कौन हूं मैं?
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं?
कह देना कोई ख़ास नहीं!
एक दोस्त है पक्का कच्चा सा,
एक झूठ है आधा सच्चा सा,
जज़्बात को ढके एक पर्दा बस
एक बहाना कोई अच्छा सा,
जीवन का ऐसा साथी है जो,
पास होकर भी पास नहीं..”
कोई तुमसे पूछे कौन हूँ मैं?
तुम कह देना, “कोई ख़ास नहीं’।
© अभिषेक पाण्डेय अभि