साक्षात्कार एक स्वास्थ्य मंत्री से [ व्यंग्य ]
ग़रीबी तो बचपन छीन लेती है
लोग जाने किधर गये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
गीतिका :- हमें सताने वाले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
नैनों की मधुरशाला में खो गया मैं,
शादी के बाद भी अगर एक इंसान का अपने परिवार के प्रति अतिरेक ज
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
*स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री राम कुमार बजाज*
तस्वीरों में तुम उतनी कैद नहीं होती हो,