़ती – झुकती – टूटती है
ये जगह दिल की
सबसे बड़ी पीड़ा है ,
इस WC के बगीचे में
सब आ नही सकते हैं
जो आ गये समझो
उसमें इश्क का कीड़ा है ,
बिरला मंदिर में महादेव
शिवलिंग रूप में विराजमान हैं
हर एक जोड़े को इन्होंने
अपनी तरफ मोड़ा है ,
BHU के नशे के आगे
भांग भी बेअसर है
इस नशे ने विश्व का
सारा रिकॉर्ड तोड़ा है ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 17/11/2021 )